हेल्लो दोस्तों मेरा नाम हरीश है और मैं उतर प्रदेश में कानपुर के एक छोटे से गावं का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 21 साल.. आज मैं आप सभी को अपनी जिन्दगी की पहली चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ। मैंने अपने जिन्दगी की पहली चुदाई अपने गावं की एक लड़की जिससे मैं प्यार करता था उसको चोद कर किया। मैंने काभी सोचा भी नही था की मुझे भी शादी से पहले चूत चोदने को मिलेगा।
कुछ दिन पहले की बात है मैं रोज अपने खेत में काम करने जाया करता था, मेरे खेतो के बगल में एक खेत और था जोकि मेरे बगल वाले गावं के एक आदमी का था। उसकी एक बेटी भी थी जो देखने बहुत अच्छी थी। उसके जैसा मेरे घर के आस पास कोई नही था। उसका नाम सुमन था। जब मैंने पहली बार उसको खेत में देखा तो मैंने सोचा अगर इसकी चूत चोदने को मिल जाये तो मज़ा आ जाये। वो भी रोज अपने खेत में काम करने आती थी और मैं भी अपने खेत में काम करने रोज जाता था जिससे हमारी नज़र रोज मिल जाती थी। एक दिन मैं अपने खेत में काम कर रहा था और वो बगल वाली लड़की मेरे पास आई और मुझसे कहा – “तुम्हारे पास पानी हो तो दे दो मुझे बहुत प्यास लगी और मेरा पानी जमीन पर गिर गया’। मैंने उससे कहा – “इसमें मागने वाली क्या बात है मेरा पानी गिर जाता तो मैं भी यही करता”। तो वो हसने लगी। मैंने उससे कहा – ये पानी रखा हुआ ले लो।
वो पानी उठाने के लिए नीचे को तरफ झुकी तो उसकी चूची दिखने लगी, उसकी गोरी गोरी चूची को देख कर मेरा लंड तो खड़ा हो गया था। उसने पानी पिया और फिर अपने खेत में चली गई।
उस दिन के बाद कभी मैं पानी लेने उसके खेत में चला जाता था और कभी कभी वो मेरे पास में आ जाती थी। एक दिन मैं अपने खेत में आया तो मैंने देखा वो अपने कपडे निकाल रही थी उसने अपने सूट को निकाल दिया था और वो केवल अपनी कुर्ती को पहने हुई थी। और वो अपने आप को झाड रही थी लग रहा था जैसे कोई कीड़ा अंदर चल गया हो। कुछ देर बाद वो दौडती हुई मेरे पास आई मेरी नजर उसके उसके चुचियों पर ही था। उसने मुझसे कहा – “मेरे पीठ में कोई कीड़ा घुस गया और काट रहा है तुम सकते हो मैंने कहा हाँ क्यों नही”। वो अपने मम्मो को अपने हाथो से ढककर पीठ की तरफ हो गई मैंने अपने हाथ को उसके कुर्ती के अंदर डाल दिया और उसकी पीठ बहुत चिकनी थी जिसको छूने से मेरा लंड खड़ा हो गया मैंने अपने हाथ को अंदर डाल और फिर कीड़े को पकड़ने लगा। कीड़ा उसकी चुचियों के तरफ जाने लगा और मैं उसके पकड़ने के लिए अपने हाथ को उसके मम्मो की तरफ बढाने लगा। मेरे हाथ के पास उसकी चूची आ गई और मैंने अपने हाथ को उसके चूची में छुआ दिया। कीड़ा उसकी चूची पर चढ़ गया मैंने कीड़े को पकड़ने के लिए जोर से अपने हाथ को दबाया और मैंने कीड़े के साथ में उसके चुचियों को भी पकड लिया, जिससे उसने मेरे हाथ को पकड कर मुझसे कहा ये क्या कर रहे ही तुम मैंने अपने हाथ को बाहर निकाल लिया उसे लगा मैं उसके चूची को दबा रहा था लेकिन जब मैंने अपने हाथ में कीड़े को दिखाया और उससे कहा – “मेरा कोई भी मकसद नही था ऐसा करने का लेकिन मैं माफ़ी चाहता हूँ मेरे गलती के लिए”। वो मेरे बातो से खुश हो गई और उसने मुझसे कहा – “मैं तुमको पसंद करती हूँ क्या तुम भी मुझे चाहते हो मैंने भी कह दिया हाँ लेकिन तुम मुझे क्यों पसंद करती हो मैं तो देखने में भी बहुत सुंदर नही हूँ?? तो उसने कहा मैं तुम्हे पसंद करती हूँ तुम्हारी खूबसूरती को नही। उसने मुझसे कहा – क्या तुम मुझे किस कर सकते हो। उसके बातो को सुनकर मैं खुश हो गया और मैंने तुरंत ही उसको अपनी गोदी में उठा कर किस करने लगा। मैंने उसके होठो को चुमते हुए उसके होठो को पीने लगा और और वो भी मेरे होठो को पिने लगी। मेरा लंड बिलकुल खड़ा था मेरा मन उसकी चुदाई करने को कर रहा था लेकीन पहली बार किस के बाद कोई भी तुरंत चुदाई नहीं करवाता है। उस दिन वो वहां से चली गई और मुझे उस दिन मुठ मर कर काम चलाना पड़ा।
उस दिन के बाद जब वो खेत में काम करने आती थी तो काम करने के बाद मैं रोज मैं उसके होठ पीता था और साथ में उसके मम्मो को भी खूब दबाता था। जब वो चली जाती थी तो मुझे आपने आप को शांत करने के लिए मुठ मरना पडता था। कुछ दिनों तक यही खेल चलता रहा। एक दिन मैं उसके होठ पी रहा था और अपने हाथ को उसके चुचियों को दबाते हुए धीरे धीरे उसके चूत के पास ले गया और पाने हाथ को उसके सलवार के अंदर डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा और मैंने उससे कहा मेरा मन चुदाई करने को कह रहा है और आज मैं बहुत मूड में हूँ मुझे चूत चाहिए। पहले तो उसने साफ़ साफ मना कर दिया मैंने कहा – ठीक है जाओ मैं तुमसे बात नही करूँगा। मैं चुपचाप खेत में बैठ गया, कुछ देर मैंने उससे कुछ नही कहा तो फिर उसने खुद ही मुझसे कहा – अच्छा ठीक है लेकिन यहाँ किसी ने देख लिया तो। मैंने उससे कहा – चलो बगल वाले गन्ने में चलते है। मैं उसको लेकर गन्ने के खेत में घुस गया और उसके ओढनी को जमीन पर बीचा दिया और फिर मैंने उसको उसी पर लिटा दिया और मैं भी उसके बगल में लेट कर उसे किस करने लगा। मैंने उसके होठ को पीत हुए उसके गाल को भी काटने लगता था। और सुमन तो मेरे तो मेरे होठ के निचले वाले होठ को काटे हुए पी रही थी। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
कुछ देर बाद मैंने उसके होठ से नीचे की तरफ बढ़ने लगा और उसके गर्दन को पीने लगा, जब मैं उसके गर्दन को पी रहा तो वो अपने शरीर को एंठने लगी थी और धीरे धीरे जोश में आने लगी थी। और वो मुझे किस करती हुई अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी मैं समझ गया अब ये मुझसे चुदने के लिए बिलकुल तैयार है। कुछ देर उसके गर्दन को पीने के बाद मैंने अपने हाथो को उसके चुचियो पर लाते हुए अपने मुह को उसके सूट के ऊपर ही दोनों चूची के ऊपर से ही पिने लगा। कुछ देर मैंने वैसे ही उसकी चुचियो को दबाया और फिर मैंने उसके सूट को निकाल दिया और फिर मैंने हाथ से उसकी कुर्ती भी निकाल दी। जिससे उसकी चूचियां दिखने लगे और मैंने अपने अपने हाथो में दोनों मम्मो को ले लिया और फिर दबाने लगा। मैं जोर जोर से उनके मम्मो को मींज रहा था। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। कुछ देर बाद मैंने अपने मुह से उसके मम्मो को पिने लगा और साथ में उसके मम्मो को दबा भी रहा था। उसके निप्पल से बच्चो की तरह दूध पी रहा था।
मेरे दूध पीने से सुमन को भी मज़ा अ रहा था। कभी कभी मैं कामुक हो कर उसने मम्मो को बेरहमी से काटने लगता था और वो जोर जोर से सीखने लगती थी। मेरा मन उसके मम्मो को छोड़ने को कर ही नही रहा था। लेकिन कुछ देर मैंने उसके मम्मो को पीना बंद कर दिया और फिर मैं उसके कहा – मैंने बहुत से वीडियो में देखा है लड़कियां लंड चूसती रहती है तुम मेरा चूसोगी। तो उसने कहा नही मैं नही चूसूंगी मुझे जरा भी अच्छा नही लगता है। तो मैंने उससे कहा अच्छा मैं तो तुम्हारे चूत को पी सकता हूँ तो उसने कहा – हाँ मैंने उसके सलवार को निकाल दिया और फिर मैंने अपने हाथ को उसके चूत में लगते हुए कुछ देर सहलया और फिर मैंने अपने मुह को उसके चूत के बीच में लगा कर अपने जीभ से चटाने लगा। पहले तो सुमन को मज़ा आ रहा था लेकिन कुछ देर बाद जब मैं अपने होठ को लगा कर उसने चूत को खीचने लगा तो वो मदहोश होने लगी और सिसकने लगी। मैंने उसके चूत को पिटे हुए अपने उंगली को भी उसके चूत में डालने लगा। पहले मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत के अंदर धीरे से डाला और कुछ देर के बाद जब मैं अपनी दो उंगलियो को डालने लगा तो उसे काफी मज़ा आ रहा था और थोडा सा दर्द भी हो रहा था। उसे पहले तो मज़ा आ रहा था लेकिन कुछ देर बाद जब मैंने अपने आप से बाहर होने लगा और उसकी चूत में अपनी उंगलियो को जल्दी जल्दी डालने लगा तो सुमन तडपने लगी और लगातार कुछ देर उसकी चूत में उंगली करने से उसकी चूत से पानी की पिचकारी निकलने लगी। वो जैसे जैसे मैं तेजी उसकी चूत में उंगली कर रहा था वैसे वैसे वो जोर जोर “ अहह आह्ह्ह।।।।। उफ्फ्फ उफ़।।।। माँ माँ ।। उन्न्न्नन्न।।।।।।करके चीखने लगी थी और उसकी चूत से जोर जोर से पानी की धार निकल रही थी।
कुछ देर के बाद मैंने ने अपना 8 इंच का लौड़ा बाहर निकला और उसकी चूत में touch करने लगा और कुछ ही देर में उसने अपने लंड को धीरे से उसकी चूत के अंदर डाला उसे थोडा दर्द हुआ इसलिए वो थोडा पीछे हो गई। मैंने फिर से अपने लंड को उसकी चूत में लगाकर और धीरे से जोर लगाया और अपने लंड को उसकी चूत के अंदर डाल दिया। सुमन को दर्द होने लगा लेकिन मैंने अपने लंड को आराम से उसकी चूत के अंदर डालने लगा और जैसे जैसे मेरा लंड उसकी चूत में जाती रही, उसकी चूत कुछ देर बाद थोड़ी मुलायम हो गई। जिससे उसे चुदने में मज़ा आने लगा था। लेकिन कुछ देर उसकी चुदाई करने के बाद जब मैं और भी तेजी से चोदने लगा, तो ऐसा लगा जैसे उसकी चूत फट जायेगी। मैं तेजी से अपने लंड को सुमन के चूत में डालता और बाहर निकालता तो वो जोर जोर से चीखने लगती और मैं केवल “आह्ह्ह्ह।।। ओह्ह्ह ओह्ह्ह ।।।।।प्लीसससससस।।।।।।।।प्लीसससससस, उ उ उ उ ऊऊऊ ।।।।ऊँ।।ऊँ।।।ऊँ।।। माँ माँ।।।।ओह माँ।।।।।।उ उ उ उ ऊऊऊ ।।।।ऊँ।।ऊँ।।।ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी।। हा हा हा।। ओ हो हो” काके चीखने लगी। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
कुछ देर लगातार चुदाई करने से उसकी चूत से सफ़ेद रंग का माल निकला जिससे उसकी चूत चिकना हो गया और चुदने में ज्यादा दर्द होना बंद हो गया। अब तो चुदने में उसे मज़ा आने लगा था।
40 मिनट लगातार चुदाई करने से मेरा माल निकलने वाला था मैंने जल्दी से अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला और जल्दी जल्दी मुठ मरने लगा। मुठ मरते हुए मैंने उसके लंड को सुमन के हाथ में पकड़ा दिया और चटाने लगा और साथ में वो मुठ भी मरने लगी। कुछ ही देर में मेरा माल निकलने लगा। मैंने अपने लंड से निकले माल को उसके मुह पर गिरा और उसने अपने जीभ से चाट लिया जोकि हल्का फीके स्वाद का था। मेरी पहली चुदाई काफी अच्छी थी और मुझे काफी मज़ा भी आया। देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम
चुदाई के बाद हमने बहुत देर तक बातें की और फिर कुछ देर बाद मैं और सुमन दोनों अपने अपने घर चले गए। और फिर जब भी मुझे मौका मिलता मैं सुमन की खूब चुदाई करता। मैं उम्मीद करता हूँ आप सभी को मेरी कहानी पसंद आई होगी।