मम्मी और बहन को ब्लेकमेल कर चोदा

 
loading...

हाय दोस्तों, आज से में आपको अपने जीवन की वो सच्चाई बताने जा रहा हु जिसकी वजह से में गांडू से लेकर बहनचोद,मदरचोद बना \ ये कहानी मेने इंटर नेट पर अलग अलग कहानियो से प्रेरणा लेकर लिखी हे ,शुरू मेरी गांड मरने से हे बाद में मूल कहानी आ जाएगी ये किस्सा जब का हे जब मेरी बहन सपना 18 साल की और में 19 साल का था।हम दोनों एक ही स्कूल में और एक ही क्लास में पड़ते थे।।हम दोनों पढने लिखने में ज्यादा होशियार नही थे बस एवरेज थे\हमारे एक अध्यापक थे पाल सर ,उनके लिए मशहूर था की वो जन करके अपने स्टूडेंट को फ़ैल कर दिया करते थे ताकि वो उनके पास जाये और वो फिर उसका फायदा उठा सके\इसे स्कूल में कई किस्से थे जिसमे पहले फ़ैल हुए छात्र ,छात्रा पाल सर से मिलने के बाद पास हो गए\
इस बार हमे भी पता चला की हम दोनों भाई बहन भी फ़ैल हो गए हे और हमे अगर पास होना ही हे तो पाल सर से मिलना पड़ेगा।।\मेने सपना से कहा की हम दोनों को शाम को पाल सर के पास चलना पड़ेगा ताकि हम पास हो सके।लेकिन पाल सर पास करनी की क्या कीमत लेंगे ये हमें पता नही था।शाम को हम दोनों पाल सर के घर गए तो वो कमरे में लुंगी पहने अकेले ही बेठे हुए थे।उन्होंने हम दोनों को आने का कारन पूंचा तो हमने बताया।मेने देखा की बातचीत के दोरान पाल सर की निगाहे सपना पर ही लगी रही।उन्होंने पूरी बात सुन ने का नाटक किया और कहा की पास तो में करवा दूंगा पर इसके लिए तुम्हे कीमत देनी होगी।हमने कहा की हमारे पास देने को कोई पैसा नही हे तो उन्होंने कहा की उन्हें पेसे नही बल्कि जो चाहिए वो हमारे पास हे।
हम दोनों भाई बहन ने एक दुसरे की और देखा फिर सहमती में गर्दन हिला दी।पाल सर ने मुझसे कहा की में कल अकेले आकर उनसे मिलु,फिर वो बताएँगे की हम केसे पास हो सकते हे \
अगले दिन में पाल सर के पास गया तो वो जेसे मेरा ही इंतजार कर रहे थे,उन्होंने मुझसे कहा की वो मेरे साथ जो उसका में बुरा तो नही मानुगा ,मेने न में अपना सर हिल दिय। ,पाल सर ने मुझे अपने पास बुलाया और वो मेरे निकर के उप्पर से ही मेरे चुत्डो को सहलाने लगे,में समझ गया की आज पाल सर मेरे साथ क्या करेंगे .उन्होंने मेरा निकर उतारा और
मुझे बिस्तर पर सुला कर मेरा लंड सर ने प्यार से मुंह में लिया और चूसने लगे. एक हाथ बढ़ाकर उन्होंने थोड़ा नारियल तेल अपनी उंगली पर लिया और मेरे गुदा पर चुपड़ा. फ़िर मेरा लंड चूसते हुए धीरे से अपनी उंगली मेरी गांड में आधी डाल दी.

“ओह … ओह ..” मेरे मुंह से निकला.

“क्या हुआ, दुखता है?” सर ने पूछा.

“हां सर … कैसा तो भी होता है”

“इसका मतलब है कि दुखने के साथ मजा भी आता है, है ना? यही तो मैं सिखाना चाहता हूं अब तुझे. गांड का मजा लेना हो तो थोड़ा दर्द भी सहना सीख ले” कहकर सर ने पूरी उंगली मेरी गांड में उतार दी और हौले हौले घुमाने लगे. पहले दर्द हुआ पर फ़िर मजा आने लगा. लंड को भी अजीब सा जोश आ गया और वो खड़ा हो गया. सर उसे फ़िर से बड़े प्यार से चूमने और चूसने लगे “देखा? तू कुछ भी कहे या नखरे करे, तेरे लंड ने तो कह दिया कि उसे क्या लुत्फ़ आ रहा है”

पांच मिनिट सर मेरी गांड में उंगली करते रहे और मैं मस्त होकर आखिर उनके सिर को अपने पेट पर दबा कर उनका मुंह चोदने की कोशिश करने लगा.

सर मेरे बाजू में लेट गये, उनकी उंगली बराबर मेरी गांड में चल रही थी. मेरे बाल चूम कर बोले “अब बता अनिल बेटे, जब औरत को प्यार करना हो तो उसकी चूत में लंड डालते हैं या उसे चूसते हैं. है ना? अब ये बता कि अगर एक पुरुष को दूसरे पुरुष से प्यार करना हो तो क्या करते हैं?”

“सर … लंड चूसकर प्यार करते हैं?” मैंने कहा.

“और अगर और कस कर प्यार करना हो तो? याने चोदने वाला प्यार?” सर ने मेरे कान को दांत से पकड़कर पूछा. मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था.

“सर, गांड में उंगली डालते हैं, जैसा मैंने किया था और आप कर रहे हैं”

“अरे वो आधा प्यार हुआ, करवाने वाले को मजा आता है. पर लंड में होती गुदगुदी को कैसे शांत करेंगे?”

मैं समझ गया. हिचकता हुआ बोला “सर … गांड में …. लंड डाल कर सर?”

“बहुत अच्छे मेरी जान. तू समझदार है. अब देख, तू मुझे इतना प्यारा लगता है कि मैं तुझे चोदना चाहता हूं. तू भी मुझे चोदने को लंड मुठिया रहा है. अब अपने पास चूत तो है नहीं, पर ये जो गांड है वो चूत से ज्यादा सुख देती है. और चोदने वाले को भी जो आनद आता है वो …. बयान करना मुश्किल है बेटे. अब बोल, अगला लेसन क्या है? तेरे सर अपने प्यारे स्टूडेंट को कैसे प्यार करेंगे?”

“सर … मेरी गांड में अपना लंड डाल कर …. ओह सर …” मेरा लंड मस्ती में उछला क्योंकि सर ने अपनी उंगली सहसा मेरी गांड में गहराई तक उतार दी.

“सर दर्द होगा सर …. प्लीज़ सर ” मैं मिन्नत करते हुए बोला. मेरी आंखों में देख कर सर मेरे मन की बात समझ गये “तुझे करवाना भी है ऐसा प्यार और डर भी लगता है, है ना?”

“हां सर, आपका बहुत बड़ा है” मैंने झिझकते हुए कहा.

“अरे उसकी फ़िकर मत कर, ये तेल किस लिये है, आधी शीशी डाल दूंगा अंदर, फ़िर देखना ऐसे जायेगा जैसे मख्खन में छुरी. और तुझे मालूम नहीं है, ये गांड लचीली होती है, आराम से ले लेती है. और देख, मैंने पहले एक बार अपना झड़ा लिया था, नहीं तो और सख्त और बड़ा होता. अभी तो बस प्यार से खड़ा है, है ना? और चाहे तो तू भी पहले मेरी मार सकता है.”

मेरा मन ललचा गया. सर हंस कर बोले “मारना है मेरी? वैसे मैं तो इसलिये पहले तेरी मारने की कह रहा था कि तेरा लंड इतना मस्त खड़ा है, इस समय तुझे असली मजा आयेगा इस लेसन का. गांड को प्यार करना हो तो अपने साथी को मस्त करना जरूरी होता है, वैसे ही जैसे चूत चोदने के पहले चूत को मस्त करते हैं. लंड खड़ा है तेरा तो मरवाने में बड़ा मजा आयेगा तेरे को”

“हां सर.” सर मुझे इतने प्यार से देख रहे थि कि मेरा मन डोलने लगा ” सर … आप … डाल दीजिये सर अंदर, मैं संभाल लूंगा”

“अभी ले मेरे राजा. वैसे तुम्हें कायदे से कहना चाहिये कि सर, मार लीजिये मेरी गांड!”

“हां सर …. मेरी गांड मारिये सर …. मुझे …. मुझे चोदिये सर

सर मुस्कराये “अब हुई ना बात. चल पलट जा, पहले तेल डाल दूं अंदर. तुझे मालूम है ना कि कार के एंजिन में तेल से पिस्टन सटासट चलता है? बस वैसे ही तेरे सिलिंडर में मेरा पिस्टन ठीक से चले इसलिये तेल जरूरी है. अच्छा पलटने के पहले मेरे पिस्टन में तो तेल लगा”

मैंने हथेली में नारियल का तेल लिया और सर के लंड को चुपड़ने लगा. उनका खड़ा लंड मेरे हाथ में नाग जैसा मचल रहा था. तेल चुपड़ कर मैं पलट कर सो गया. डर भी लग रहा था. तेल लगाते समय मुझे अंदाजा हो गया था कि सर का लंड फ़िर से कितना बड़ा हो गया है. सर ने भले ही दिलासा देने को यह कहा था कि एक बार झड़कर उनका जरा नरम खड़ा रहेगा पर असल में वो लोहे की सलाख जैसा ही टनटना गया था.

सर ने तेल में उंगली डुबो के मेरे गुदा को चिकना किया और एक उंगली अंदर बाहर की. फ़िर एक हाथ से मेरे चूतड फ़ैलाये और कुप्पी उठाकर उसकी नली धीरे से मेरी गांड में अंदर डाल दी. मैं सर की ओर देखने लगा.

वे मुस्कराकर बोले “बेटे, अंदर तक तेल जाना जरूरी है. मैं तो भर देता हूं आधी शीशी अंदर जिससे तुझे कम से कम तकलीफ़ हो.” वे शीशी से तेल कुप्पी के अंदर डालने लगे.

मुझे गांड में तेल उतरता हुआ महसूस हुआ. बड़ा अजीब सा पर मजेदार अनुभव था. सर ने मेरी कमर पकड़कर मेरे बदन को हिलाया “बड़ी टाइट गांड है रे तेरी, तेल धीरे धीरे अंदर जा रहा है”
मेरी गांड से कुप्पी निकालकर सर ने फ़िर एक उंगली डाली और घुमा घुमाकर गहरे तक अंदर बाहर करने लगे. मैंने दांतों तले होंठ दबा लिये कि सिसकारी न निकल जाये. फ़िर सर ने दो उंगलियां डाली. इतना दर्द हुआ कि मैं चिहुक पड़ा.
“अब पलट कर लेट जा, आराम से. वैसे तो बहुत से आसन हैं और आज तुझे सब आसनों की प्रैक्टिस कराऊंगा. पर पहली बार डालने को ये सबसे अच्छा है” मेरे पीछे बैठते हुए सर बोले.

सर ने मेरे चेहरे के नीचे एक तकिया दिया और अपने घुटने मेरे बदन के दोनों ओर टेक कर बैठ गये. “अब अपने चूतड़ पकड़ और खोल, तुझे भी आसानी होगी और मुझे भी. और एक बात है बेटे, गुदा ढीला छोड़ना नहीं तो तुझे ही दर्द होगा. समझ ले कि तू लड़की है और अपने सैंया के लिये चूत खोल रही है, ठीक है ना?”

मैंने अपने हाथ से अपने चूतड़ पकड़कर फ़ैलाये. सर ने मेरे गुदा पर लंड जमाया और पेलने लगे “ढीला छोड़ अनिल, जल्दी!”

मैंने अपनी गांड का छेद ढीला किया और अगले ही पल सर का सुपाड़ा पक्क से अंदर हो गया. मेरी चीख निकलते निकलते रह गयी. मैंने मुंह में भरी चप्पल दांतों तले दबा ली और किसी तरह चीख निकलने नहीं दी. बहुत दर्द हो रहा था.

सर ने मुझे शाबासी दी “बस बेटे बस, अब दर्द नहीं होगा. बस पड़ा रह चुपचाप” और एक हाथ से मेरे चूतड़ सहलाने लगे. दूसरा हाथ उन्होंने मेरे बदन के नीचे डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया और उसे आगे पीछे करने लगे.

दो मिनिट में जब दर्द कम हुआ तो मेरा कसा हुआ बदन कुछ ढीला पड़ा और मैंने जोर से सांस ली. सर समझ गये. झुक कर मेरे बाल चूमे और बोले “बस अनिल, अब धीरे धीरे अंदर डालता हूं. एक बार तू पूरा ले ले, फ़िर तुझे समझ में आयेगा कि इस लेसन में कितना आनंद आता है” फ़िर वे हौले हौले लंड मेरे चूतड़ों के बीच पेलने लगे. दो तीन इंच बाद जब मैं फ़िर से थोड़ा तड़पा तो वे रुक गये. मैं जब संभला तो फ़िर शुरू हो गये.

पांच मिनिट बाद उनका पूरा लंड मेरी गांड में था. गांड ऐसे दुख रही थी जैसे किसीने हथौड़े से अंदर से ठोकी हो. सर की झांटें मेरे चूतड़ों से भिड़ गयी थीं. सर अब मुझ पर लेट कर मुझे चूमने लगे. उनके हाथ मेरे बदन के इर्द गिर्द बंधे थे और मेरे निपलों को हौले हौले मसल रहे थे.
सर बोले “दर्द कम हुआ अनिल बेटे?”

मैंने मुंडी हिलाकर हां कहा. सर बोले “अब तुझे प्यार करूंगा, मर्दों वाला प्यार. थोड़ा दर्द भले हो पर सह लेना, देख मजा आयेगा” और वे धीरे धीरे मेरी गांड मारने लगे. मेरे चूतड़ों के बीच उनका लंड अंदर बाहर होना शुरू हुआ और एक अजीब सी मस्ती मेरी नस नस में भर गयी. दर्द हो रहा था पर गांड में अंदर तक बड़ी मीठी कसक हो रही थी.

एक दो मिनिट धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने के बाद मेरी गांड में से ’सप’ ’सप’ ’सप’ की आवाज निकलने लगी. तेल पूरा मेरे छेद को चिकना कर चुका था. मैं कसमसा कर अपनी कमर हिलाने लगा. सर हंसने लगे “देखा, आ गया रास्ते पर. मजा आ रहा है ना? अब देख आगे मजा” फ़िर वे कस के लंड पेलने लगे. सटा सट सटा सट लंड अंदर बाहर होने लगा. फ़िर अपने चूतड़ उछाल कर सर का साथ देने लगा.
अनिल. बता …. आनंद आया या नहीं?”

“हां ….सर … आप का … लेकर बहुत …. मजा …. आ …. रहा …. है ….” सर के धक्के झेलता हुआ मैं बोला ” सर …. आप … को …. कैसा …. लगा …. सर?”

“अरे राजा तेरी मखमली गांड के आगे तो गुलाब भी नहीं टिकेगा. ये तो जन्नत है जन्नत मेरे लिये … ले … ले … और जोर …. से करूं ….” वे बोले.

“हां …. सर … जोर से …. मारिये …. सर …. बहुत …. अच्छा लग … रहा है …. सर”

सर मेरी पांच मिनिट मारते रहे और मुझे बेतहाशा चूमते रहे. कभी मेरे बाल चूमते, कभी गर्दन और कभी मेरा चेहरा मोड कर अपनी ओर करते और मेरे होंठ चूमने लगते. फ़िर वे रुक गये.

मैंने अपने चूतड़ उछालते हुए शिकायत की “मारिये ना सर … प्लीज़”

“अब दूसरा आसन. भूल गया कि ये लेसन है? ये तो था गांड मारने का सबसे सीदा सादा और मजेदार आसन. अब दूसरा दिखाता हूं. चल उठ और ये सोफ़े को पकड़कर झुक कर खड़ा हो जा” सर ने मुझे बड़ी सावधानी से उठाया कि लंड मेरी गांड से बाहर न निकल जाये और मुझे सोफ़े को पकड़कर खड़ा कर दिया. “झुक अनिल, ऐसे सीधे नहीं, अब समझ कि तू कुतिया है …. या घोड़ी है … और मैं पीछे से तेरी मारूंगा”

मैं झुक कर सोफ़े के सहारे खड़ा हो गया. सर मेरे पीछे खड़े होकर मेरी कमर पकड़कर फ़िर पेलने लगे. आगे पीछे आगे पीछे. सामने आइने में दिख रहा था कि कैसे उनका लंड मेरी गांड में अंदर बाहर हो रहा था. देख कर मेरा और जोर से खड़ा हो गया. मस्ती में आकर मैंने एक हाथ सोफ़े से उठाया और लंड पकड़ लिया. सर पीछे से पेल रहे थे, धक्के से मैं गिरते गिरते बचा.

“चल.. जल्दी हाथ हटा और सोफ़ा पकड़ नहीं तो तमाचा मारूंगा” सर पीछे से पेल रहे थे, धक्के से मैं गिरते गिरते बचा.

“चल.. जल्दी हाथ हटा और सोफ़ा पकड़ नहीं तो तमाचा मारूंगा” सर चिल्लाये.

“सर … प्लीज़… रहा नहीं जाता ….. मुठ्ठ मारने का मन …. होता है” मैं बोला.

“अरे मेरे राजा मुन्ना, यही तो मजा है, ऐसी जल्दबाजी न कर, पूरा लुत्फ़ उठा. ये भी इस लेसन का एक भाग है” सर प्यार से बोले. “और अपने लंड को कह कि सब्र कर, बाद में बहुत मजा आयेगा उसे”

सर ने खड़े खड़े मेरी दस मिनिट तक मारी. उनका लंड एकदम सख्त था. मुझे अचरज हो रहा था कि कैसे वे झड़े नहीं. बीच में वे रुक जाते और फ़िर कस के लंड पेलते. मेरी गांड में से ’फ़च’ ’फ़च’ ’फ़च’ की आवाज आ रही थी.

फ़िर सर रुक गये. बोले “थक गया बेटे? चल थोड़ा सुस्ता ले, आ मेरी गोद में बैठ जा. ये है तीसरा आसन ,आराम से प्यार से चूमाचाटी करते हुए करने वाला” कहकर वे मुझे गोद में लेकर सोफ़े पर बैठ गये. लंड अब भी मेरी गांड में धंसा था.

मुझे बांहों में लेकर सर चूमा चाटी करने लगे. मैं भी मस्ती में था, उनके गले में बांहें डाल कर उनका मुंह चूमने लगा और जीभ चूसने लगा. सर धीरे धीरे ऊपर नीचे होकर अपना लंड नीचे से मेरी गांड में अंदर बाहर करने लगे.
पांच मिनिट आराम करके सर बोले “चल अनिल, अब मुझसे भी नहीं रहा जाता, क्या करूं, तेरी गांड है ही इतनी लाजवाब, देख कैसे प्यार से मेरे लंड को कस के जकड़े हुए है, आ जा, इसे अब खुश कर दूं, बेचारी मरवाने को बेताब हो रहा है, है ना?”

मैं बोला “हां सर” मेरी गांड अपने आप बार बार सिकुड़ कर सर के लंड को गाय के थन जैसा दुह रही थी.

“चलो, उस दीवार से सट कर खड़े हो जाओ” सर मुझे चला कर दीवार तक ले गये. चलते समय उनका लंड मेरी गांड में रोल हो रहा था. मुझे दीवार से सटा कर सर ने खड़े खड़े मेरी मारना शुरू कर दी. अब वे अच्छे लंबे स्ट्रोक लगा रहे थे, दे दनादन दे दनादन उनका लंड मेरे चूतड़ों के बीच अंदर बाहर हो रहा था.

थोड़ी देर में उनकी सांस जोर से चलने लगी. उन्होंने अपने हाथ मेरे कंधे पर जमा दिये और मुझे दीवार पर दबा कर कस कस के मेरी गांड चोदने लगे. मेरी गांड अब ’पचाक’ पचाक’ ’पचाक’ की आवाज कर रही थी. दीवार पर बदन दबने से मुझे दर्द हो रहा था पर सर को इतना मजा आ रहा था कि मैंने मुंह बंद रखा और चुपचाप मरवाता रहा. सर एकाएक झड़ गये और ’ओह … ओह … अं … आह ….” करते हुए मुझसे चिपट गये. उनका लंड किसी जानवर जैसा मेरी गांड में उछल रहा था. सर हांफ़ते हांफ़ते खड़े रहे और मुझपर टिक कर मेरे बाल चूमने लगे.

पूरा झड़ कर जब लंड सिकुड़ गया तो सर ने लंड बाहर निकाला. फ़िर मुझे खींच कर बिस्तर तक लाये और मुझे बांहों में लेकर लेट गये और चूमने लगे “अनिल बेटे, बहुत सुख दिया तूने आज मुझे, बहुत दिनों में मुझे इतनी मतवाली कुवारी गांड मारने मिली है, आज तो दावत हो गयी मेरे लिये. मेरा आशिर्वाद है तुझे कि तू हमेशा सुख पायेगा, इस क्रिया में मेरे से ज्यादा आगे जायेगा. तुझे मजा आया? दर्द तो नहीं हुआ ज्यादा?”

सर के लाड़ से मेरा मन गदगद हो गया. मैं उनसे चिपट कर बोला “सर …. बहुत मजा आया सर …. दर्द हुआ …. आप का बहुत बड़ा है सर … लग रहा था कि गांड फ़ट जायेगी … फ़िर भी बहुत मजा आ रहा था



loading...

और कहानिया

loading...
4 Comments
  1. September 30, 2017 |
  2. September 30, 2017 |
  3. Anonymous
    September 30, 2017 |
  4. September 30, 2017 |


chutphotokahaniसादी से पहले बहू काे चाेद दीया xxxantrvsan सैक्स stprey hendi 2018kixxx kahani bas trenldhkiyo ki gadh chatne ka mja. Drti sex storiचुत बडी कीsex video HD TVmastramsexykahaneyaHindi sexy bhabhi Khet Mein bhabhi ka sexy video Kajal sexy kahanixxxkahani antiy and potosxxx khani sagi bua dadiko rula rula kr jabardast pela सेक्स कहानियों behan apniIndian lesbians dadi poti hindi sex storyhindi kahneya sexy xxx bahuparibarik bor land ki cudae hindi kahaniBtije ne grmi shat ki chut kirand bani meri kutiya new storyrangin pahli chudai kamukta.comxxx kahani hindog sex story hindi meDaku sex storiदोस्ती में मैन उसे अपनी चुदाई करने को कहा सेकसी सटोरीKamukta progress story Bhabhix kahaniya naikar and malkin hindiganda chodai ma aur biwi ki mainabibi ko chudwaya jungle me lejakrreeta didi aur mummy ki boor chudai ki kahaniचुदाईantarvasna.com storiesपोर्न मारवाडी रंडी कस्टमर्सarmi sex antarwasnadosto k gar m xxxsex sroty30 saal ki aayu ki sexy video bhabhi ki Hindi xxx sex malik nay majbur larki ko choda hindi kahaniWww.meri randi maa ko choda papa ky dost ny kahani.comमम्मी मर जाऊँगी हिंदी सेक्स कहानियाँVidhava ma.ko uski saheline chuvaya sex storyrishton mein saamuhik chudaiमाँ के जबरदस्ती गांड मारी सेक्स स्टोर इन हिंदीjath sexcy storeyseksi. bhabhi. jbrdsti. Salvare.gls अजनबी ने खुब चोदा बीबी कोपरिवार मे चोदा राज शर्मा सेक्स कहाणीkamukta ki sariph chudai photowww.google.comचाची ने भाभी को चुदवायाहिदी सेक्स कहाणीmast hindi x storysxe हिँदी कहानीमाँ को चोद कर माँ बना दियाX Video SchooI चूतjabardast sexy qahaniyanरखैल नादान लडकीbidhwa xxx khane hindehindi sex khahaniसेकसी वीडियो चुत लंड मे घुसने घुसाने वालीkamsutra2017 muvimavsi aor damad ki cudai kahaniya xxx..com.dasiauntiy imageमेरी बीवी ने मुझसे मेरी दीदी को चुदवायाMeri kuwari chut aur ghode ka lund Hindi sex kahaniyaमैने पति कि गाडं मारी उगंली से पति ने बुर और गाडं मारी अपने लंड से सेक्सी कहानी पढना हैलड बुर मे गयाxxxx kahaniyaलङकी sotorie xxxChutchudia ki khaniमा का प्यार xxxhindisxestroyहिन्दी सेक्स कहानी आंटी देशीsadi utar ki chda dibar ni bhabi kohindesixe.comhindi sex antarvasna storyबहन को फेसबुक से पटाकर। चोदा कहानीsweeming cotch se choudai ki khaniyaरिश्तों में चुदाई xxx baba ki b00R chodai 3Gchudai kahanibache K liye baba n kiya sex Hindi group rape sex storyschut bakabu ho gai rape on mejabrdsti didi chodai kahani comanty larkiyo k sath chodai storigrलड़की बोर से पानी पिया की शादी में की स्टोरी हिंदी मDade ki chudai hinde mi.xse.comwap sex kamvasna kahani xvideo comantarvasna rape behen