दोस्त की गर्लफ्रेंड को अपना बना के चोदा और गांड फाड़ी
Dost ki girlfriend ko apana bana ke choda aur usaki gaand faadi:
हेल्लो मेरे बड़े और छोटे लंड वाले दोस्तों मेरा नाम लोडू शिवम् है और मैं उज्जेन का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र १८ साल है | दोस्तों मैं अब आप सब भूखे नंगों को एक ऐसी कहानी बताने जा रहा हूँ जो आपके लंड के द्वार से आपका मुठ बाहर लाएगी | यह कहानी पढ़ कर आप सब को अत्यंत सुख की प्राप्ति होगी |
दोस्तों मेरा एक दोस्त है जिसका नाम बिट्टू है और हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त है | हम दोनों ने बचपन से एक ही स्कूल में अपनी पढाई की है | दोस्तों जब हम दोनों स्कूल मैं थे तो हमारी क्लास में बहुत सारी लडकियां भी थी | हमारी क्लास की सभी लडकियां देखने में बहुत सुंदर थी | हम सब लड़के और लडकियां क्लास में मिल जुल कर रहा करते थे और खूब मस्ती किया करते थे | और एक दिन मेरे दोस्त बिट्टू को एक क्लास की लड़की पसंद आ गई | उस लडकी का नाम आरती है | वो देखने में बहुत सुंदर है और सेक्सी भी उसकी उम्र १७ साल है | दोस्तों आरती को मैं पहले से ही जनता हूँ | वो मेरे ही मोहल्ले में रहती है और वो मेरी दोस्त भी है | फिर उसके बाद बिट्टू आरती को बहुत पसंद करने लगा था और बिट्टू को आरती से प्यार हो गया था | बिट्टू को पता था कि आरती मेरी दोस्त हैं तो मैं उसकी सेटिंग आरती से करवा सकता हूँ | उसके बाद बिट्टू ने मुझसे बोला की भाई शिवम् तू आरती से मेरी सेटिंग करायगा और मैं क्या करता बिट्टू मेरा बहुत अच्छा दोस्त जो था| फिर मैंने आरती से बात की आरती बिट्टू तुम्हे बहुत पसंद करता है और वो तुम्हे बहुत ज्यादा प्यार भी करने लगा है | वो तुम्हे अपनी गर्लफ्रेंड हमेशा के लिए बनाना चाहता है|
फिर उसके बाद आरती ने यह बात सुनकर साफ मना कर दिया कि नहीं मैं बिट्टू की गर्लफ्रेंड नहीं बन सकती | फिर भी मैं बिट्टू के कहने पर बार बार आरती से दोस्ती करने के लिए कहता था | फिर भी आरती का जबाब सिर्फ ना ही रहता था | फिर मैने आरती से बोला ठीक है गर्लफ्रेंड नहीं तो फ्रेंड तो बन सकती है | फिर आरती ने बिट्टू से फ्रेंडशिप करने के लिए हाँ बोल दिया | यह बात मैंने जाकर बिट्टू से बताई कि आरती ने फ्रेंडशिप के लिए हाँ कर दी है | यह बात सुनकर बिट्टू बहुत खुश हुआ | फिर मैंने आरती और बिट्टू दोनों की एक दुसरे से फ्रेंडशिप करवा दी | वो दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गये और फिर वो दोनों फिर एक दुसरे से बहुत बात करने लगे | एक दुसरे को पसंद भी करने लगे थे | वो दोनों एक दुसरे के प्यार में पागल थे | फिर उसके बाद मेरी और आरती और बिट्टू की स्कूल की पढाई कक्षा 12 कम्पलीट हो गयी | उसके बाद हम सब आगे की पढाई कम्पलीट करने के लिए बाहर चले गये | फिर भी हम सब की एक दूसरे से बात होती रहती थी | बिट्टू और आरती की भी लव स्टोरी मस्त चल रही थी और वो दोनों एक दुसरे से छुट्टियों में मिलते रहते थे |
मुझे यह सब पता था और अब वो दोनों प्यार में इतने पागल हो गये थे की जिसने उनकी सेटिंग करवाई है यानि के मैं, उसे ही भूल गये थे | मैंने भी सोचा जाने दो यार मतलबी दुनिया है और अपने को क्या करना | फिर एक दिन मुझे आरती का कॉल आया और उसने कहा कि शिवम् हम दोनों में लडाई हो गयी है | मैंने कहा तो में क्या करूँ तुम लोग तो मुझे भूल गये थे अब क्यों फोन किया है मुझे | इसने कहा प्लीज यार वो कुछ गलत काम न करले इसलिए बात करो उससे | मैंने कहा ठीक है करता हूँ और मैंने बिट्टू कोण फोन लगाया और कहा भाई क्या हो गया क्यों हो गयी लड़ाई | उसने बोला यार साला दो साल हो गये लड़की एक किस नहीं करने देती मुझे | मैंने कहा भाई हवस बाद में दिखाना पर अभी सॉरी बोलके मामले को निपटा दो | उसने मेरी बात मानली और आरती से सॉरी बोलके मामला वहीँ रफा दफा कर दिया |
उसके बाद हर दिन आरती मुझे फोन करती और ये बात बिट्टू को बिलकुल भी पसंद नहीं थी | उसने मुझे कॉल लगाया और कहा मादरचोद आइन्दा से आरती से तेरी बात हुयी तो सोच लेना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा | मैंने कहा दोस्त तरस आ रहा है मुझे तेरी सोच पर जिस बन्दे ने तेरी सेटिंग करवाई उसे ही गलत समझने लगा और मैंने फोन काट दिया | फिर उसने आरती से भी लडाई की और आरती ने दुबारा मुझे फोन किया और बताया वो धमकी दे रहा था | मैंने तुम लोग समझ लो अब में बीच में नहीं आऊंगा | अगले दिन बिट्टू का फोन आया और उसने कहा भाई सॉरी गलती हो गयी हमारी दोस्ती करवा दे फिर से | मैंने कहा सुन बहनचोद आइन्दा मुझे फोन लगे तो तेरी अम्मा चोद दूंगा समझ ले |
छुट्टी में मेरा उससे मोहल्ले में सामने हुआ और उसने मुझे मारने की कोशी की पर मैंने और मेरे दोस्तों ने उसे अच्छा सबक सिखाया | फिर एक दिन मुझे आरती मिली और मैंने कहा अरे आरती क्या हुआ तुम्हे चोट लग गयी | उसने रोते हुए कहा बिट्टू ने मारा मुझे और इतना सुनते ही मेरा खून उबाल मारने लगा | मैंने तुरंत उसे गले लगाया और चुपके से फोट खींच ली | ये फोटो मैंने भेजी बिट्टू को और कहा जो उखाड़ सकता है उखाड़ ले हिजड़े लड़की पे हाथ उठेगा अब उठा के दिखा | वो डर गया और उसके बाद उसने आरती को कभी परेशां नहीं किया और ना ही कभी फोन किया |
आरती को भी बुरा लगा पर एक दिन उसने मुझे फोन किया और कहा यार तू कहाँ है मैंने कहा कानपूर में हूँ | तो उसने कहा कल मैं भी आ रही हूँ | वो आई और मेरे ही साथ में रहने लगी और उसने कहा की चिंता मत कर मैंने जॉब की बात की है कल से जाउंगी | फिर मैंने कहा पागल मैं हूँ न संभाल लूँगा सब | उसने कहा नहीं पहले ही तूने मेरे लिए बहुत कुछ किया है अब मेरी बारी है | मैंने कहा क्या तुझे पता है तो उसने कहा हाँ मुझे पता है तूने ही बिट्टू से मुझे बचाया है | मैंने कहा यार और मैं क्या करता इसके अलावा कोई चारा ही नहीं बचा था | उसने मुझे गले लगे और कहा प्यार में तुझ से करती थी पर कभी कह नहीं पायी और तेरे चक्कर में ही उससे दोस्ती करनी पड़ी पर में उसके प्यार में कभी पागल नहीं थी |
मैं खुश तो था पर मैंने कहा यार अब क्या करेगी तू | उसने कहा बस यार तेरे साथ ही रहूंगी जिनगी भर और गले से लगा लिय मुझे | जैसे ही उसने मुझे छुआ मुझे बड़ा मज़ा आया और मैंने कहा यार तू तो बड़ी गर्म है | उसने कहा पागल तो निकाल दे मेरी गर्मी | मैंने कहा अच्छा बिट्टू को तो किस भी नहीं करने दिया | उसने कहा मुझे पता था एक दिन तू मुझे मिलेगा इसलिए में साफ़ रहना चाहती थी |
मैंने कहा चल फिर तेरे जॉब का इंटरव्यू में ही ले लेता हूँ | उसने कहा चल तो मैंने कहा आरती जी आपकी ब्रा किस कलर की है उसने अपना टॉप उतार के दिखाया बस इसके आगे मैं कुछ कर नहीं पाया और उसके दूध पे टूट पड़ा | क्या कड़क दूध थे मैं उनको दबा दबा के पी रहा था और निप्पल पर काट रहा था | ऊऊन्न्ह्ह आअह्ह्ह्ह शिब्वं में यही चाटी थी कर ले जो करना है | मैंने भी उसकी बात मानी और देर न लगते हुए उसकी चूत को सहलाने लगा | 5 मिनट बाद उसकी चूत का पानी मेरी उँगलियों पर था और वो कह रही ऊउम्मम्म ऊऊह्हह्हह्हह्हह्हह शिवम् अब बस अपना लंड डाल दो मेरी चूत में | मैंने उससे कहा तुम अपने पैर मेरे मेरे कंधे पर रखो और इतना करने के बाद मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाला | इतनी टाइट चूत थी उसकी कि मुझे दो बार तेल लगाना पड़ा | फिर उसने कहा आआआअह बहुत दर्द हो रहा है शिवम् आह्हह्हह्हह्हह निकालो न प्लीज |
मैंने उसके बोलने पर भी नहीं निकला और उसे चोदता रहा | करीबन पांच मिनट बाद वो शांत हुयी और उम्म्मम्म ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह् येस्स्स्सस कहने लगी | वो अपनी गांड उठा उठा के मुझसे चुदवा रही थी और मेरा जोश बढ़ा रही थी | मैंने भी उसकी चूत को बड़े प्यार से छोड़ा और उसकी चूत के अन्दर ही अपना सारा मुठ छोड़ दिया | फिर वो उठी और मेरी नज़र उसकी गांड पर गयी और मैंने उसे घोड़ी बनाया और गांड में भी तेल लगाके अपना लंड डाला | हम दोनों की सील एक साथ टूटी थी और हम दोनों ने उसके बाद कई बार चुदाई की और आज वो मेरे बच्चे की माँ है |