दीपा की चुदाई उसी के घर पर
हेलो रीडर्स, दिस इज दीपक. मैंने दिल्ली के सरिता विहार में रहता हु. मैं सेक्सी कहनियो का बहुत बड़ा फैन हु. मुझे कुछ कहानिया यहाँ पर फेक लगी और कुछ बहुत ही ज्यादा अच्छी. ये मेरी पहली स्टोरी है. मुझे यकीं है कि आप लोगो को पसंद आएगी. मैं आपको अपने बारे में बता देता हु. मेरा नाम दीपक है और मैं सरिता विहार में रहता हु. मेरी हाइट ५. ९ फिट है, कलर सावला है और बॉडी नार्मल है और मेरे लंड का साइज़ ७ इंच लम्बाई और २.५ इंच मोटा है, जी किसी भी लेडी या भाभी को संतुष्ट कर सकता है. सो नाउ टू कॉम ओन स्टोरी. ये स्टोरी दीपा नाम की लड़की के बारे में है. वो दिखने में बहुत क्यूट है. उसका रंग फेयर है और उसकी हाइट ५.४ फिट है. उसका फिगर तो कमाल का है ३२ – २८ – ३०. बस इतना समझ जाओ, कि जो भी उसे देख ले, उसका लंड अपने आप खड़ा हो कर उसे सलाम ठोकेगा. और जिसका ना खड़ा होए, समझ लो वो नामर्द है.
मैं दीपा की गांड पर फ़िदा हु और जब वो चलती है, उसकी गांड बहुत ही ज्यादा मटकती है. मैं उसकी गांड को हिलते हुए देख कर पगला जाता हु. ऐसा लगता है, जैसे ऊपर वाले ने उसे बड़ी ही फुर्सत से बनाया है. बहुत ही खुबसूरत है वो, बिलकुल परी जैसी. ये बात २०१४ अक्टूबर की है. मैं तब अपने अंकल के घर गया था फेस्टिवल सीजन में. वहां मेरी मुलाकात दीपा से हुई. वो मेरे अंकल के पडोसी की बेटी थी. मैं तो उसे फर्स्ट टाइम देख कर ही फ़िदा हो गया था. और देखते ही मेरे लंड ने जोर मारना शुरू कर दिया और मेरा उसको चोदने का मन किया. मैंने मन में सोचा, कि मैं उसे चोद कर ही मानुगा, चाहे जो कुछ भी हो. मैं जब भी दीपा को देखता था, मेरा मन उसे चोदने का करता था. मैंने बहुत प्लान सोचा. लेकिन कुछ समझ नहीं आ रहा था. क्योंकि फेस्टिवल सीजन होने की वजह से घर में बहुत लोग आये हुए थे. और घर में सबके बीच में उसको चोदना, चोदना क्या… उसको हाथ लगाना भी पॉसिबल नहीं था.
वो जब भी आती थी, तो मुझसे बात करती और हसी मजाक भी करती थी. हम धीरे – धीरे क्लोज फ्रेंड बन गये थे. बाते शेयर करते थे. मैं धीरे – धीरे उसकी तरफ बहुत अतत्रेक्ट हो चूका था. वो भी मुझे बहुत भाव देती थी. मैं उसे चोदने के लिए पागल हो चूका था. बट उससे कहने की हिम्मत नहीं हो रही थी. आखिर एक दिन जब सब सो रहे थे, मैं हिम्मत करके उसके घर गया. क्योंकि मुझे पता था, कि उसके घर में भी सब लोग सो रहे होने. मैंने उसके घर का डोर नोक किया और उसने दरवाजा खोला. वो आज अलग लग रही थी. उसने वाइट कलर का टॉप डाल रखा था और नीचे मिनी स्कर्ट पहनी थी. मेरा तो उसी वक्त खड़ा हो गया था. वो उसदिन हटके लग रही थी और एकदम सेक्सगोडस… उस वक्त मेरा सारा ध्यान उसके बूब्स और उसकी गांड पर था और मैं मन ही मन में सोच रहा था, कि कैसे उसको सिद्यूज़ किया जाए.
वैसे तो वो जब मेरे अंकल के घर आती थी, तो मुझे यहाँ – वहां किसी ना किसी बहाने से छु कर हिंट करती थी. और मेरे पूछने पर बोलती थी, कि वो एक फ्रेंड की तरह मजाक करती है मेरे साथ. इतना तो बनता है मेरा, कि मैं तुम्हारे साथ मजाक मस्ती करू. और शायद वो यही वजह थी, कि मैं उसे चोदना चाहता था. मस्ती – मस्ती में, वो कभी मेरा लंड भी छु देती थी. और कभी – कभी मेरा हाथ पकड़ कर उसके बूब्स को टच कर देती थी. फिर उसने मुझे अन्दर बुलाया और मैं अन्दर चले गया. हमने थोड़ी देर इधर – उधर की बातें की और बाद में दीपा ने मुझसे पूछा, कि कैसे आना हुआ? तो मैंने बोला – क्यों मैं अपने फ्रेंड से भी मिलने नहीं आ सकता क्या? तो इसपर वो हँसते हुए वो बोली – क्यों नहीं? जरुर… और ये कहते हुए… उसने दरवाजा बंद कर लिया और मेरे साथ सोफे पर आकर बैठ गयी.
उस टाइम मुझे अन्दर से फीलिंग आनी शुरू हो गयी और ऐसा लग रहा था, कि आज तो ये चुद ही जायेगी. उसने मुझसे कहा – सॉरी, कॉफ़ी नहीं मिल पाएगी. घर में दूध ख़तम हो गया है. तो मैंने उसे मजाक में कहा – ये क्या बात हुई? तुम्हारे पास तो २-२ मिल्क डेरी है. तो उसने पूछा कहाँ है? मैंने उसके बूब्स की ओर इशारा कर दिया. तो वो बोली – तुम बहुत ही नॉटी हो. लेकिन ये दूध कॉफ़ी बनाने के लिए नहीं है. फिर मैं अपने मोबाइल पर उसको अपनी फॅमिली पिक दिखाने लगा और तभी मेरे सबसे छोटे भाई की नहाते हुई नंगी –पुंगी पिक आ गयी. वो सिर्फ एक साल का था. तो दीपा बोली – अगर तुम्हारी भी एक ऐसी पिक निकाले तो.
मैंने बोला कि अगर तुम्हे देखना है, तो मेरे पास विडियो है मेरी. मेरी मुठ मारते हुए. तो वो झट से बोली – अच्छा, तो दिखा ना. वो इंसिस्ट करने लगी. तो मैंने विडियो दिखाई उसे. और तब तक मेरा लंड खड़ा हो चूका था और सलाम ठोक रहा था. वो भी शायद गरम हो चुकी थी. वो बड़े ही ध्यान से विडियो देख रही थी. फिर वो एकदम से बोली – ये तुम्हारी विडियो नहीं है. मैंने बोला – तुम खुद ही देख लो और कन्फर्म कर लो. उसने मेरी पेंट के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया और मसलने लगी. मैंने भी उसको पकड़ लिया और लिप किस करने लगा. अब हम दोनों ही गरम हो गये थे. वो जोर – जोर से पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड को मसलने लगी. मैंने उसके लिप्स को जोर – जोर से चूस रहा था. बाद में, मैंने उसके टॉप के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया, वो भी जोर – जोर से. तब वो लिप्स अलग करते हुए बोली.. धीरे दबा ना.. दर्द होता है. फिर मैंने उसके पेट पर, गर्दन पर, हिप्स पर… किस किया और हिप्स पर हाथ फेरने लगा. फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को चूसने लगा. और वो अब तक मेरा लंड दबा रही थी.
बाद में, मैंने उसको सोफे पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसके पुरे फेस और नैक पर और बूब्स पर पागलो की तरह से किस करने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर वो बोली – चलो बेडरूम में चलते है. अब हम लोग बेडरूम में आ गये और वहां जाकर तो मैंने एकदम से उसके सारे कपड़े उतार दिए. अब उसके बदन पर सिर्फ पेंटी रह गयी थी. उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए. हम लोग बेड पर सो गये और वो मेरे नीचे थी और मैं उसके ऊपर. मैं उसके बूब्स दबाने लगा और उसके निप्पल को मुह में लेकर सक करने लगा. उसको भी मज़ा आने लगा था और वो भी मस्त होने लगी और धीरे – धीरे बोल रही थी, कि और सक करूऊऊऊऊऊ… और जोर से सक करो… र्र्र्रर्र्र्ररऊऊ… अहः अहहहः अहहहः अहाहहह्हा अहहहः जोर से… और जोर. प्लीज … मज़ा आ रहा है. वो मेरा सर अपने बूब्स पर दबा रही थी और मेरी पीठ पर अपने नाख़ून गडा रही थी. मैंने उसकी पेंटी भी उतार दी और देखा, कि उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. वो पूरी की पूरी क्लीन शेव थी. शायद वो भी तैयारी कर चुकी थी चुदने के लिए. उसकी पिंक कलर की चूत ने मुझे पागल बना दिया. उसके गोरे – गोरे रंग के बीच में पतली सी लकीर वाली पिंक चूत… क्या बताऊ यारो…. मेरे मुह से तो एकदम लार टपकने लगी थी. मुझ से अपने आप पर कण्ट्रोल नहीं हुआ.
मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया और जैसे ही मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ रखी, वो उछल पड़ी और बोलने लगी और चुसो… जोर से चुसो…. मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मजे लेने लगी. वो मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी और एक हाथ से अपने बूब्स दबाने लगी और उछलने लगी. फिर मैंने उसको एक लिप किस किया और उसके बूब्स दबाते हुए उसके साइड में लेट गया. वो बिना पानी की मछली की तरह तड़प रही थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी. हम दोनों को ही बड़ा मज़ा आ रहा था. तब उसने बताया, कि उसको आज पहली बार आज इतना मज़ा आया है और झट से मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगी. मैं बोला सिर्फ हिलायोगी या चुसोगी भी…? वो मुस्कुरायी और गप से मेरे लंड को अपने मुह में ले लिया और बहुत जोर से चूसने लगी. मैंने भी उसका सिर पकड़ा और उसके मुह को चोदने लगा. फिर मैंने उसकी चूत में फिन्गेरिंग स्टार्ट कर दी और वो मोअन करने लगी हहहः अहहहः अओअओअओअओअऊअ अओअओअओअ हहहः यहाहः और जोर से करो… जोर से प्लीज जोर से करो ना… अहहाह… बहुत मज़ा आ रहा है… एस एस और वो एकदम से झड़ गयी. फिर वो बोली, कि अब रहा नहीं जा रहा है. अब डाल भी दो.
मैंने भी देर ना करते हुए, अपना लंड उसकी चूत पर रखा और सहलाने लगा और वो तड़प उठी और खुद मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी और फिर दबाने लगी. मैंने भी ये देख कर अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और एक बार वो जोर से चीखी… अहाआआआआआअ आआआआआआअ अहहहहः अहहहः अहहहः…. बहुत दर्द हो रहा है… निकालो… इसे… प्लीज निकालो…. मैं जल रही हु…. मैं थोड़ा रुक गया और उसको किस करने लगा. फिर मैंने नीचे देखा, तो उसकी चूत से खून निकल रहा था. वो अब वर्जिन नहीं रही थी. मुझे बड़ा गर्व हुआ अपने ऊपर, कि आज मैंने एक वर्जिन को औरत बना दिया था. अब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ. उसने नीचे से अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया और मैं समझ गया, कि वो अब तैयार हो गयी है और मैंने अपना ७ इंच लम्बा लंड पूरा का पूरा उसकी चुत में घुसा दिया. इस बार वो और भी जोर से चीखी, पर मैं इस बार रुका नहीं और दे दनादन शॉट पर शॉट मारता रहा.. अगगागाहहः अहहहह्हा अहहहः आकाकककककाक आआअऊऊऊऊईईईईइमा मर गयी अहहहः. हम दोनों की आवाजो से पूरा कमरा गूंजने लगा था और हम दोनों बड़े मज़े से चुदाई कर रहे थे.
मैंने पोजीशन चेंज की और उसे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड घुसा दिया. वो मज़े से आहाहहहः अहहहः येयेयेयेयेय अहहहह्हा अहहहहहः ऊऊऊहोहोहोहोह ह्ह्ह्हह्ह हम्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म यम्म्म्म यम्म्म्म फक फ्क्फ़ फ्क्फ़ फ्कफ्क्फ़ फ्क्फक्फ्क्फ़ एस एस एस फक मी हार्ड… एस फक मी हार्ड चोद दे मेरे राजा… और जोर से… मेरी चूत का भोसड़ा बना दे… मुझे आज अपनी रंडी बना दे.. ऐसे आवाज़े निकाल रही थी. अब तक वो ३ बार झड़ चुकी थी, पर मेरा अभी तक निकलना बाकी था. मैंने उसे करीब ४५ मिनट तक चोदा और उसकी चूत में ही ढेर हो गया. मैं बुरी तरह से हांफ रहा था और उसके बगल में ही गिर गया. वो मुझे जोर – जोर से किस करने लगी और बोली – एसा मज़ा मुझे आज तक नहीं आया. अब तुम रोज़ मुझे चोदना.. मैं सिर्फ तुम्हारी हु. ये सुनकर मैं तो ख़ुशी से फुला नहीं समां रहा था. मैंने उसे चूमना शुरू कर दिया. अब शाम हो चुकी थी और सब के उठने का टाइम भी हो चूका था. हमने अपने – अपने कपड़े पहने और मैं जल्दी से वहां से निकल कर अपने घर आ गया.
उसके बाद, मैं जब तक वहां रहा, मैंने उसको रोज़ चोदा. हॉप यू आल लाइक माय स्टोरी. अगर कोई गलती हो गयी हो तो यारो माफ़ कर देना… जैसे की मैंने पहली ही बताया था, कि ये मेरी पहली कहानी है और मैंने ये कहानी यहाँ पर लिखी गयी कहानी से प्रेरणा लेकर और लिखने साहस दिखाया है. जो मेरे जीवन में हुआ, वहीँ मैंने आपको पेश कर दिया. मुझे आप लोगो के कमेंट का जरुर इंतज़ार रहेगा. क्योंकि मेरे जीवन में बहुत कुछ सेक्स जैसा हुआ, जो मैंने आप सब लोगो के साथ शेयर करने का इछुक हो और मुझे ख़ुशी होगी, अगर आप उन सबको पसंद करेंगे और अपने अच्छे कमेंट से मेरा आगे लिखने का हौसला बढाएंगे. मुझे आपके के कमेंट का इंतज़ार है.. लिखियेगा जरुर…
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