मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरी पूरी गीली चूत को चाट चाटकर सूखा कर दिया और पूरा जूस पी लिया
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौरी है और मेरी उम्र 23 साल है। मेरे फिगर का साईज 32-26-30 है और में दिखने में बहुत सेक्सी हूँ। मुझे देखकर बहुत से लड़के मुझे लाईन मारते है, लेकिन में उन्हें आगे नहीं बढ़ने देती, क्योंकि मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है और वो ही मेरे लिए सब कुछ है। दोस्तों में इस वक्त एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी कर रही हूँ और मेरा एक बॉयफ्रेंड है जिसका नवीन है, वो एक बहुत बड़ा बिजसमेन है, वो 26 साल का है। दोस्तों हम दोनों के रिश्ते को पूरे तीन साल हो चुके है, लेकिन हम आज तक एक साथ रात को सोए नहीं, हाँ हमारे बीच किस और दूसरे काम उनके घर पर ही होते रहते है, लेकिन मुझे बहुत अच्छी तरह से पता है कि जो मज़ा रात को है वो दिन में नहीं है। तो दोस्तों में आज आप सभी को मेरे साथ हुई एक सच्ची बात बताने जा रही हूँ जिसने मेरा पूरा सोचने समझने का नजरिया ही बदल दिया, मेरे जीने का हर एक तरीका उस घटना के बाद बिल्कुल बदल सा गया और आज में वही आप सभी को बताने जा रही हूँ और में उम्मीद करती हूँ कि इसको पढ़कर आप सभी को बहुत मज़ा आएगा, क्योंकि यह मेरी साथ हुई एक सच्ची घटना है कोई झूटी कहानी नहीं है और वैसे भी सेक्स तो सभी करते है, लेकिन हमारे बीच जो उस रात को हुआ में उसे सेक्स नहीं बल्कि हमारा एक दूसरे के लिए प्यार कहती हूँ और अब उस बात की तरफ आगे बढ़ती हूँ।
एक दिन मुझे अपनी कम्पनी के एक जरूरी काम के सिलसिले में दिल्ली जाना पड़ा, दोस्तों उस वक्त मेरा और नवीन का एक छोटी सी बात को लेकर झगड़ा चल रहा था और वैसे हर किसी के बीच ऐसा छोटा मोटा झगड़ा होता रहता है, ठीक वैसा ही हमारे बीच हुआ था। में अकेली उसे बिना बताए दिल्ली चली गई, लेकिन जब यह बात नवीन को पता चली तो वो भी मेरे पीछे पीछे दिल्ली भाग आया और फिर उसने मुझे फोन करके में जिस होटल में रुकी हुई थी उस होटल का नाम पता पूछा और अब वो वहीं पर अपना एक दूसरा रूम लेकर रुकने लगा। फिर कुछ देर के बाद जब में अपने रूम से बाहर निकली तो मैंने अचानक से उसे अपने रूम के बाहर खड़ा हुए पाया और में उसे देखकर बहुत हैरान हो गई, दोस्तों मुझे उसके इस तरह अचानक से बिन बताए मेरे सामने आने पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था क्योंकि मैंने ऐसा कभी सोचा भी नहीं था कि वो मुझसे मेरी होटल का पता पूछकर इस तरह से ठीक मेरे सामने आकर खड़ा हो जाएगा? मैंने उससे बहुत आशचर्यचकित होकर पूछा क्यों नवीन तुम यहाँ कैसे? तो उसने कहा कि हाँ मैंने सोचा कि हमारे बीच का यह झगड़ा कब तक चलेगा अब इसे यहीं पर खत्म हो जाना चाहिए, में बस अब उसे यहीं पर खत्म करने आया हूँ और अब मैंने सोचा कि चलो ठीक है जो होगा देखा जाएगा, दोस्तों वो मेरी हर एक बात का जवाब मुस्कुराकर दे रहा था। फिर मैंने उसे अंदर बुलाया चाय, पानी पिलाया और उसके कुछ देर बाद हम दोनों अपनी बातें खत्म करके फिल्म देखने निकल गये। उसने मुझे वहां पर बहुत बार किस किए और इसके बाद हमारी लड़ाई पूरी तरह यहीं पर खत्म हो गई थी और हम हंसी ख़ुशी वहां से एक दूसरे के हाथ पकड़े अपने होटल में पहुंच गए और रात को हम दोनों अपने अपने होटल रूम में चले गये, तभी अचानक से रात के करीब 12.30 मेरे रूम का दरवाजा किसी ने खटखटाया और जब मैंने दरवाजा खोलकर देखा तो वो नवीन था। अब मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो उसने मुझसे कहा कि में बहुत देर से सोने की कोशिश कर रहा हूँ, लेकिन पता नहीं क्यों मुझे नींद नहीं आ रही है? मैंने उससे कहा कि चलो अंदर आ जाओ, हम बैठकर बातें करते है। तो हम दोनों एक साथ बेड पर लेट गये और हमने अपनी बातें शुरू की और फिर कुछ देर बाद बातों ही बातों में एक बार फिर से हमारे बीच झगड़ा हो गया, में सो गई और जब में सुबह उठी तो मैंने देखा कि नवीन ने मुझे अपनी बाहों में भरा हुआ था और उसका एक हाथ मेरी गर्दन के नीचे से होता हुआ मेरी छाती पर था और उसका दूसरा हाथ मेरे पेट से होता हुआ मेरी कमर पर था। वो मुझसे पूरी तरह से लिपटकर सोया हुआ था और उसका मेरे लिए यह सब प्यार देखकर मेरा सारा गुस्सा पिघल सा गया और फिर हम दोनों ने पूरा दिन एक साथ हंसी ख़ुशी बिताया। दोस्तों अब बात आती है उस रात की उस रात हमारे बीच क्या हुआ जिसके बाद मुझे नवीन पर गुस्सा आ रहा था, लेकिन बाद में वो तुरंत प्यार में बदल गया? दोस्तों में जैसे ही बाथरूम से नहाकर बाहर निकली तो मैंने देखा कि नवीन की निगाहे मुझसे बिल्कुल भी हटने को तैयार नहीं थी, वो मुझे लगातार भूखी नजरों से देखे जा रहा था और फिर उसने मुझसे मुस्कुराकर कहा कि क्या बात है आज तुम बहुत सेक्सी दिख रही हो? दोस्तों मैंने उस वक्त बिना बाह की हॉट मेक्सी जो कि ज्यादा बड़े गहरे गले की थी और उसमे से मेरे बड़े बड़े बूब्स बाहर आने को बेकरार थे। में बिना कुछ बोले ही बेड पर जाकर लेट गई और और मैंने ए.सी चालू करके पास ही पड़ी एक चादर ओढ़ ली।
तभी नवीन ने मुझसे कहा कि इसे अपने इस जिस्म के ऊपर से हटाओ प्लीज, मुझे आज तुमको जी भरकर देखना है, मैंने कहा कि नहीं तुम अब यह सब बंद करो और बिल्कुल चुपचाप सो जाओ। अब हम दोनों सोने लगे, करीब रात के 1.30 बजे में बहुत गहरी नींद में थी और फिर मुझे कुछ ऐसा महसूस हुआ कि में बिल्कुल हैरान रह गई क्योंकि जब मेरी नींद खुली तो मुझे महसूस हुआ कि नवीन की उंगलियां मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चूत को छू रही है, लेकिन तब भी मैंने अपनी आखें बंद रखी और उसे ऐसा दिखाया कि में बहुत गहरी नींद में सो रही हूँ, थोड़ी देर बाद उसकी हिम्मत और जोश दोनों ही बढ़ने लगे और अब उसने मेरी पेंटी को एक साईड से थोड़ा ऊपर किया और अब वो अपनी उंगलियां धीरे धीरे मेरी चूत के ऊपर नीचे सहलाने लगा, लेकिन में अभी भी चुप रही क्योंकि मुझे उसके हाथों से मेरे बदन को छूना बहुत अच्छा लगा। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था इसलिए में वैसे ही पड़ी रही और मज़े लेती रही। फिर उसने दूसरे हाथ से उस चादर को हटा दिया और मुझे घूर घूरकर देखने लगा, मुझे देख वो अब गरम हो गया और उसने एक हाथ से मेरी पूरी पेंटी को नीचे सरका दिया और अब वो हल्के हल्के हाथों से अपनी एक ऊँगली से मेरी चूत को सहलाने लगा। तभी अचानक से उसका दूसरा हाथ मेरे बूब्स पर पड़ा और अब वो मेरे बूब्स को दबाने लगा, अब उसने मेरी मेक्सी को ऊपर से खोलकर थोड़ा नीचे सरका दिया और वो मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने निचोड़ने लगा, लेकिन कुछ देर बाद उसे ऐसा करने से ज्यादा मज़ा ना आने के कारण उसने मेरी ब्रा को भी खोल दिया। तो में अब बहुत शरमा रही थी, लेकिन में फिर भी वैसे ही चुपचाप पड़ी रही और अब उसने मेरा एक बूब्स अपने एक हाथ से मसलना ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया कुछ देर यह सब करने के बाद उसने अपने होंठो से मेरे एक बूब्स के निप्पल को चूसना शुरू करते हुए मेरी चूत के अंदर हल्की सी ऊँगली को अंदर डालकर धीरे धीरे करते हुए उसने दो इंच ऊँगली को अंदर कर दिया और अब अपनी ऊँगली को आगे पीछे करके उसने मेरी चुदाई को शुरू कर दिया था और में मचलने लगी, लेकिन अब मुझसे सोने का नाटक और नहीं हो पा रहा था तो में आहे भरने लगी और अपने एक हाथ से उसकी पेंट से उसके लंड को बाहर निकालकर उसे रगड़ने लगी तो उसने मुझे एकटक नजर से देखा और फिर ज़ोर से मेरे एक बूब्स पर ज़ोर से काट लिया जिसकी वजह से में बहुत ज़ोर से चीखी चिल्लाई आईईईईइ आआअहह। अब उसने मेरे दूसरे बूब्स को बहुत ज़ोर से निचोड़ना शुरू कर दिया और मेरी चूत में अपनी ऊँगली को एक इंच और अंदर कर दिया और अब उसकी ऊँगली मेरी चूत में करीब तीन इंच अंदर चली गई थी जिसकी वजह से मुझे बहुत तकलीफ़ और दर्द हो रहा था और में उस दर्द से करहाने लगी। उसने मेरा दर्द देखकर अपनी स्पीड को थोड़ा कम कर दिया, लेकिन कुछ देर बाद अचानक से उसने एक ज़ोर के झटके में अपनी पूरी उंगली को अंदर डाल दिया और में बहुत ज़ोर से चीखने, चिल्लाने लगी और उस दर्द से छटपटाने लगी।
फिर उसने तुरंत मेरे होंठो को किस करके मेरी आवाज का बाहर निकलना बिल्कुल बंद कर दिया, मुझे अब धीरे धीरे मज़ा आने लगा और अब में आवाज़ निकालने लगी आह्ह्ह्हहह उफफफफफ्फ़ ऊऊऊओफ्ूऊ तो उसकी वजह से उसे अब और भी जोश चढ़ गया और अचानक से उसने अपनी दो उंगलियों को मेरी चूत में डाल दिया, लेकिन दोस्तों मेरी चूत अब तक वर्जिन होने की वजह उसकी वो दो उँगलियाँ एक इंच से ज्यादा अंदर नहीं गई, लेकिन वो उसी एक इंच में अपनी दो उंगली डालकर लगातार आगे पीछे करता रहा, मैंने उससे कहा कि नवीन मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज थोड़ा धीरे करो उह्ह्ह्हह् स्सीईईईई आईईई। फिर उसने मुझसे कहा कि तुम अभी यह थोड़ा थोड़ा दर्द सह लो वरना कुछ देर के बाद में तुम्हे एक साथ ज्यादा दर्द होगा और वैसे में धीरे धीरे करके तुम्हारी चूत का छेद बड़ा कर रहा हूँ, लेकिन अब मैंने उससे कुछ नहीं कहा और अब वो दो उंगली से मेरी चुदाई और एक बूब्स को चूस रहा था और दूसरे बूब्स को एक हाथ से दबा रहा था। दोस्तों अब मुझे उसकी उंगली से ज्यादा तकलीफ़ नहीं हो रही थी, लेकिन अब उसके ऐसा करने से मुझे मज़ा बहुत आ रहा था।
तभी उसने अचानक से अपना हाथ बाहर निकाल लिया और उठ गया, अब वो अपने एक एक कपड़े उतारकर पूरा नंगा हो चुका था और उसने मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए और अब हम दोनों बिस्तर पर एकदम नंगे पड़े थे। उसने अब मुझे मेरे होंठो करीब पर पांच मिनट तक किस किया और फिर वो नीचे मेरी चूत पर पहुंच गया। अब वो मेरे दोनों पैरों के बीच में बैठा हुआ था और अब उसने मेरे दोनों पैरों को उठाकर अपने कंधो पर रख लिया जिसकी वजह से अब मेरी एकदम टाईट चूत ठीक उसके मुहं के पास थी और उसने धीरे से मेरी गीली चूत को किस किया और सूंघने लगा, वो मुझसे बोला कि वाह मज़ा आ गया और अब वो एकदम मदहोश हो चुका था। उसने मेरी चूत को चूसना शुरू किया और धीरे धीरे मेरी पूरी गीली चूत को चाट चाटकर सूखा कर दिया और पूरा जूस पी लिया और अब वो अपनी जीभ को मेरी चूत के अंदर तक डालने लगा। उसके ऐसा करने की वजह से मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। फिर मैंने उससे कहा कि प्लीज थोड़ा और अंदर उह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह हाँ थोड़ा और अंदर डालो। अब उसने अपनी पूरी जीभ को मेरी चूत के अंदर डाल दिया और अपनी जीभ से मेरी चूत को चोदने लगा और में आअहह हाँ और चूसो उफफफफफ्फ़ आईईईइ मचलने लगी।
दोस्तों उसने मेरी चूत को थोड़ी सी देर में चूस चूसकर एकदम लाल कर दिया था और अब मेरी सूखी चूत उसकी जीभ से चाटने की वजह से फिर से भीग गई थी और अब हम दोनों लेट गये थे। में नीचे और वो ठीक मेरे ऊपर। उसने मुझे पूरे शरीर पर किस किया और फिर अपना 8 इंचा का लंड बाहर निकालकर मेरी चूत पर सेट किया और फिर से लेट गया। मेरे होंठो पर उसने अपने होंठ रख दिए और अपनी जीभ को मेरे मुहं में डाल दिया और एक हाथ से बूब्स को दबाने लगा और उसने दूसरे हाथ को मेरी गांड के नीचे रख दिया। अब उसने अपना लंड मेरी चूत में एक इंच अंदर डाल दिया और वो थोड़ा आराम से धीरे धीरे सरकता हुआ अंदर चला गया, दोस्तों मुझे उसके लंड की गरमाहट से बड़ा मज़ा आया। फिर उसने अपने हाथ से मेरी गांड को भी ऊपर नीचे किया और अपने लंड को एक ज़ोरदार धक्का दिया और अब उसका लंड तीन इंच अंदर चला गया। में ज़ोर से चीखना चाह रही थी, लेकिन उसकी किस के कारण में कुछ बोल ना पाई और रोने लगी।
अब मुझे रोता हुआ देखकर वो डर गया और अब वो मुझसे पूछने लगा कि क्या हुआ? मैंने कहा कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। तो उसने कहा कि ठीक है तो रहने देते है और वो उठने लगा और लंड को बाहर निकालने लगा। दोस्तों मुझे पता था कि मेरे साथ साथ उसका भी चुदाई करने का बहुत मन है और में उसके मन की बात को मना कैसे करती? अब मैंने उससे कहा कि रुको, मेरा कहने का मतलब वो नहीं था जो तुम समझ गए और वैसे भी कभी ना कभी तो मुझे ऐसा दर्द होगा ही, तब भी तो मुझे उस दर्द को सहना पड़ेगा तो आज ही सही? फिर उसने बहुत खुश होकर मुझसे पूछा कि क्या तुम अब ठीक हो, क्या में आगे अपना काम कर सकता हूँ? तो मैंने भी कहा कि हाँ ठीक है तुम जैसे चाहो वैसे मेरे साथ करो, मैंने उसका हाथ ज़ोर से पकड़ा और फिर कहा कि हाँ अब करो तो उसने मेरी फिर से चुदाई शुरू कर दी और अब उसने पूरे जोश के साथ एक ज़ोरदार धक्का दिया जिसकी वजह से मेरी आखों के आगे अंधेरा सा छा गया और में दो तीन मिनट तक वैसे ही पड़ी रही। मेरे जिस्म से अब पूरी जान निकल चुकी थी और मुझे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे किसी ने जलता हुआ गरम गरम नुकीला लोहा मेरी चूत में जबरदस्ती अंदर तक डाल दिया हो मुझे वो दर्द बहुत असहनीए हो रहा था। फिर उसका जो हाथ मेरी गांड के नीचे था उस पर उसे कुछ गरम गरम टपकता हुआ महसूस हुआ और जब उसने अपना हाथ बाहर निकालकर देखा तो उस पर बहुत सारा खून गिरा हुआ था। उसे यह सब देखकर बहुत दुख हुआ और उसने मुझे तुरंत अपनी बाहों में भर लिया और फिर मेरे ऊपर से हटकर उसने मुझे आराम से बेड पर लेटा दिया और एक चादर को मेरे ऊपर डाल दिया और फिर वो वहां से उठकर सीधा बाथरूम में चला गया और फिर साफ करके जब वो वापस आया तो मुझे भी तब तक होश आ चुका था। मुझे होश में देखकर उसकी थोड़ी टेंशन कम हो गई। अब उसने मेरे पास मुझे माथे पर किस किया और फिर मुझसे पूछा कि क्यों तुम अब ठीक हो ना? मैंने कहा कि नहीं, अब भी मुझे थोड़ा थोड़ा दुख रहा है तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर पास बेड पर लेट गया और मेरे सर को अपने हाथ पर रख लिया और दूसरे हाथ से उसने मेरी चूत जो कि अब तक पूरी तरह से फट चुकी थी वो उसने उसे अब धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया था जिसकी वजह से करीब 30 मिनट के बाद मुझे आराम मिलने लगा और मेरा दर्द धीरे धीरे खत्म होने लगा, लेकिन दोस्तों उस रात के बाद जब में सोकर उठी तो में तीन दिन तक ठीक से चल भी ना सकी और उस चुदाई ने मेरी चाल के साथ साथ मेरी जिन्दगी को भी पूरी तरह से बदल कर रख दिया था। उसके बाद मेरे मन से चुदाई के समय होने वाले दर्द के डर को अब पूरी तरह से निकालकर हमेशा के लिए मुझसे दूर कर दिया था और अब में उसके साथ कभी भी चुदाई करने के लिए हमेशा तैयार थी ।।
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