दीदी जीजा से चीटिंग कर के बड़ा लंड लेती हे 🙁 दीदी की चुत में बहोत दर्द होता हे फिर भी
दोस्तों मेरा नाम रोहित हे और मैं अपने परिवार के साथ रहता हूँ जिसमे मैं मेरी मम्मी और पापा हे. मेरी एक बड़ी बहन भी हे जिसकी शादी 10 साल पहले एक इंजीनियर के साथ हुई हे. ये कहानी मेरी दीदी की हे जो मेरे जीजा से चीटिंग करती हे.Antarvasna, Bahan ki chudai, Kamukta, Sex kahani
पहले मैं आप को अपनी दीदी के बारे में बता दूँ. वो एक पेरफ़ेक्ट इंडियन हाउसवाइफ हे जिसका बदन एकदम सेक्सी हे. वो एकदम सेक्सी और खुबसुरत लगती हे. वो कलर में एकदम साफ़ हे और उसके बूब्स का साइज़ 34D हे. वो डीप नेक वाली ब्लाउज पहनती हे. इसलिए उसका क्लीवेज हमेशा साफ़ साफ़ दीखता हे. उसके बाल लम्बे और एकदम काले हे. दीदी की गांड का साइज़ करीब 38 इंच का हे और उसके कुल्हे गोल मटोल हे. वो अक्सर साडी में ही होती हे. उसकी कमर गांड की अनुपात में कम हे करीब 32 इंच की. उसकी नाभि का बटन चमकीले पेट के ऊपर एकदम हॉट लगता हे. उसकी मांग में हमेशा सिंदूर होता हे और गले में मंगलसूत्र. मंगलसूत्र उसके बूब्स के बिच में होता हे तो बहुत ही सेक्सी लगता हे. दीदी की एक 7 साल की बेटी भी हे. लेकिन दीदी को देख के लगता ही नहीं हे की उसको बच्चा भी हे. वो 30 के ऊपर की हे लेकिन लगती सिर्फ 25 साल की हे.
ये किस्सा तब घटा जब मैं पिछले समर वेकेशन में दीदी के घर गया था. मैं अक्सर दीदी के घर वेकेशन के लिए जाता हूँ.
वेकेशन के 10वें दिन मैं उनके घर गया था. वो मुझे देख के बड़ी खुश हुई. जीजू भी किसी काम से बहार गई हुई थी. मेरी भांजी भी अपने चाचा की बेटी के साथ पिकनिक के लिए 3 दिन के लिए बहार गई हुई थी. जीजा के सभी पडोसी मुझे जानते हे क्यूंकि मैं हमेशा वेकेशन में वहां जाता रहता हूँ. मेरे वहां काफी दोस्त भी हे जिनके साथ में मैं क्रिकेट, कार्ड्स खेलता हूँ और घूमता हूँ.
उन सब में राकेश मेरा सब से अच्छा दोस्त हे. वो 19 साल का हे. उसका रंग सांवला हे और उसकी हाईट 5 फिट 9 इंच हे. वो बॉडी में भी एकदम हेल्धी हे. वो मेरी दीदी के घर के एकदम पास ही रहता हे. और मुझे मिलने के लिए वो अक्सर दीदी के घर पर आता हे.
एक दिन जीजू ने अपने दोस्तों के साथ मूवी देखने जाने का प्लान किया था. वो दीदी को बोल के चले गए. दीदी फिर नाहने के लिए चली गई. जीजा ने मुझे आ के बोला था साथ में चलने के लिए. लेकिन मुझे आलस आ रही थी इसलिए मैंने मना कर दिया. उन्होंने जाते हुए मुझे कहा की दीदी को बोल देना की मेरा खाना ना बनाए. मैंने दोस्तों के साथ आज नॉन वेज खाने भी जाऊँगा. उनके जाने के बाद मेरी नींद लग गई और मैं एक घंटे तक सोया रहा.
मैं जब उठा तो मुझे याद आया की दीदी को जीजा का मेसेज तो दिया ही नहीं. सुबह के 12 बजे हुए थे. मैं ऊपर के कमरे में सोया था और दीदी तब निचे किचन में थी. मैं दीदी के पास आने के लिए उतरा. लेकिन मुझे दीदी के कमरे से उसके हंसने की आवाज आई. और फिर दीदी बोली, तुम सच में बड़े ही नटखट हो!
मेरे पाँव जैसे जमीन से ही चिपक गए. फिर मुझे एक मर्दाना आवाज सुनाई पड़ी, तुम भी बड़ी स्वीट और नोटी ही हो डार्लिंग. जीजू तो घर पर थे नहीं फिर ये कौन था! मैंने डोर को धीरे से धक्का दिया लेकिन वो अन्दर से बंद था. मैंने निचे झुक के कीहोल से अन्दर देखा तो मुझे मेरी आँखों के ऊपर भरोसा ही नहीं हुआ!
वहां पर दीदी के साथ राकेश था. उसने दीदी को पीछे से पकड़ा हुआ था. और उसके हाथ दीदी के कंधो के ऊपर थे. और इस हरामी की एक ऊँगली मेरी दीदी की नाभि यानी की नावेल बटन में थी. मैंने सोचा की चिल्लाऊ की मादरचोद. लेकिन दीदी भी तो उसके साथ में थी. तभी दीदी पीछे की तरफ मुड़ी. दोनों ने अपने होंठो को एक दुसरे को लगा दिया और किस करने लगे.
मेरा दील जैसे मेरे मुहं में आ चूका था. राकेश ने दीदी की कमर को दबाया और दीदी के गुलाबी होंठो को वो चूसने लगा एकदम जोर जोर से. और फिर वो दीदी के होंठो को एकदम जोर से लिक करते हुए अपनी जबान से दीदी की जबान को चाटने लगा. और वो साथ में मेरी दीदी की बड़ी गांड की फांको को हाथ से दबा रहा था.
दीदी ने अपनी जबान को राकेश के मुहं में डाल दिया. और वो दोनों अपने थूंक को इधर से उधर कर रहे थे. 10 मिनट तक उनकी ये किस चलती रही. मेरा गुस्सा अब शांत हो चूका था और मेरा छोटा सिपाही पेंट के अन्दर जाग चूका था. मैं दीदी और उसके लवर का फॉर-प्ले देख के टाईट हो चूका था.
फिर राकेश मेरी दीदी के सेक्सी क्यूट गालो को किस करने लगा. और उसने अपने हाथो को दीदी की कमर के उपर रखे हुए थे. वो अपनी जबान को दीदी के गले के ऊपर घुमा रहा था. दीदी भी अब एकदम होर्नी हो गई थी और वो राकेश को एकदम टाईट आलिंगन दे रही थी. और फिर राकेश ने दीदी का पल्लू हटा दिया. और वो दीदी की छाती को चूमता हुआ उसके बूब्स की तरफ बढ़ा गया. वो साडी के ऊपर से ही दीदी के बड़े बूब्स को चूसने और दबाने लगा.
दीदी के मुहं से एक जोर की मोअन निकल पड़ी, अह्ह्ह्हह्ह आज तो बड़ी जल्दी में हो मेरे राजा. मेरे पति तो शाम को वापस आनेवाले हे, हमारे पास बहुत वक्त हे. और ये कह के दीदी ने नोटी स्माइल दे दी.
राकेश आराम से दीदी की कमर को पकड़ के उसके साथ खेलने लगा. और फिर वो घुटनों के ऊपर जा बैठा और उसके चहरे को वो दीदी की कमर के पास ले आया. वो दीदी के चिकने पेट के ऊपर अपनी जबान से चाटने लगा और फिर बोला, डार्लिंग तुम्हारी टमी देख के पागल हो जाता हूँ मैं. और फिर वो दीदी की नाभि को चूसने लगा.
दीदी ने उसके माथे को पकड़ के दबाया और बोली, और मैं तुम्हारे लंड को बड़ा पसंद करती हूँ. दीदी के मुहं से लंड सुन के मेरे रोंगटे खड़े हो गए.
राकेश दीदी को पुरे पेट के ऊपर किस कर रहा था, गांड को दबा रहा था और दीदी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह बहुत बढ़िया अह्ह्ह्ह वगेरह मोअन कर रही थी. राकेश ने दीदी की साडी को हटा दिया. अब वो ब्रा और पेटीकोट में ही थी. दीदी एकदम होर्नी थी. दीदी के बाल उसकी गांड तक जा रहे थे. दीदी अपनी आँखे बंद कर के अपने होंठो को दांतों से दबा रही थी. दीदी के बूब्स लाल रंग के ब्लाउज में थे. दीदी का क्लीवेज एकदम सेक्सी लग रहा था. दीदी का सेक्सी बदन एकदम हॉट लग रहा था जब उसका पेट ऊपर निचे हो रहा था.
अब दीदी खुद को रोक नहीं सकी और घूम गई. अब वो राकेश के बदन को चाटने लगी. वो उसकी चेस्ट को और पेट को चाटने लगी. फिर राकेश की जींस के बटन को खोल के दीदी ने उसे निकाल फेंका. वो अब चड्डी में था. दीदी ने अंडरवेर के ऊपर से ही उसके बड़े लंड को प्यार करना चालू कर दिया. और फिर दीदी ने अंडरवेर को भी निकाल फेंका. राकेश का खड़ा लंड 8 इंच लम्बा और 3 इंच जितना मोटा था. दीदी ने ऊपर देख के राकेश को मस्त स्माइल दी.
राकेश ने अपने लंड को सीधे हाथ से पकड़ा और उसके ऊपर की चमड़ी को हटाई. दीदी ने अब लंड को अपने हाथ में ले लिया. राकेश ने कहा, डार्लिंग मजे ले रही हो ना?
दीदी ने सिर्फ मोअन किया, हम्म्म्म!
अब दीदी ने राकेश के लंड को पकड़ के हिलाना चालू कर दिया. दीदी ने अपनी जबान निकाली और वो राकेश के लंड को सक करने लगी. राकेश का पूरा बदन कांप रहा था. दिदी ने सुपाडे के ऊपर थूंक दिया और लंड की चमड़ी को उसने निचे कर दिया. अब दीदी ने लंड को पूरा मुहं में ले लिया और उसे चूसने लगी. दीदी अपने मुहं को आगे पीछे कर के राकेश को मस्त ब्लोव्जोब दे रही थी. राकेश को भी लोलीपोप चुसाने में बड़ा मजा आ रहा था, राकेश जोर जोर से मोअन करने लगा था.
अब राकेश ने अपने लंड को दीदी के मुहं में आगे पीछे करना चालू कर दिया. और वो दीदी के मुहं को मस्त चोद रहा था. और फिर उसकी स्पीड और भी बढ़ गई. वो झड़ने के करीब था. दीदी राकेश के बॉल्स के साथ खेल रही थी. राकेश बोला ओह शिट! और उसके लंड से ढेर सारा वीर्य निकल के दीदी के मुहं में छुट पड़ा. दीदी लंड को जोर जोर से चाट रही थी और चूस रही थी. दीदी सब वीर्य खा गई. और उसने राकेश के लंड को चूस के चाट के साफ़ कर दिया. राकेश एग्जॉस्ट हो चूका था और उसके चहरे पर संतोष भी था.
दीदी ने अपनी ऊँगली बूब्स की तरफ दिखा के कहा, इनके साथ खेलना चाहोगे?
दीदी के बूब्स के ऊपर मंगलसूत्र था जिसे राकेश ने अपने मुहं में लिया. और फिर वो दीदी के मम्मो को मसलते हुए बोला, आप के बूब्स पर मंगलसूत्र बड़ा ही सेक्सी लगता हे. दीदी ने कहा, मुझे पता हे इसलिए तो मैं उसे उतारती नहीं हूँ कभी भी. अब राकेश दीदी के बूब्स से खेल रहा था और उन्हें जोर जोर से दबा रहा था. दीदी की बड़ी निपल्स को राकेश जोर जोर से दबाने और चूसने लगा. और फिर उसने उसे दो ऊँगली से पिंच कर दिया. दीदी जोर से कराह उठी. और राकेश के लंड को उसने पकड़ लिया. ये सब देख के मेरा लंड एकदम मोटा हो चूका था. मैंने भी अपने लंड को बहार निकाल दिया था. और मैंने अपने लौड़े को मसलने लगा था.
और फिर दीदी के निपल्स को राकेश ने और भी जोर से दबा दी. दीदी के निपल्स से दूध निकल पड़ा. राकेश के हाथ के ऊपर बहुत सब दूध आ चूका था. अब उसने दीदी की पेटीकोट को खोल दिया. अब दीदी सिर्फ एक पेंटी में थी जो उसकी चूत को छिपा रही थी. दीदी भी कंट्रोल के बहार हो चुकी थी और उसने खुद ने ही अपनी पेंटी को उतार दिया. बाप रे दीदी की क्लीन शेव चूत एकदम सेक्सी लग रही थी. राकेश ने दीदी की गीली चूत की फांको को घिसना चालु कर दिया. दीदी किसी होर्नी पोर्नस्टार के जैसे अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्हम्म्म्म ओह्ह्ह की आवाजें निकालने लगी.
राकेश ने अब दीदी को उठा के बेड में डाला. दीदी एक हाथ से अपने बूब्स और दुसरे हाथ से अपनी चूत को मसल रही थी. अब दीदी ने एक ऊँगली को चूत में डाला और वो फिंगर फकिंग करने लगी. वो अपनी पूरी बॉडी को हिला के हस्तमैथुन कर रही थी. और तब भी राकेश मेरे दीदी के बूब्स से दूध पी रहा था. वो बार बार बूब्स को बदल रहा था. राकेश का लंड फिर से एक बार खड़ा हो चूका था. और वो अब मेरी दीदी की स्वीट और सेक्सी चूत को चोदने के लिए बेताब लग रहा था. दीदी ने लंड को पकड़ा और बोली, कम ओं बेबी फक मी नाऊ! परेशान मत करो, जल्दी से डालो न इसको!
राकेश ने ये सुना और उसने दीदी के ऊपर चढ़ के उसे चुसना चालू कर दिया. और फिर वो निचे गया और दीदी की क्लाइटोरिस को चूसने लगा. दीदी की चूत को खोल के वो क्लाइटोरिस को लिक कर कर रहा था. दीदी की चूत का होल एकदम काला था. राकेश ने अब लंड को पकड़ के दीदी की चूत पर थपथपाया. दीदी चीख पड़ी, ओह अब जल्दी से डालो ना!
राकेश ने अब कोई डीले नहीं किया और उसने अपना मोटा लोडा मेरी दीदी की चूत में एक ही झटके में डाल दिया. दीदी की मोअन निकल पड़ी, ओह या अह्ह्ह्ह और जोर से चोदो मुझे मेरी चूत को फाड़ दो अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह ओह ओह!
वो हरामी मेरी मस्त दीदी को चोद रहा था. और मैं उसे देख के अपने लंड को हिला रहा था. वो जोर जोर से दीदी को चोदने लगा था और दीदी अह्ह्ह अह्ह्ह यस्स यस्स अह्ह्ह और जोर से चीख रही थी. पलंग से खिचुक खिचुक की आवाज आ रही थी. वो दोनों ने मिशनरी पोज़ में ऐसे ही कुछ देर सेक्स किया. और फिर दीदी खड़ी हुई और वो राकेश के सामने कुतिया बन गई.
दीदी की सेक्सी बड़ी गांड राकेश के सामने थी. राकेश ने दीदी के कूल्हों को चूमा और उन्हें स्पेंक भी किया. दीदी के बिग बूब्स और उसका मंगलसूत्र भी हिल रहा था. राकेश ने उठ के अपने लंड को दीदी की चूत के ऊपर एडजस्ट कर दिया. और फिर वो धक्के लगाने लगा दीदी की चूत के अंदर. दीदी की गांड पर वो जोर जोर से स्पेंक करते हुए उसकी चूत को चोद रहा था. ठप ठप की आवाजों से उसका लंड दीदी की चूत में घुसता था. और उसकी और दीदी की जांघे मिलने से भी चुदासी साउंड आ रहा था. मेरा वीर्य छुट गया था. लेकिन मैं फिर भी दोनों के काण्ड को देख रहा था.
अब राकेश ने दीदी की बड़ी चूचियां अपने हाथ से मसली और अपने चोदने की स्पीड को और बढ़ा दिया. और फिर उसकी स्पीड देख के दीदी समझ गई की वो झड़ने वाला था. दीदी ने उसे कहा चूत में नहीं गांड में माल दो मेरे को अपना.
कुछ ही सेक्दं में राकेश ने चूत से लंड निकाला और वो उसे गांड के होल पर घिसने लगा. वीर्य की कुछ बुँदे निकल के दीदी की एस्होल पर आ निकली. दीदी ने ऊँगली से वीर्य को अपनी गांड के ऊपर घिस लिया. राकेश खड़ा हो के अपनी जींस पहन रहा था. दीदी ने चिक के कहा, रुको!
और दीदी ने फटाक से खड़े हो के राकेश के लंड को अपने मुहं में भर लिया और उसे चूसने लगी. दीदी ने एक हाथ से लंड को पकड़ा हुआ था और उसे दबाते हुए वो सक कर रही थी. दीदी का मंगलसूत्र राकेश के लंड से लड़ रहा था. और फिर राकेश ने दीदी के दोनों बी बोबो के बिच में अपना लंड रख दिया और बूब्स फकिंग किया. उसका लंड फिर से कडक हो गया. दीदी अब वापस उसके सामने घोड़ी बन गई और बोली अब मेरी गांड मारो मेरे राजा!
राकेश स्माइल करते हुए बेड से उठा. और उसने दीदी की कमरे के निचे एक तकिया लगा दिया. उसने अपने सूखे वीर्य पर थूंक लगा के दीदी की गांड के होल को चिकना कर दिया. और फिर उसने अपने लंड को दीदी की गांड पर रख के अन्दर घुसाना चाहा. लेकिन दीदी की गांड तो एकदम टाईट थी. उसने लंड के ऊपर थूंक दिया और फिर जबरन वो दीदी की गांड में लंड घुसाने की ट्राय करने लगा. दीदी ने चिल्ला के कहा, डालो जोर से अन्दर!
राकेश ने पुरे लंड को अन्दर धकेल दिया और वो दीदी की गांड मारने लगा. वो इतनी जोर से गांड मार रहा था की मुझे डर लग रहा था की कही अगल बगल के पडोसी ना सुन ले!और तभी दीदी की चूत में से कुछ चिकना प्रवाही बहार आ गया. दीदी झड़ चुकी थी. वो थोड़ी थकी हुई लेकिन चुदाई से संतुष्ठ लग रही थी.
पांच मिनिट के बाद राकेश ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और वो बोला, अह्ह्ह्ह मेरा पानी निकलेगा. दीदी ने कहा थोडा गांड में और थोडा मेरे मुहं में दे दो. राकेश ने ऐसे ही किया. उसने फक फक गांड मारी और जोर से. फिर जब उसका पानी निकला तो आधा पानी गांड में छोड़ के उसने लंड को कस के पकड लिया बॉल्स के उपर से. और फिर वो दीदी के मुहं के पास आ गया. दीदी ने जैसे ही लंड को चूसा और पानी उसके मुहं में निकल पड़ा.
फिर राकेश खड़ा हुआ और वो अपने कपडे पहनने लगा. दीदी भी अपना ब्लाउज के बटन को बांधते हुए बोली, वैसे वो लोगों का कल भी प्लान हे पुरे दिन बहार जाने का. मैं रोहित को कल भी नींद की गोली खिला दूंगी और तुम आ जाना!
तो क्या मुझे नींद इसलिए आई थी की मेरी बहन ने अपने लवर से चुदवाने के लिए और उसका लंड गांड में लेने के लिए!
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