साली को देख देखकर और उसके बारे में सोच सोच कर मैंने कई बार मुठ मारा है, मैं उसे नंगा देखता हूं और मुट्ठ मारता हूं करीब हर रोज. मुझे उसकी गांड की सारी जानकारी है, उसकी चूत कैसी दिखती है यह भी पता है, और उसकी गांड का छेद कितना पिंक यह भी पता है. मुझे पता है उसके मम्मे मेरी बीवी से छोटे हैं और यह भी पता है गांड उससे बड़ी है. कैसे? वह हमारे साथ बहुत दिनों से रहती है. मैं उसे यहां शालीनी बुलाऊंगा, शालीनी मस्त माल है, रात में कपड़े पूरे पहनती है, पर चोदने लायक लगती है. मैं उसे कई दिनों से नंगा देखना चाहता था. पर एक दिन मेरी किस्मत चमकी.
मेरी बीवी सुबह अपने काम पर निकल जाती है और हमारा एक ही बाथरूम है. उस सुबह मैं बाहर निकला और शालिनी नहाने घुसी थी. सुबह सुबह मेरा लंड खड़ा था. मैं दरवाजे के पास खड़ा अंदर से आवाजे सुन रहा था, बहुत ज्यादा देखने का मन था और तभी मुझे दरवाजे में एक छेद दिखा. मैंने उसमें से झांकना शुरू किया और शालिनी शोवर में नंगी खड़ी अपनी मस्त गांड मल रही थी. उस दिन मैंने उसे देख कर पता नहीं कितना मुठ मारा. उसके बाद मैं उसे रोज देखता नहाते हुए और मुट्ठ मारता. वह नहाते हुए अपने आप को जिस तरफ से साफ करती; बिना हिलाए ही मेरा मूत लंड से टपकने लगता है. वह अपने बूब्स जोर जोर से मलती है और अपनी गांड और चूत को पूरा समय लगा के साफ करती है.
एक दिन कुछ बहुत ही अलग हुआ, शालिनी बाथरूम में घुसी और शीशे में अपने आप को देखने लगी. अक्सर वह पानी चला कर साबुन मलने लग जाती है पर आज नहीं. मैंने देखा वह अपने निप्पल पकड़ कर उन्हें मसल रही थी थोड़ा जोर जोर से दबाने के बाद वह मुड़ी और अपने कपड़ों के बीच से एक वाइब्रेटर निकाला. वाइब्रेटर करीब १० इंच का होगा और गजब मोटा था. उसने वाइब्रेटर चला कर अपनी चूत पर रखा और मैं अपना लंड निकाल कर हीलाने लगा. फिर वह वाइब्रेटर अपनी चूत पर मलने लगी और अपने मम्में मसलने लगी, मेरा लंड अब मुत से भर चुका था, पर उसके बाद जो उसने किया वह तो हद ही थी. उसने उतना मोटा वाइब्रेटर अपनी चूत में घुसा दिया, उसकी हल्की सी चीख निकली आह्ह और मेरा मूत निकल गया. पर मैं देखता ही रहा.
अब वह वाइब्रेटर थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर करने लगी. मैंने देखा हर बार वाइब्रेटर और अंदर तक चला जाता, देखते देखते आधा उसकी चूत में था जिसे देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मैं हिलाने लगा. अब उसने पानी चला दिया, अपनी आवाज दबाने के लिए. उसने वाइब्रेटर को जोर से पकड़ा और जोर जोर से अंदर बाहर करने लगी. हर बार जब वायब्रेटर जोर से अंदर जाता वह थोड़ा सा कराह रही थी. फिर वाइब्रेटर अपनी चूत में ही डालें वह उठी और मुड़कर एक बाल्टी के कोने पर वाइब्रेटर सपोर्ट पर लगा दिया, वाइब्रेटर अभी भी उसकी चूत में था और चालू था.
फीर उसने कुछ ऐसा किया जिससे मुझे पता चला वह कितनी बड़ी रंडी है. और उसकी गांड इतनी बड़ी क्यों है? उसने मुड़ कर कपड़े धोने का ब्रश उठाया और उसका लंबा हैंडल अपनी गांड में डाल दिया, हैंडल थोड़ा सा ही गया था पर जिस तरह से खड़ी थी मैं उसकी सफेद गांड में पिंक छेद देख पा रहा था और किस तरह से ब्रश अंदर जा रहा था. ब्रश का हैंडल नीचे जाते हुए और भी मोटा होते जा रहा था. वह थोड़ा थोड़ा कर के अंदर डाल रही थी फिर वह थोड़ा बाहर निकालती और फिर और भी ज्यादा अंदर धकेलती. पता नहीं कितना ही ब्रश उसकी गांड में घुस गया. साथ में वह एक हाथ से अपने मम्में मसल रही थी और बाल्टी से टिकाया हुआ वायब्रेटर उसकी चूत में था. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कीतनी बड़ी रंडी है मेरी साली. उसने फिर ब्रश को थोड़ा छोड़ा और गांड हिलाने लगी. शायद उसे अंदर घुसता हुआ ब्रश और भी मजे दे रहा था.
फिर आखिरी मजे की बारी थी, उसने अपना वाइब्रेटर पकड़ा शीशे की और मुडी और नीचे बैठने लगी, देखते देखते वह तो ब्रश के हैंडल पर बैठ गई. मेरा तो मूत निकल पड़ा, फिर क्या था? उसने थोड़ा थोड़ा वाइब्रेटर अंदर बाहर किया और ब्रश उसकी गांड में घुसता ही जा रहा था. मुझे लगा उसकी गांड फट जाएगी. फिर वह जोर जोर से ब्रश अंदर बाहर करने लगी, इतनी जोर से मुझे लगा वह अपनी चूत फाड़ देंगी. और साथ ही साथ ब्रश पर हल्का हल्का कूद रही थी. अब उसकी टांगे कांपने लगी और वह गांड में घुसे ब्रश पर जोर जोर से कूदने लगी. उसका चेहरा देख मुझे समझ आ रहा था उसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. और जोर जोर से वाइब्रेटर अपनी चूत में मारकर उसने जैसे ही वह बाहर खिंचा उसकी चूत से मुत का फवारा निकल गया. उसके उतारे कपड़ों पर वह जाकर गिरा, और उन्हें गिला कर गया. फिर वह लड़खड़ाकर जमीन पर गिर गई और अपनी चूत धीरे धीरे मसलने लगी.
ब्रश धीरे धीरे उसकी गांड से बाहर आ रहा था, फिर मैंने वह देखा जो सिर्फ पोर्न में दिखता है. इतना मुत निकाल कर तो कोई भी बेहोश हो जाए, पर वह नहीं.. उसने थोड़ी चूत मसली और फिर जरा सी उंगली अंदर डाल कर हीलाई और फिर मुत बाहर निकलने दिया, अभी तक जो साफ पानी सा उसकी चूत से बाहर आ रहा था अब वह सफेद क्रीम जैसा दिखने लगा. उसकी गांड उसके ब्रश को बाहर धकेल रही थी और वह थोड़ी थोड़ी देर में अपनी चूत में उंगली कर के और भी ज्यादा सफेद मूत बाहर निकाल देती. ईसके बाद मैंने कुछ ऐसा देखा जिससे मेरा मूत छन छनाता हुआ बाहर निकल गया. वह अपनी चूत में से निकले क्रीम को उंगली से निकाल कर मुंह में डालने लगी. उसने यह एक दो बार किया. थोड़ी देर वहीं पड़े रहने के बाद वह उठी उसने ब्रश पूरा गांड से निकाला और धोने लगी, फिर अपना वाइब्रेटर धोया और नहाने लगी.
अभी तक मुझे पता नहीं मैं कितनी बार मुट्ठ मार चुका था, और उसके नहाने के बाद मैंने उसके मुत से भीगे कपड़े उठाए और उनको अपने लंड पर लपेट कर उनमें मुठ मार दिया. उसके बाद मैं रोज उसे नहाते देखता हूं पर कभी ऐसा दोबारा नहीं हुआ, जब भी वह नहाते हुए झुकती है मुझे लगता है वह फिर उंगली करेगी, पर सिर्फ अपनी चूत और गांड के छेद धोके छोड़ देती है.