बहन का नग्नतावाद से परिचय
मित्रो, अभी कुछ दिन पहले मैं ऑफ़िस से छुट्टी लेकर परिवार के साथ दक्षिण भारत की यात्रा पर गया था। हम लोगों ने सीधे त्रिवेन्द्रम के लिये राजधानी एक्सप्रेस में रिजर्वेशन लिया था। वहाँ से आस पास और फिर कन्याकुमारी आदि स्थानों पर घूम कर पोन्दिचेरी होकर वापस आना था। वहाँ त्रिवेन्द्रम में कोवलम बीच पर कुछ अच्छे होटल हैं। उनमें से एक मैंने ईन्टरनेट पर तीन दिन के लिये बुक करा लिया था।कोवलम बीच का नजारा बहुत ही रंगीन होता है। वहाँ अधिकांश विदेशी सैलानी ही होते हैं।
मैं आपको बता दूँ कि मुझे नग्नतावाद में बहुत ही रुचि है और इस प्रकार की तीन चार वेबसाईट पर मैं नियमित सदस्य हूँ। लेकिन मेरा दुर्भाग्य कि मुझे भारत में रह कर इसका मौका नहीं मिल सकता है।
वहाँ पर एक आस्ट्रेलियन जोड़े से मेरी मुलाकात हुई और बाद में काफी मित्रता हो गई। उनसे इस बारे में काफी बातचीत हुई। उसके बताये हुये लिंक से मैंने कुछ कहानियाँ चुनी हैं, आशा है कि आपको भी पसंद आएँगी।
यह एक लंबी और धीमी गति से चलती कहानी है। यह कहानी अन्य कहानियों की तरह बड़े पैमाने पर सेक्स से भरी नहीं है। यह एक धीमी कामोद्दीपक रचना है। यह वास्तविक घटनाओं पर आधारित है और केवल नाम आत्मग्लानि से रक्षा के लिए बदल दिया गया है..
मेरा पूरा परिवार हमेशा से जानता है कि मैं एक नग्नतावादी(न्यूडिस्ट) हूँ। मैंने कई बार उन्हें इस बारे में बताया था। लेकिन अधिकतर वे सिर्फ हँस कर रह गये। परंतु उन्होंने कभी नहीं पूछा कि मैंने और मेरी पत्नी ने न्यूडिस्ट के रूप में क्या किया । शहर में रहते हुये अपने भाई बहनों से मिलने के लिए प्रयाप्त समय नहीं मिलता है जबकि वे सब अभी भी इसी देश में रहते हैं, लेकिन हम सभी नियमित रूप से चैट करते हैं, और स्कायपी को इस के लिए धन्यवाद ! अब हम पहले से कहीं ज्यादा बेहतर संपर्क में रहते हैं।
यह कहानी है कि कैसे मेरी बड़ी बहन की नग्नतावाद में दिलचस्पी बनी।
मेरा व्यापार कुछ ऐसा है कि मैं घर में कार्यालय से काम कर सकता हूँ। मैं लगभग अपना पूरा समय नग्न रहता हूं। यह आमतौर पर सेक्स के लिए नहीं- बस मेरी मेज पर बैठ काम करता हूँ।
उस दिन मैं एक बहुत उबाऊ अनुबंध टाइप कर रहा था जब मेरी बहन करेन ने मुझे स्कायपी पर बज़ किया। मैं नंगा था, लेकिन यह भूल कर काल ले लिया और वह वेबकैम पर दिखने लगी।
“हाय ! छोटे भाई !” वह बोली,”कैसा चल रहा है …? हे भगवान ! क्या तुम नग्न हो?”
“ठीक है, हाँ,” मैंने जवाब दिया, “लेकिन परेशान मत हो, मैं नीचे बैठा हूँ और मैं वादा करता हूँ तुम्हें कोई शो नहीं मिलेगा।”
वह हँसी और हमने कुछ देर बातें की, परिवार की बातें की। उसके बाद जब वो बातचीत में नग्नता को वापस लाई,”तो तुम मज़ाक नहीं कर रहे थे? तुम सच में एक न्यूडी हो?”
“ज़रूर ! मैं हूँ !”मैंने उससे कहा,”हमेशा से था।”
“तो क्या तुम न्यूडिस्ट कालोनियों में जाते हो?” उसने पूछा।
मैं हंसा,”लेकिन हाँ, हम एक प्रकृतिवादी रिसोर्ट में शिविर में या एक केबिन में वहाँ रहने के लिए जाते हैं। क्या तुम देखना चाहती हो?”
“क्या दिखा रहे हो?” वह हँसी,”बेहतर होगा कि तुम अभी खड़े न हो जाओ।”
“मेरा मतलब रिसोर्ट। आप देखना चाहेंगी यह कैसा लगता है? मैं आपको एक वेबसाइट लिंक भेज सकता हूँ। भेजूँ क्या?”
वह बेसब्री से सहमत हुई और मैंने उसे स्कायपी पर एक लिंक देखने के लिए भेज दिया।
रिसोर्ट शहर से बाहर कुछ घंटों की दूरी पर एक छोटी सी घुमावदार नदी के साथ एक घाटी में स्थित है। इसमें पूल, स्पा और सॉना, एक छोटा सा रेस्तरां और जनरल स्टोर के साथ एक अच्छा मनोरंजक क्षेत्र है और केबिन या केम्पिंग किराये से उपलब्ध है।
करेन वेबसाइट पर व्यस्त थी और मुझ पर जगह के बारे में सवालों की झड़ी लगा दी- क्या लोग वास्तव में नग्न वॉलीबॉल खेलते हैं? और किस तरह वहाँ कोई जनता के बीच नग्न होने का साहस करता है?
मैंने सबसे अच्छा जवाब जो मैं कर सकता था दिया, उसे समझाया कि बहुत ही सामान्य लोग सभी आकृति और आकार के वहाँ पर आते हैं, और वो ऐसे किसी भी व्यक्ति को चाहते हैं जो नग्न रहना पसंद करते हैं।
“तो तुम मुझसे कह रहे हो कि वहाँ इस बारे में सेक्सी जैसा कुछ भी नहीं है ?” करेन ने कहा।
“बिल्कुल ठीक, मैं यही तो कह रहा हूँ।” मैंने उससे कहा,”प्रकृतिवाद सेक्स नहीं है।”
असल बात यह है कि मुझे पता है कि यह पूर्ण सही नहीं है, और वहाँ कई न्यूडिस्ट जनता में प्रदर्शन के रोमांच का आनंद लेते हैं तथा दूसरों को नग्न देखकर आनंद लेते हैं। लेकिन आपको विशेष रूप से परिवार के सदस्यों से या जो न्यूडिस्ट नहीं हैं प्रकृतिवाद जैसा अच्छा नाम रखना चाहिये।
उसने मुझसे यह पूछकर कि कितनी बार मैं/हम रिसोर्ट गये और अपनी अगली यात्रा वहाँ कब होगी। फिर परिवार के बारे में वार्तालाप करके और माँ को अधिक बार फोन करने का वादा करके विदा ली। फ़िर मैं काम करने लगा।
कुछ दिनों बाद मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि उसे एक व्यापार यात्रा पर यूरोप के लिए फिर से जाना पड़ेगा, दो दिन पेरिस में और बहुत सारे सम्मेलनों के कारण उसे दो सप्ताह लग सकते हैं।
और यह यात्रा उसी समय पर होगी जब हमने अपनी गर्मी की छुट्टियाँ बिताने योजना बनाई थी। मैं महीनों से शहर में कैद था और वास्तव में हमारे नयूडिस्ट रिज़ॉर्ट के केबिन में 10 दिनों के लिए जाना चाह रहा था।
“तुम अब भी मेरे बिना जा सकते हो ! “मेरी पत्नी ने मुझे सांत्वना देने की कोशिश की।
“नहीं धन्यवाद !” मैंने कहा,”तुम्हारे बिना कोई मज़ा नही !”
यद्यपि हम कभी कभी वहाँ आकस्मिक दोस्तों से मिल सकते थे, परंतु दस दिन केबिन में अकेले रहने का विचार मुझे कुछ पसंद नहीं आया। और इसके अलावा एक नयूडिस्ट रिज़ॉर्ट में एक अकेला आदमी मुझे हमेशा दुखी सा और अकेला लगता है और मुझे पसंद नही है कि दूसरे मेरे बारे में यह सोचें कि मैं एकांत प्रिय हूँ या दुखी हूँ।
मैंने कहा,”हम वहाँ फिर कभी जायेंगे, मुझे यकीन है कि मैं अपने लिए घर में बहुत से काम खोज लूंगा।”
अगले दिन मैं नेट पर करेन से फिर से बातें कर रहा था और उसे अपनी परेशानियाँ बता रहा था।
ऐसा नहीं है कि वो मेरी बहुत परवाह करती है, वो मेरी पत्नी और उसके व्यापार के दौरे से जलती थी।
मैंने कहा,”यह उसके लिए जरूरी है, नहीं तो वह रिसॉर्ट में मेरे साथ जाती।”
“नग्न जगह?”
“हाँ, हमने गर्मी की छुट्टियों की योजना बनाई थी लेकिन अब नहीं जा सकते।”
“बहुत बुरा हुआ छोटे भाई !” करेन हंसी,”तुम वहाँ अकेले क्यों नहीं चले जाते?”
“नहीं, अकेले छुट्टी मनाना मजेदार नहीं है।”मैंने कहा।
“कम से कम तुम तो अपनी छुट्टियों का मजा लो !” उसने कहा,”मैं तो कभी इस शहर से बाहर ही नहीं निकली।”
मैंने कहा,”ठीक है, तुम मेरे साथ आओ अगर तुम्हें पसंद है तो। वैसे भी वहाँ जगह आरक्षित है।”
“मैं नहीं !” करेन बोली,”मुझे अपने शरीर का कोई भाग दिखाने या किसी दूसरे का शरीर देखने की इच्छा नहीं है।”
मैंने निश्वास ली और फिर हम दूसरे पारिवारिक विषयों पर बात करने लगे।
एक घंटे के बाद जब हमने फोन काट दिया था, करेन से एक संदेश अचानक मैसेज बॉक्स में दिखाई दिया,”मैंने आने का फैसला किया है।”
बदले में मैने लिखा,”कहां ?”
“आपके नग्न शिविर में !”
“नहीं !”
“वास्तव में मैंने फैसला किया है। मैं सोमवार की सुबह फ्लाईट से आ रही हूँ और चाहती हूँ कि तुम मुझे हवाई अड्डे पर रीसीव करो।”
उसके बाद क्या हुआ?
क्या करेन हवाई अड्डे पर आई?
क्या वो टीम के साथ शिविर में गई?
अगर गई तो क्या क्या हुआ वहाँ?
यह सब जानने के लिए इंतज़ार करें कहानी के अगले भाग का…. कई भागों में समाप्य !