भाई से चुद्वाकर रंडी बनी
तो वो भी अपना लेपटॉप स्टार्ट करके बेड पर बैठे थे.. लेकिन इससे यह कैसे पता चले कि चेट करने वाले मेरे भैया ही है? तभी अचानक मैंने दिमाग़ लगाया और अपने रूम में जाकर थोड़ी सी लिपस्टिक अपनी एक उंगली पर लगाई. फिर पानी का जग लेकर भैया के रूम का दरवाजा खटखटाया.. तो भैया ने पूछा कि क्या हुआ? तो में बोली कि में आपके लिए पानी लाई हूँ यह कहकर अंदर गयी.. लेकिन मुझे देखकर उन्होंने लेपटॉप का मुँह घुमा दिया और बोले कि ला मुझे दे और फिर मैंने उनको जग देने के बहाने उनकी रिंग वाली उंगली पर अपनी लिपस्टिक लगा दी. उन्हे इस बात का पता ही नहीं चला और में वापस अपने रूम में आई और मैंने देखा कि 8-9 मैसेज उनके आये हुए थे. फिर जब मैंने वापस मैसेज किया तो जवाब आया कि इतनी देर कहाँ थी? लेकिन मेरा ध्यान तो उनकी उंगली पर था और उनकी उंगली देखकर मेरा दिल धक-धक करने लगा..
क्योंकि मेरी लिपस्टिक की वजह से उनकी उंगली लाल हो गयी थी. उन्होंने फिर पूछा कि इतनी देर कहाँ थी तो में सोच रही थी कि क्या जवाब दूँ? फिर जवाब दिया कि में पानी पीने गयी थी और वो फिर से सेक्स के विषय पर आ गये और में सोच रही थी कि भैया से चेट करूं या ना करूं? फिर मैंने सोचा कि उन्हे पता तो चलेगा नहीं क्यों ना थोड़ी मस्ती कर ली जाये.. साथ ही सेक्स की बातें करते हुए मेरी भी चूत गीली हो रही थी. तो मैंने अपना रूम अच्छी तरह बंद किया और वापस चेट के लिए बैठ गयी और फिर एक उंगली मैंने अपनी चूत में डाली और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगी. तभी उनका मतलब मेरे भैया का मैसेज आया कि अपने बूब्स दिखाओ ना प्लीज. तो में एक बार तो सोच में पड़ गयी कि अब क्या करूँ? और मेरे दिल की धड़कन बड़ गयी.. लेकिन मुझे मज़ा भी आ रहा था.. फिर कुछ सोचकर मैंने अपना टॉप खोल दिया और मेरे बूब्स ब्रा में थे.
फिर उन्होंने कहा कि ब्रा भी उतारो ना और मैंने वो भी उतार दी.. वो मेरे बूब्स देखकर पागल हो गये. यह उनकी हरकत से पता लग रहा था. फिर उन्होंने कहा कि क्या तुम भी कुछ देखना चाहती हो? तो मैंने जवाब दिया कि हाँ. तो उन्होंने कहा कि क्या? तो में सोच में पड़ गयी और फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके लिखा कि आपका लंड.. तो उन्होंने जल्दी से अपनी पेंट खोल दी और अपना लंड केमरे के सामने हिलाने लगे और यह देखकर मेरे शरीर में आग लग गयी और में सोचने लगी कि अब तो यह लंड हक़ीक़त में ही लेना है.. पार्टी जब होगी तब देखा जायेगा. यह तो अभी मिल सकता है और मैंने अपने दिमाग़ में आगे का प्लान बना लिया और खुलकर चेटिंग करने लगी. फिर मैंने उनसे उनकी फेमिली के बारे में पूछा तो उन्होंने एकदम सही जवाब दिया..
तो फिर मैंने भी अपने होंठ उनके मुँह में डाल दिए और उन्होंने घबराकर अपना मुँह दूर कर लिया और रूम से बाहर चले गये.. तभी में तुरंत उठी और अपना पी.सी स्टार्ट किया तो वो फिर से ऑनलाइन थे. मैंने पूछा क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कि उसने भी अपने होंठ मेरे मुहं में डाल दिए. तो मैंने कहा कि बस फिर क्या तुम्हारा काम बन गया. उसे भी लंड चाहिये और तुम्हे चूत.. आग दोनों तरफ बराबर लगी है और अब इसका फायदा उठाओ और आगे बड़ो.. तो उन्होंने पूछा कि वो कैसे? फिर मैंने कहा कि वापस उसके पास जाओ और इस बार बिल्कुल भी डरना मत और होंठ भी छोड़ना मत और उसे चूसते हुए धीरे-धीरे उसके बूब्स दबाना.. वो कुछ ना बोले तो धीरे से उसकी निप्पल भी दबाना और चूसना. फिर इसका तुम कमाल देखना.. वो खुद तुम्हे अपनी चूत चोदने को बोलेगी. तभी भैया बोले कि अगर वो पहले ही जाग गयी और गुस्सा हो गयी तो क्या होगा? फिर मैंने कहा कि अगर उसे जगना होता तो वो अपनी होंठ तुम्हारे मुँह में नहीं देती और में भैया को उकसा रही थी कि वो पहले अपनी तरफ से करे.. क्योंकि मेरी चूत सेक्स के बिना जल रही थी लेकिन में खुद भैया को चोदने के लिए नहीं बोल सकती थी.
फिर मैंने अपना पी.सी बंद किया और नाईट ड्रेस पहन कर सो गयी. मेरे मन में गुदगुदी हो रही थी कि आज मेरी चूत की सील खुलने वाली है और वो भी अपने भाई के साथ. फिर 10 मिनट के बाद भैया वापस मेरे रूम में आये और इस बार वो पूरी तैयारी के साथ आये थे और वो मेरे पास आकर बैठे और मुझे प्यार से देखने लगे और धीरे-धीरे मेरे गालों को सहलाने लगे. में चुपचाप लेटी रही और मज़ा लेने लगी और मेरी चूत से रस निकलने लगा.. भैया ने धीरे से मेरे होठों को चूमा और फिर मेरी जीभ को चूसने लगे तो मुझसे रहा नहीं गया और में भी थोड़ा और खेलना चाहती थी. तो मैंने अपनी तरफ से कुछ हलचल नहीं की.. भैया की हिम्मत बढ़ गयी और वो मेरी जीभ से खेलते हुए मेरे बूब्स को भी दबाने लगे और धीरे-धीरे मेरे बूब्स टाईट होने लगे. निप्पल भी अंगूर के दाने की तरह फूलने लगे और में चाहती थी भैया इन्हे ज़ोर से मसल दे.
फिर भैया ने मेरे होंठ को छोड़कर मेरे टॉप को ऊपर किया और एक निप्पल को चूसने लगे और अब में उनको कामुक लगने लगी.. मैंने अपनी आँखे खोल दी और भैया को देखने लगी. तो मुझे जगा देखकर वो बहुत डर गये और बोले कि सॉरी. फिर मैंने पूछा कि किस बात के लिए? तो वो बोले कि में बहक गया था.. तो मैंने प्यार से कहा कि कोई बात नहीं.. लेकिन अब इसे पूरा तो कीजिये. तभी वो मेरी यह बात सुनकर बहुत चकित हो गये और बोले कि क्या मतलब? तो मैंने धीरे से उनके मुँह में अपना एक बूब्स दे दिया और बोली कि भैया अपनी इच्छा पूरी कीजिये और साथ में मुझे भी संतुष्ट कीजिये. तो वो बूब्स चूसते हुए बोले कि लेकिन मेरी एक शर्त है? तो मैंने कहा कि वो क्या? तो वो बोले कि मुझे सेक्स करते समय में गालियां बहुत पसंद है तो तुम भी गाली देकर सेक्स करोगी और आज के बाद मेरी बीवी बनकर रहोगी.. तो मैंने कहा कि मुझे मंजूर है बहनचोद राजा और वो बहुत खुश हो गये और मुझे अपनी गोद में उठा लिया. फिर में खड़ी हो गयी तो पहले उन्होंने मुझे नंगी कर दिया और लाईट जला दी और मुझे बहुत शर्म आ रही थी तो वो बोले कि रंडी तू मेरी अब बीवी है शरमा क्यों रही है अभी तो में तेरी चूत पिऊंगा और गांड में लंड भी डालूँगा.
फिर मैंने कहा कि चूतिये.. कुछ भी कर ले आज की रात तेरे नाम है और गौर से मेरी चूत को देखने लगे. फिर उन्होंने अपना मुँह मेरी चूत पर रख दिया और उनकी जीभ धीरे-धीरे मेरी चूत के अंदर जा रही थी. में पागलों की तरह आगे पीछे होने लगी और फिर मुझे पेशाब आने लगा. फिर मैंने कहा कि भोसड़ी के मेरा पेशाब निकल रहा है क्या तू पियेगा? तो वो ख़ुशी से बोले कि कुतिया आज तो में तेरा कुछ भी पी लूँगा और मैंने अपने दोनों पैर फैलाकर उनका मुँह अपनी चूत पर लगा लिया और ज़ोर से पेशाब करने लगी. वो मेरा पेशाब पीकर खुश हो गये और बोले कि आज तुमने मुझे खुश कर दिया.. बोल क्या चाहिए? तो मैंने कहा कि अभी तो तेरा लंड लेना बाकी है जान.. में उनका लंड चूसने लगी.. तभी थोड़ी देर में वो गर्म होकर बोले कि इसे मुँह में ही रखेगी या चूत में भी डलवायेगी? में जल्दी से बेड पर लेट गयी और उन्होंने अपने लंड का सुपाड़ा मेरी गोरी चूत के मुँह पर रखा और धीरे धीरे अंदर डालने लगे. तभी मुझे मेरी चूत पर बहुत ज़ोर का दर्द महसूस हुआ और मैंने कहा कि थोड़ा धीरे.. लेकिन उन्होंने तो जैसे इसका मतलब उल्टा समझा और वो बोले कि रंडी ये ले और उन्होंने एक बार में ही पूरा का पूरा 8 इंच लम्बे लंड को मेरी चूत के अंदर कर दिया और फिर मेरी आँखो के सामने सतरंगी तारे नाचने लगे. अब मेरी चूत फट चुकी थी और उसमे से खून निकलने लगा.
फिर वो धक्के लगाते हुए मेरे बूब्स दबाने लगे.. तभी में थोड़ी देर में ठीक हो गयी और बोली कि डियर ओर ज़ोर से आज इस चूत को इस लंड की पूरी गर्मी निकालनी है तो भैया भी मेरी गोल-गोल गांड को पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से मेरी चूत को ठोकने लगे. करीब 15 मिनट के बाद वो बोले कि रानी में झड़ने वाला हूँ. तो मैंने कहा कि राजा आज मेरी चूत में नहीं मेरे मुँह में झड़ना ताकि में अगली चुदाई से गर्भ निरोधक गोलियां शुरू कर दूँगी. फिर चाहो जितना माल मेरी चूत में डालना. तो उन्होंने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और मेरे मुँह में डाल दिया और फिर अपना ताज़ा पानी मेरे मुँह में छोड़ा. में तो जैसे स्वर्ग में पहुँच गयी.. मैंने लंड को जीभ से चाटकर साफ किया और पूछा कि क्या अब खुश हो? तो उन्होंने मुझे प्यार से गले लगा लिया और मेरी गांड को सहलाते हुए बोले कि तुम्हारी यह गोल-गोल गांड बड़ी प्यारी है.
तो में जल्दी ही उनकी बात का मतलब समझ गयी और मैंने कहा कि फिर देर किस बात की है आज इसे भी ले लो. फिर वो आगे बड़े और धीरे-धीरे मेरी गांड के छेद को सहलाने लगे तो मुझे गुदगुदी होने लगी और बहुत अच्छा भी महसूस कर रही थी और में भी उनके लंड से खेलने लगी. मैंने उनकी छाती पर हाथ फेरते हुए उनका लंड चूसने लगी.. वो मस्त हो रहे थे और फिर उन्होंने मुझे थोड़ा झुकने का इशारा किया तो में जल्दी से कुतिया बन गयी और मेरी गांड पूरी ऊपर हो गयी और मेरी गांड का टाईट छेद उन्हे मदहोश करने लगा. वो एक कुत्ते की तरह मेरी गांड के छेद में अपनी नाक घुसाने लगे और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर भैया अपनी जीभ मेरे छेद पर घुमाते हुए अंदर बाहर करने लगे. जिससे छेद थोड़ा रसीला हो गया और अब अपनी एक उंगली छेद में डालकर छेद को थोड़ा नरम करने लगे. तो मैंने भी अपनी तरफ से गांड को थोड़ा ढीला कर दिया. ताकि उनको कोई भी परेशानी ना हो और थोड़ी देर तक उंगली करने से छेद थोड़ा नरम हो गया.
फिर मैंने ऊपर आने का इशारा किया और भैया भी समझ गये और वो अपना लंड छेद में घुसाने की कोशिश करने लगे. लेकिन छेद बहुत टाईट था तो मैंने अपनी कोल्ड क्रीम उन्हें दी.. वो हंसते हुये उसे मेरी गांड के छेद पर लगाने लगे और अब उन्होंने अपना 8 इंच लंबा लंड मेरे छेद पर रखा और बोले कि जान थोड़ी सी हिम्मत रखना और मेरा जवाब सुने बिना ही एक ही बार में उन्होंने अपना पूरा का पूरा लंड गांड में उतार दिया.
तो में बहुत ज़ोर से चिल्लाई और मुझे लगा कि मैंने अपनी लाईफ की सबसे बड़ी ग़लती गांड मरवाकर की है.. लेकिन मेरे पछताने से अब कुछ नहीं हो सकता था और मेरी चूत के साथ-साथ आज मेरी गांड का भी कत्ल हो गया था.. वो भी फट चुकी थी. अब वो धीरे-धीरे धक्का लगाने लगे और बोले कि अब तुम्हे भी मज़ा आयेगा. तो में बोली कि मेरी गांड फाड़कर मुझे बोल रहे हो कि मज़ा आयेगा. लेकिन वो सच बोल रहे थे और धीरे-धीरे मुझे भी मज़ा आने लगा. करीब 20 मिनट के बाद वो बोले कि क्या गांड में तो माल छोड़ सकता हूँ ना? तो मैंने हँसकर कहा कि में इसमे तो पूरी दुनिया से माल छुड़ा सकती हूँ. तो भैया भी हंसते हुए बोले कि वक़्त आने पर दुनिया के लंड भी इसमे डाल दूंगा और मेरी गांड में झड़ने लगे और अब हम दोनों बहुत थक चुके थे. वो वापस अपने रूम में जाने लगे तो मैंने कहा कि अपनी बीवी को छोड़कर कहाँ जा रहे हो? वो बोले कि नीचे मम्मी, पापा, भाई और दीदी भी है. वो मुझे तुम्हारे रूम में सोया देखकर क्या सोचेंगे? तो मैंने कहा कि क्यों डर गये? तो वो बोले कि नहीं और मुझे गले लगा लिया. फिर हम एक दूसरे को बाहों में भरकर मेरे रूम में नंगे ही पति पत्नी की तरह सो गये ..
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