चूतिये जीजू चुद्दकड़ बहन
सबसे पहले तो मैं “एम एस एस” का धन्यवाद देना चाहती हूँ क्यूंकी यह साइट एक ऐसा माध्यम है, जिससे हम अपने जीवन के कई “अनकहे पहलू” और “सेक्स-एक्सप्रीयेन्स” पाठकों से शेयर कर सकते हैं; जो हम अपनी निजी जिंदगी में किसी से शेयर करने की हिम्मत भी नहीं करते।
अब मैं बता दूँ कि यह असल में एक कहानी नहीं, बल्कि पूरी तरह सच बात है।
मुझे हिन्दी लिखना नहीं आता, इसलिए मेरी ये कहानी मेरी हॉस्टल की एक सहेली लिख रही है; जिससे मैं अपने जीवन की हर बात शेयर करती हूँ क्यूंकी वो भी ऐसा ही करती है।
मैं पूर्णिमा एक छोटे से शहर में रहती हूँ और फिलहाल अपने शहर के पास ही एक बड़ी सिटी में हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रही हूँ।
क्यूंकी घर के बाहर मैं हॉस्टल में रहती हूँ इसलिए ऐसा बिल्कुल नहीं कहूँगी कि मैं एक शरीफ और सीधी-साधी लड़की हूँ।
वैसे तो, यह कहानी मेरी नहीं है पर आपके मनोरंजन के लिए बता देती हूँ कि मैं ज़्यादा गोरी तो नहीं हूँ पर दिखने में सुंदर हूँ।
मैं थोड़ी सी सांवली हूँ और मेरे चुचे ना ज़्यादा छोटे है ना बड़े और गाण्ड भी एकदम कसी हुई है!!! कभी नापा तो नहीं पर मेरा फिगर लगभग – “३२-२६-३४” का होगा!!
असल में यह कहानी मेरी “छीनाल माँ”, मेरी “चुड़दकड़ बहन” और मेरे हद से ज़्यादा “चूतिए जीजू” की है!!
यह कोई कहानी नहीं है, सचाई है जो मेरे दिल में टीस की तरह उठती है।
मेरी माँ दिखने में ऐसा दिखती है कि उससे नरम दिल और अच्छी औरत इस दुनिया में नहीं है पर है बिल्कुल “डायन”।
यक़ीनन, कोई बेटी अपनी माँ के बारे में ऐसे विचार नहीं रखती पर विचार क्या होंगें अगर आपकी माँ आपकी बड़ी बहन से धंधा कराये!!!
रही बात मेरी बहन की, तो वो इतनी भी सीधी नहीं है कि जैसा माँ समझाए, वो मान ले।
असल में उसे भी चुदने का बहुत शौक है।
अफसोस तब भी ना होता, अगर शादी के बाद माँ और दीदी सुधर गयीं होतीं।
सगाई के बाद भी यहाँ तक शादी के बाद तक माँ ने दीदी को खूब चुदवाया और दीदी भी एकदम “रंडी” जैसे चुदीं।
मैं एक लड़की हूँ और मैं यह जानती हूँ जबरदस्ती किसी लड़की से कुछ भी नहीं करवाया जा सकता।
असल में मेरी बहन है ही एक “चुद्दकड़ छिनाल”।
सच दोस्तो, एक बार भी मेरी बहन को मेरे जीजू को देख कर तरस नहीं आया। उसने यह भी नहीं सोचा कि एक रांड़ को भी जीजू कितना चाहते हैं।
दोनों माँ-बेटी सोचती हैं कि दुनिया को उनकी इन घिनोनी हरकतों का कोई अंदाज़ा नहीं, जबकि दुनिया की तो छोड़िये मुझे पूरा यकीन है कि मेरे जीजू तक इस बारे में जानते हैं।
नहीं, आप गलत सोच रहे हैं। मेरे जीजू इसमें बिलकुल शामिल नहीं हैं।
मेरे जीजू तो बेहद शांत और सभ्य इंसान हैं। मन ही मन उनकी सरलता की मैं कायल हूँ और इसलिए कभी-कभी तो उनकी आँखों में देखते ही मेरे आंसूं आ जाते हैं।
मज़े की बात तो यह है दोस्तो, जीजू के घर में होते हुए भी दीदी चुदीं और माँ ने उन्हें पता भी नहीं चलने दिया।
अब आप सोच रहे होंगें मेरे जीजू में ही कुछ कमी है, तो आपकी यह गलत फहमी भी दूर किये देती हूँ। मेरे जीजू ना की काले-कलूटे हैं ना ही मेरी दीदी ने किसी तरह से तरस खा कर उनसे शादी करी है।
बल्कि उससे तो दुनिया की हर लड़की आँखें मूंद कर शादी कर लेती, जिसमें मैं भी शामिल हूँ।
ऐसा भी नहीं है कि वे नामर्द हैं क्यूंकि चोरी छुपे मैंने उनका लण्ड देखा है और दीदी को चोदते हुए भी कई बार देखा है।
सच तो यह है, मेरे जीजू बेहद स्मार्ट और हैंडसम हैं।
मेरी हॉस्टल की २-३ लड़कियां और मैं भी उनके नाम का खूब मुठ मरती हूँ।
पर वो कभी अपनी हद पार नहीं करते, मुझे बिलकुल वो अपनी छोटी बहन की तरह चाहते हैं, इसलिए मजबूरन मैं भी कोई कदम नहीं उठा पाती।
कभी-कभी तो मुझे उनके ऊपर बहुत गुस्सा आता है पर अगले ही पल उनका चेहरा याद करते ही मुझे उन पर तरस आ जाता है।
मैं भी समझ नहीं पाती कि मुझे क्या करना चाहिए इसलिए आप लोगो के सुझाव आमंत्रित हैं।
आज बस इतना ही जल्द ही हाज़िर होऊंगी और आपको बताऊँगी कैसे मैंने छुप कर अपनी माँ को चुदते देखा।