सेक्स क्लास
हैल्लो दोस्तो मेरा नाम जय है, आज में आपको अपनी एक और सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, ये कहानी अभी कुछ महीने पहले की है, मेरे पड़ोस मे एक लडकी है, उसकी उम्र 20 साल है। उसके फिगर का साईंज 28, 24, 32, है, वो दिखने में बहुत ही सुंदर है और उसके बूब्स तो मुझे बहुत पसंद है, मन करता है कि अभी उसे पकड़ कर चूस लूँ, लेकिन मजबूर था, बस दूर से ही देखकर काम चला लेता हूँ। अब में अपनी कहानी पर आता हूँ। कहानी पढने से आप सभी को सब कुछ मालूम पड़ जाएगा।
में जब पिछले महीने अपने घर पर बैठा था और में टीवी देख रहा था। घर पर कोई नहीं था। में अकेला ही घर पर था। मेरे सामने वाले घर पर एक लड़की रहती है, जो 10th क्लास मे पढ़ती है। कभी कभी उसे जब कुछ नहीं आता तो वो मुझे पूछने चली आती है। में साइन्स मे बहुत अच्छे से पढ़ता हूँ। उस दिन जब में घर पर अकेला था, तब वो घर पर आ गई, अब मैने उसे देखा तो उसने रेड टी-शर्ट और नीचे केप्री पहन रखी थी। उसे साइन्स मे एक टॉपिक समझ नहीं आ रहा था, तो वो मुझसे पूछने घर पर आई थी।
टॉपिक था – बच्चा कैसे होता है, मेल और फीमेल कैसे बनता है। में उस दिन घर पर अकेला ही था और मैने सिर्फ़ लुंगी पहन रखी थी, मैने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था। अब में सोफे पर बैठा था और वो मेरे पास मे आ कर बैठ गई थी, तभी एकदम वो बहुत करीब आ कर बैठ गई, अब उसके पैर मेरे पैर से टच हो रहे थे और मेरी कोहनी उसके नाज़ुक छोटे छोटे बूब्स को छू रही थी और हम दोनो बहुत पास बैठे हुए थे। अब में उसे टॉपिक समझाने लगा था।
उसमे एक शब्द आया था कि लिंग, उसे वो समझ नहीं आया तो उसने मुझसे पूछा कि ये क्या है, आप बताइए ये शब्द मुझे समझ नहीं आया था। अब मैने उसे बताया कि उसका मतलब मेल और फीमेल का गुप्त पार्ट पेशाब करने की जगह है। पुरुष का एक लिंग पार्ट होता है और फिमेल के दो पार्ट होते है। एक योनि और दूसरा स्तन उसे स्तन शब्द समझ मे नहीं आ रहा था। तभी उसने फिर मुझसे पूछा कि ये शरीर का कौन सा अंग होता है। अब उसके इस सवाल से में भी बहुत कन्फ्यूज़ हो गया था कि में अब क्या करूं। तभी में सोचने लगा कि क्या सचमुच इसे नहीं पता है, या फिर ये मुझसे झूठ बोल रही है। अब में सोचने लगा था कि अब में इसे कैसे समझाऊँ।
अब मैने उसे समझाया कि जहाँ से बच्चे माँ का दूध पीते है, उसे स्तन कहते है। फिर उसने मुझसे पूछा कि लंड के बारे मे बताइए वो क्या होता है। मैने उसे वो भी समझाया और लंड से क्या होता है, वो भी उसे समझाया। जब में समझा रहा था, तभी मैने अपने पैर पर कुछ महसूस किया था, अब वो अपने अंगूठे को मेरे पैर पर घुमा रही थी और बहुत करीब बैठी हुई थी, मेरी कोहनी उसके बूब्स के बिल्कुल पास थी। अब वो थोड़ी थोड़ी देर मे जान बूझकर मेरी कोहनी से अपने बूब्स को सहला रही थी।
अब उसकी इन हरकतों से मेरा भी लंड धीरे धीरे टाईट हो रहा था। अब मैने सिर्फ़ लुंगी पहन रखी थी तो उसकी वजह से मेरा लंड का शेप लुंगी के अंदर से साफ साफ दिखाई दे रहा था। अब उसकी निगाह मेरे टाईट लंड पर टिक गई, वो बार बार उसे छूने की कोशिश कर रही थी। उसने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर रख दिया लिखने के बहाने, फिर धीरे धीरे वो अपना हाथ मेरे लंड कि और बढ़ने लगी थी। अब में और कामुक होने लगा था और मेरा लंड एकदम टाईट हो गया था और उसकी नजरे उसी के ऊपर टिकी हुई थी।
आख़िर अब उससे नहीं रहा गया और अब वो मुझे पूछने लगी सर ये आपको क्या हुआ है कुछ तकलीफ़ है। तभी मैने कहा कि नहीं जब एक मेल कामुक होता है, तो उसका लंड ऐसे ही टाईट हो जाता है और योनि मे जाने के लायक हो जाता है। अब उसने मुझसे पूछा कि लंड टाईट कैसे होता है, इतनी छोटी चीज़ बड़ी कैसे हो जाती है? तभी मैने कहा कि हमारे लंड कि चमड़ी और नसे फूलने लगती है और लंड डंडे कि तरह तन जाता है। सर आप क्या बोल रहे हो मेरी तो कुछ समझ नहीं आ रहा है।
प्लीज़ आप मुझे एक बार ऐसा दिखाइये ना, तभी मुझे समझ आ जाएगा, में किसी को नहीं बताउंगी इस के बारे में। लेकिन मैने मना कर दिया था और कहा नहीं ये में नहीं कर सकता हूँ। तभी उसने मेरा लंड अपने एक हाथ से एकदम टाईट पकड़ लिया था और कहा प्लीज सर में किसी को नहीं कहूँगी प्लीज़। उसके पकड़ते ही जैसे मेरे लंड को 440 का झटका लग गया था। में भी अब आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था मैने कहा कि ठीक है लेकिन तुम किसी को बताना नहीं।
तभी उसने कहा कि ठीक है और अब मैने धीरे धीरे अपनी लुंगी उतार दी और मेरा तना हुआ लंड उसकी आँखों के सामने था। अब शोक होकर मेरे लंड को देख रही थी और अपने होंठ दांतों मे दबा रही थी, और फिर थोड़ी देर बाद वो मुझसे बोली सर क्या में इसे छू सकती हूँ। लेकिन अब में भी मन मे यही चाहता था। मैने उसको कहा कि ठीक है और तभी उसने मेरे नंगे लंड को अपने नाज़ुक हाथो में लिया और आगे पीछे करने लगी थी। मेरा भी मन कर रहा था कि उसके बूब्स को दबाऊँ।
तभी में भी धीरे धीरे अपना हाथ उसकी जांघ पर फेरने लगा था और मेरे ऐसा करते ही वो कामुक होने लगी और झोर से मेरे लंड को दबाने लगी थी। फिर क्या था मैने भी अपना हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और उसके नाज़ुक और छोटे छोटे बूब्स दबाने लगा था। अब मैने उससे अपनी टी-शर्ट ऊपर करने को कहा, लेकिन उसने तो अपनी टी-शर्ट पूरी ही उतार दी और अंदर कि ब्रा भी उतार दी थी। अब मेरे सामने क्या गोरे गोरे छोटे बूब्स थे। उसके बूब्स पर छोटी छोटी निप्पल थी और अब तो मेरे मुहं मे तुरंत पानी आ गया और अब में जल्दी से उसके निप्पल चूसने लगा।
ज़ोर ज़ोर से मैने उसके निप्पल चूसने लगा था और वो मेरे लंड को अब ज़ोर से पकड़ कर दबाने लगी थी। अब करीब आधे घंटे तक में उसके बूब्स चूस रहा था। उसके बाद मैने अपना लंड उसके मुहं मे दे दिया था और अब वो मेरा लंड को मदहोश हो कर चूसने लगी थी जैसे चोकबार आईसक्रीम खा रही हो। अब में भी पागल हो रहा था। करीब आधे घंटे तक वो लंड को चूसती रही और में उसकी चूत मे उंगली डाल कर सहलाने लगा था। अब मैने उसे पूरा नंगा कर दिया था और उसकी चूत मे उंगली डाल कर उसे चुदने के लिए तैयार करने लगा था।
अब उसकी चूत से पानी लगातार निकल रहा था और फिर थोड़ी देर बाद में उठा और कंडोम लेकर आया और अपने लंड पर चढ़ा कर उसको चोदने कि तैयारी करने लगा था। अब वो भी चुदने को तैयार हो चुकी थी और अब उसने अपनी दोनों टाँगे फैला ली और चुपचाप लेट गई थी। तभी मैने धीरे से अपना लंड उसकी चूत पर रखा और धीरे धीरे धक्का देने लगा था। लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी और लंड चूत मे आराम से नहीं जा रहा था। अब मुझे बहुत जोर लगाना पड़ा और मैने एक धक्का दिया चूत में लंड आधा चला गया था। अब दर्द से वो बहुत जोर से चीखने लगी थी। में बहुत डर गया था, तभी मैने अपना एक हाथ उसके मुहं पर रखा और उसका मुहं बंद कर दिया था। अब में रुक गया और अपने दूसरे हाथ से उसके बूब्स सहलाने लगा था। अब शायद उसकी चूत का दर्द थोड़ा कम हुआ था। फिर मैंने मौका देखकर फिर से एक ज़ोर का धक्का धक्का दिया। इस धक्के से वो पूरी हिल सी गई थी और उसका दर्द ओर बड़ गया था। लेकिन अब मेरा लंड उसकी चूत मे पूरा का पूरा घुस गया था। अब उसने मेरा हाथ अपने मुहं से हटा दिया और कहने लगी कि प्लीज तुम अभी इसे बाहर निकालो वरना दर्द से में मर जाउंगी। लेकिन में उसे समझाने लगा कि तुम बस चुपचाप लेटी रहो लंड अपने आप चूत से बाहर आ जाएगा। अब वो बस आखें बंद करके लेटी रही और में भी रुक गया था।
अब चूत का दर्द कम होते ही मैने मौका देखकर एक जोरदार धक्का दिया और उसका मुहं खुला का खुला रह गया दर्द की वजह से। अब चूत से खून भी निकलने लगा था। अब वो बहुत डर गई थी, तभी मैने उसे कहा कि ये कोई बड़ी बात नहीं है, पहली पहली बार ऐसा ही होता है और वो धीरे धीरे शांत होने लगी थी और चूत का दर्द कम हो गया था। अब में धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करके उसे चोदने लगा था।
अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था और अब वो भी उछल उछल कर चुदवा रही थी और फिर करीब आधे घंटे तक मैने उसकी चुदाई की, उसके बाद मे झड़ने वाला था, तभी मैने लंड पर से कंडोम निकाल दिया था और जल्दी से अपना लंड उसके मुहं मे दे दिया था और सारा वीर्य उसके मुहं मे डाल दिया था। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। क्योंकि आज मैने जवान चूत को चोदा था। वो लंड को चूसे ही जा रही थी। करीब बीस मिनट बाद उसने लंड को छोड़ा, अब में एक वीक तक उसे रोज चोदता रहा और एक वीक मे ही उसके बूब्स बड़े बड़े हो गये थे। अब वो पूरी औरत बन गई थी। हमे जब कभी भी समय मिलता हम चुदाई में लग जाते थे और बहुत मजे करते, मैने कई बार उसकी गांड भी मारी थी। तो इस तरह एक स्टूडेंट की सेक्स की क्लास खत्म हुई थी ।।
दोस्तो आशा करता हूँ कि आपको कहानी पसंद आई होगी ।।
धन्यवाद …