हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है प्रवीन और मैं बहुत बड़ा बहनचोद हूँ | मैंने अपनी छोटी बहन को नींद की गोली खिला कर खूब चोदा है | पहले मैं आपको अपने बारे में बताता हूँ मैं 19 साल का हूँ और अभी कॉलेज में हूँ | मेरी लम्बाई 5 फीट 10 इंच है और दिखने में भी अच्छा हूँ| मेरी एक छोटी बहन है जिसका नाम ख़ुशी है और अभी वो 17 साल की है |मुझे चोदने की बहुत चुल्ल मची रहती और मैं हमेशा चूत चोदने के लिए दर दर भटकता रहता हूँ लेकिन चूत मिलना आसान नहीं है साहब बहुत मुश्किलों से गुज़रना पड़ता है | चलिए अब मैं आपको प[उरी कहानी बतलाता हूँ |
तो ये बात है कुछ महीने पहले की जब मैं अपने कॉलेज से आया था और मेरी बहन नहा रही थी | वो नहा कर बाहर निकली और सिर्फ टॉवल पहनी थी | वो अपने हाँथ में कुछ कपडे पकड़ी थी और उनमें से एक कपडा नीचे गिर गया और वो उसे उठाने के लिए नीचे झुकी | जैसे ही वो बैठी मुझे उसकी चूत दिख गई | उसकी चूत में बिलकुल भी बाल नहीं थे और थोड़ी सी काली थी लेकिन चूत तो चूत होती है कैसी भी हो मारने में उतना ही मज़ा आता है तो बस | उस दिन से मेरे मन में अपनी बहन के लिए गंदे गंदे ख्याल आने लगे और मैं अपनी बहन की चूत को सोच कर मुट्ठ मारने लगा |अब मेरे मन में ख़ुशी को चोदने की चाह बढ़ने लगी |
ख़ुशी की ये बाली उम्र थी और इस उम्र में तो लड़कियां और भी ज्यादा हसीन होती है | उसका फिगर बहुत मस्त था पतली कमर गांड गोल लेकिन दूध छोटे थे पर मुझे तो चूत से मतलब था इसलिए मैंने सिर्फ चूत पे ध्यान देना शुरू किया | मैं ख़ुशी से बहुत मजाक करता था इसी बहाने कभी कभी उसे यहाँ वहाँ छू लिया करता था और कभी कभी उसे पीछे से पकड़ के अपना लंड उसकी गांड पे छुला दिया करता था और ये सोचकर मुट्ठ भी मार लिया करता था | लेकिन मेरा मन इतने से भरने वाला कहा था तो मैं उसकी चूत मारने की फ़िराक में लगा था लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा था कैसे? एक दिन मैं टी.वी. देख रहा था जिसमेंएक लड़का अपनी भाभी को नींद की गोली खिला देता है और वो बेहोशी की हालत में सोती रहती है और वो उसे चोद देता है |
बस ये देखकर मेरे दिमाग में प्लान आ गया और मैं भी यही करना चाहता था लेकिन घर में सब रहते थे इसलिए ये मुमकिन नहीं था | लेकिन मेरी किस्मत में चूत मारना लिखा था इसलिए कुछ दिनों बाद ही नानी के घर में फंक्शन था और सब को जाना था | लेकिन मेरे ख़ुशी के एग्जाम थे और मेरा भी कॉलेज जाना ज़रूरी था इसलिए हम दोनों घर पर ही रुक गए और बाकी सब नानी के घर चले गए | बस फिर क्या था मैं नींद की गोली की जुगाड़ में लग गया और जैसे ही मैं दवाई की दूकान पर गया और नींद की गोली मांगी तो उसने देने से मन कर दी | उसने कहा ये गोली बिना डॉक्टर के पर्चे नहीं मिलेगी कहीं भी | तो मैंने सोचा अब मैं डॉक्टर का पर्चाकहाँ से लाऊं लेकिन कोई भी काम मेरे होंसले से काम नहीं था |
मेरी पहचान के भईया को नींद की बिमारी थी और वो नींद की दवाई भी लेते थे इसलिए मैंने उनसे बात की और उनसे नींद की गोली ले ली | उन्होंने ने मुझे गोली कैसे इस्तेमाल करनी है सब बता दिया था और मैंने सब ठीक से समझ लिया था | अब मैं मौका ढूंढ रहाथा कि कब उसको ये गोली दूँ और उसे बजा दूँ | लेकिन ये इतना आसान नहीं था क्योंकि मेरे एक चाचा थे जो रात को हमारे यहाँ सोने आ जाते थे क्योंकि हम दोनों तो अभी छोटे ही थे उनके लिए और चाचा हमारी बहुत चिंता भी करते थे | इसलिए ये काम रात को करना आसान नहीं था और ख़ुशी सुबह स्कूल चली जाती थी | इसलिए ये काम मुझे दोनों के बीच में ही करना था तो मैंने दोपहर का वक़्त चुना और तैयारी करने लगा |
एक दिन ख़ुशी स्कूल गई हुई थी और मैंने उस दिन कॉलेज ना जाने का फैसला किया | मैंउसके आने तक सोचता रहा कि उसको किसमें नींद की गोली मिला के दूँ जिससे उसको मेरे ऊपर शक भी ना हो ? वो गर्मी का वक़्त था और हमारे घर में शरबत का बहुत चलन था | फिर मैंने ख़ुशी के आने से पहले शरबत बना के रख दिया और जैसे ही वो आई मैंने किचन में एक गिलास में शरबत रखा और उसमें गोली मिला दी और वहीँ पर ढांक के रख दिया | मुझे पता था ख़ुशी जैसे ही गिलास देखेगी वो बिना कुछ पूछे पी लेगी और बाहर आकर बोलेगी मैंने तुम्हारा शरबत पी लिया और हुआ भी कुछ ऐसा ही | उसने शरबत पीया और बाहर आकर मुझे चिढ़ाते हुए कहा मैंने तुम्हारा शरबत पी लिया |
उसकी बात सुनकर मैंने ऐसा नाटक किया जैसे मुझे बहुत गुस्सा आया लेकिन अन्दर से बहुत ख़ुशी हुई | अब मैं उसके सोने का इंतज़ार करने लगा और वो अन्दर जाके टी.वी. देखने लगी | मैं थोड़ी देर बाद उसको अन्दर देखने गया तो वो अभी भी टी.वी. देख रही थी तो मैं बाहर आकर बैठ गया और प्रतीक्षा करने लगा | मैं फिर से थोड़ी देर बाद अन्दर गया और देखा कि वो सो चुकी थी और टी.वी. चल रही थी | मैंने उसको हिला के देखा लेकिन वो नहीं उठी मैंने समझ गया वो चिर निद्रा में जा चुकी है | बस फिर क्या था मैंने उसको उठाया और अन्दर ले जाके बिस्तर पर धीरे से लिटा दिया | मैंने फिर से उसको उठाके देखा लेकिन वो नहीं उठी और मेरे अन्दर का आत्मविश्वास बढ़ गया और मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया | भईया ने मुझे बताया था कि गोली खाके सोने के बाद वो बहुत देर तक नहीं उठेगी तो मैं बिना डरे उसे किस करे जा रहा था |
उसने एक ब्लू कलर का टॉप पहना था और पिंक कलर का पजामा जिसमें वो बहुत प्यारी लग रही थी | मैंने उसको एक बार नज़र भरके देखा और फिर से उसके होंठों को चूमने लग गया और चूसने लगा | फिर मैंने उसके पुरे चेहरे को चूमा और उसके गले को चूमते हुए उसके सीने को चूमने लगा | मेरा लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो चूका था तो मैंने अपनी पैन्ट उतार दी | फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और उसके दूध दबाते हुए चूसने लगा | जैसा की मैंने आपको बताया था कि उसके दूध छोटे थे लेकिन मेरी नज़र में तो हवस भरी थी इसलिए मुझे तो सब अच्छा लग रहा था और मैं उसके दूध चूसते हुए अपना लंड हिला रहा था | मैं उसके दूध चूस रहा था और फिर मैंने उसकी चूत में हाँथ डाल दिया और धीरे धीरे मलने लगा | फिर मैं खड़ा हुआ और उसका पजामा उतार दिया और उसकी चूत देखकर लंड हिलाने लगा औरमेरा लंड झड़ गया और मैं वहीँ एक तरफ मुट्ठ गिरा दिया | फिर मैंने उसके पैर फैलाये और उसकी चूत चाटने लगा | उसकी चूत में एक भी बाल नहीं था और ज्यादा काली भी नहीं थी|फिर मैंने उसकी चूत में ऊँगली की और अन्दर तक चाटने लगा | मैंने उसको चोदने से पहले दो बार ही चुदाई की थी और उनमें से सबसे ज्यादा टाइट चूत इसी की थी | फिर मैंने थोड़ी देर तक उसकी चूत चाटी और देखा कि मेरा लंड अब फिर से पूरी तरह खड़ा हो गया था तो मैंने उसकी चूत पर लंड रखा और अन्दर करने लगा लेकिन चूत बहुत टाइट थी इसलिए एक बार में अन्दर गया नहीं | तो मैंने एक झटका मारा उअर मेरा लंड थोड़ी अन्दर तक चला गया और जैसे ही मेरा लंड अन्दर गया वो थोडा सा हिली तो मुझे लगा कहीं ये जाग तो नहीं गई लेकिन ऐसा कुछ नहीं था |
फिर मैंने उसको चोदना शुरू किया और देखा कि मेरे लंड पर खून लगा है लेकिन मैंने फिर भी उसकी चूत में लंड अन्दर बाहर करना जारी रखा और उसे चोदता गया | थोड़ी देर में मेरा लंड उसकी चूत में आराम से अन्दर बाहर होने लगा तो मैं और तेज़ी से उसे चोदना शुरू कर दिया और उसे चोदता रहा | फिर मैं उसे चोदते चोदते उसके ऊपर लेट गया और वैसे ही उसको चोदता रहा | फिर मेरा मुट्ठ निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल वहीँ एक किनारे गिरा दिया और उसकी चूत साफ करके उसे कपडे पहना कर फिर से बाहर लिटा दिया और अन्दर जाकर सो गया | शाम को जब मैं उठा तो ख़ुशी खाना बना रही थी तो मैंने कहा पगली सोना रहता है तो टी.वी. बंद करके सोया कर ना| तो उसने कहा ठीक है | फिर उसके बाद मैंने कभी उसके साथ ऐसा नहीं किया |