बहन ने गोवा में दो बुढो का लंड लिया
दोस्तों मेरा नाम मानिक हैं और आज की ये कहानी मेरी बहन ऐपी की गोवा में हुई चुदाई की हैं. मेरी बहन जॉब करती हैं और उसी के काम से वो एक बार गोवा गई हुई थी. नार्थ गोवा के एक फाइव स्टार होटल में रुकी हुई थी. मैं किसी काम से खुद भी गोवा गया तो सोचा की अपनी बहन को सरप्राइज दे दूँ और देख भी आऊ की वो गोवा में क्या कर रही हैं. वैसे मेरा और मेरी बहन का सेक्सुअल रिलेशन हैं. लेकिन मैं थोडा पजेशिव हूँ. मैं नहीं चाहता की वो किसी और का लंड ले मेरे सिवा!
मैंने बहन की होटल के सामने ही एक होटल में चेक इन कर लिया. और फिर फ्रेश हो के बहन जिस होटल में ठहरी थी उसके रिसेप्शन पर गया. वहां रिसेप्शन के ऊपर एक लड़की बैठी हुई थी. उसने बहन को कॉल किया और मेरे से बात करवाई. मेरी बहन ने कहा की ये मेरा भाई ही हैं उसे आने दो. उस लड़की ने बेल बॉय को बुला के मुझे मेरी बहन के कमरे पर भेज दिया.
मेरी बहन ने ही दरवाज खोला और वो मुझे देख के सच में हैरान सी थी. मैंने अपनी बहन को ऊपर से निचे तक देखा. सच में आज वो कितनी सेक्सी लग रही थी. उसके घुंघराले बाल उसके कंधो पर थे. उसकी बड़ी गोल आँखे और घेहूँआ सा रंग और उसके ऊपर उसके चेरी के जैसे लाल लिप्स. उसने निम्बू रंग का ब्लाउज पहना हुआ था.
मैंने उसे ऊपर से निचे तक देखा और उसकी और मेरी नजरें मिली तो उसने एक स्माइल दे दी प्यार से भरी हुई. और फिर उसने मुझे हग कर के कहा, घबराओ नहीं भाई ये गोवा हे यहाँ कम कपडे पहन सकते हैं. उसने ऐसा इसलिए कहा था क्यूंकि निचे उसने सिर्फ शोर्ट पहना हुआ था. और मेरे हाथ उसकी नंगी कमर के ऊपर थे जिसका टच एकदम सिल्की थी. मैंने उसकी हग को छुड़ा के कहा, हां भाई गोवा हैं यहाँ सब चलता हैं!
और फिर मेरी बहन मुझे अंदर होटल के इस बड़े कमरे में बैठने की जगह पर ले गई. वहां पर दो 40 साल के करीब के मोटे आदमी बैठे हुए थे. और उन दोनों के हाथ में शराब की ग्लास थी. और मेरी बहन जा के उन दोनों के बिच में बैठ गई. और उसने मेरा इंट्रो करवाय दोनों से की ये गिरीश और अवधेश हैं. और वो दोनों मेरी बहन से 15 20 साल बड़े होने के बावजूद भी वो उन्हें पहले नाम से ही बुला रही थी.
और मुझे बताया गया की वो दोनों ही बहन की कम्पनी के मार्केटिंग और प्लानिंग के हेड थे. अवधेश मेरी बहन के राईट साइड पर बैठा था और मेरी बहन के शोल्डर्स के साथ घिस के वो आगे हुआ और मेरे से हाथ मिलाये. और फिर वो मेरी बहन को बोला तुमने बताया ही नहीं की तुम्हारा इतना हेंडसम भाई भी हैं. और तभी गिरीश ने मेरी बहन की जांघ के ऊपर हाथ रख के कहा, लगता हे की खूबसूरती इनके खानदान में ही हैं.
और ये कह के वो दोनों कपटी स्माइल देने लगे. मैं जानता था की मेरी बहन इस कमरे में और इस अवस्था में काम तो नहीं ही कर रही थी. हा शायद वो कामसूत्र वाला काम कर रही थी और अपने दोनों बॉस को लुभा रही थी. मेरे बैठने पर वो दोनों उठ के जाना चाहते थे. लेकिन मेरी बहन को ये पसंद नहीं आया. उसने रुकने को कहा तो गिरीश ने उस से कहा, लगता हे की तुम्हारे भाई को कुछ काम की फेमली मेटर डिसकस करनी हैं तभी तो वो तुम्हारे पीछे गोवा आया हैं. तुम वही डिसकस कर लो अपने भाई के साथ.
तभी मैंने उन दोनों से कहा आप लोग रुको और काम की बात कर लो सर, मैं तो दीदी के साथ कभी भी बात कर लूँगा. तभी गिरीश खड़ा हुआ और बोला क्यूँ ना एक काम करे की तुम यही बैठो और देखो की तुम्हारी बहन कैसे बिजनेश की डील फाइनल करती हैं और अपनी सेलरी बढ़वाती हैं. मेरी बहन ये सुन के हैरान थी और मैं भी. हम दोनों दुविधा में थे की क्या किया जाए. तभी ऐपी दीदी ने कहा इसका रुकना जरुरी हैं क्या? तो अवधेश ने कहा अब तो इसे यही पर रहने दो जी!
मैंने देखा की अब वो दोनों ने मेरी बहन को अपने बीच में बिठा लिया. ऐपी ने मेरे से आई कोंटेक नहीं किया उस पल के बाद. वो दोनों ऐपी की जांघो के ऊपर हतः फेर रहे थे. और मैं खुली आँखों से ये मंजर देख रहा था. अवधेश ने अब मेरी बहन की चूत के ऊपर हाथ को रख के दबा दिया. ऐपी के मुहं से आह निकल पड़ी. और फिर वो दोनों ने मेरी बहन के ब्लाउज को उतार दिया. और ऐपी को घुटनों के ऊपर भी बिठा दिया. और फिर अवधेश ने पीछे से आ के मेरी बहन की बड़ी गोल गांड के ऊपर हाथ फेरा. ऐपी ने अपने शोर्ट के बटन को खोला और अवधेश ने अपने हाथों से शोर्ट को निकाला और वो मेरी बहन की गांड को सूंघने लगा.
अब वो दोनों ने अपने लंड पेंट से निकाल के मेरी बहन के सामने रख दिए. और ऐपी ने एक को मुहं में लिया और दुसरे को वो हाथ से हिलाने लगी. वो दोनों ठरकी बूढ़े मेरी बहन के बूब्स से खेल रहे थे और उसकी गांड को स्पेंक कर रहे थे. अवधेश और गिरीश ने अपनी पावर का सही उपयोग किया था. और मेरी नाजुक बहन को ये दो बूढ़े मेरे सामने भोग रहे थे. नंगी बहन को देख के लंड तो मेरा भी खड़ा हुआ था. लेकिन मैंने कुछ कहा नहीं और बहन की बदहाली देखता रहा. गिरीश का लंड पूरा 7 इंच का था और चौड़ाई में करीब 2 इंच. अवधेश का लंड लम्बा तो बहुत नहीं था लेकिन उसकी चौड़ाई कम से कम 4 इंच की थी. कसम से किसी भी वर्जिन चूत को फाड़ के स्टिच लगाने वाली हालत में ला सकता था वो मजबूत लंड!
मेरी बहन वो दोनों के लंड को ऐसे मस्ती से चूस रही थी. और वो दोनों भी जवान लडको के जैसे मोअन कर रहे थे. शायद वो लोगो के लंड पूरी लाइफ में किसी ने कभी चुसे नहीं थे. और आज वो अपनी पावर का यूज कर के मेरी जवान बहन के पास ब्लोव्जोब करवा रहे थे. दोनों के लंड को पुरे लाल कर दिए ऐपी ने. अवधेश के मोटे लंड को भला वो कैसे ऐसे पूरा मुहं में ले सकती थी. वो राक्षश तो पूरा 4 इंच मोटा था. क्या मेरी बहन इतनी बड़ी कोर्पोरेट रंडी बन चुकी थी!
और फिर अवधेश ने ऐपी को खड़ा किया. गिरीश ने लंड को ऊपर की और खड़ा कर दिया. मेरी बहन उसके लंड को एक हाथ से पकड़ के उसके ऊपर आ बैठी और लंड उसकी चूत में ऐसे घुसा जैसे सांप को उसका बिल मिल गया था. ऐपी की चूत गीली ही थी जैसे, या फिर मेरे आने से पहले शायद उसका लुब्रिकेशन हुआ हो. अवधेश पीछे खड़ा हुआ लंड को ऐपी की कमर पर, कंधो पर, बालों पर और कान के ऊपर फेर रहा था. ऐपी ने गिरीश के पेट के ऊपर हाथ रखे थे और वो अपनी गांड को हिला हिला के पोर्नस्टार के जैसे चुदवा रही थी. मुझे उसकी चूत में अन्दर बहार होता हुआ लंड साफ़ दिख रहा था. बहन बिना कंडोम के ही चुदने लगी थी.
अवधेश ने अब ऐपी को फिर से लंड चूसने के लिए दे दिया. वो लंड चुस्ती हुई ऊपर निचे हो रही थी. उसके सेक्सी बूब्स एकदम हिल रहे थे और ऊपर निचे की गति में थे. अवधेश ने गिरीश के पानी निकलने तक वेट की. और गिरीश चरम पर था तो एकदम जोर जोर से आह्ह्ह अह्ह्ह य़ा अह्ह्ह्ह माय बिच, माय बेबी अह्ह्ह्ह आई एम् कमिंग करने लगा था. मेरी बहन ने चूत को कस ली और उसके लंड की मलाई को अपनी बुर में जगह दे दी.
अब चोदने का टर्न अवधेश का था. उसने मेरी बहन को कुतिया बना दिया, और वो पीछे से उसके ऊपर चढ़ गया. ऐपी ने पहले लंड को हाथ में पकड़ के हिलाया. और फिर अपनी चूत के ऊपर लगा दिया. ऐपी की हालत पतली सी हो गई जब अवधेश ने लंड का धक्का दिया. मैं खुद भी डर रहा था उस मोटे लोडे को देख के. लेकिन एक मिनिट में तो अवधेश ने उसे ऐपी की चूत में पूरा पेल दिया.
फिर वो ऐपी के बूब्स को पकड के नोंचने लगा. और वो मेरी बहन के कंधो के ऊपर अपने दांत से काट भी रहा था. ऐपी की हालत खराब थी. और उसे नोर्मल होने में करीब एक मिनिट लगी. एक मिनिट के बाद वो अपने चूतड़ को सामने से अवधेश की जांघो पर मारने लगी थी.
अवधेश ने धक्के मार मार के बहन की चूत मारी. और पांच मिनिट में उसका लंड भी खाली हो गया ऐपी की पुसी के अन्दर.
वो दोनों खड़े हुए और ऐपी को बोले, बेबी तुम्हारी सेलरी राइज के लिए आज ही मेल हो जाएगा.
ऐपी ने थेंक यु कहा. और फिर वो नंगी ही दोनों को छोड़ने के लिए दरवाजे तक गई. मुझे बाय कह के वो निकल गए.
ऐपी वापस आई तो मैंने कहा. शर्म नहीं आती ऐसे बूढ़े लंड लेते हुए.
ऐपी ने कहा, शर्म तो आती हैं लेकिन तुम जो फ्लाईट से इधर उधर होते हो, महंगी कार चलाते हो और सब होबी पुरे करते हो वो कहा से आता हैं? याद रखना तुम्हारी अय्याशी के लिए मैंने बूढ़े तो क्या कुत्तो के लंड भी लिए हैं! मैं चुप हो गया! और अपनी बहन के कपडे पहना दिए मैंने उसे. मेरा चोदने का मूड भी ऑफ हो गया था!
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