मिनाक्षी की चूत
मेरा नाम राज मलिक है!!
दोस्तो, मुझे नहीं मालूम था कि मुझे इतनी जल्दी चुदाई का मौका मिल जाएगा!!
हमारे घर के सामने एक मकान था, जिसमे वर्मा साहब की फैमली रहती थी। उनके घर में वर्मा जी और उनकी दो बेटियाँ मिनाक्षी व पूजा और उनकी मां सपना रहती थी।
उनकी मां 55 की होने के बाद भी 45 की लगती थी!! कसा हुआ बदन… मोटे-मोटे चुचे और भारी-भारी गाण्ड… लम्बे बाल… जब वो रोड पर चलती थी तो जवानों के हाथ तो अपने लण्ड पर होते ही थे, बुढों की भी जीभ लपलपा जाती थी!!!
जाहिर है, ऐसे में उनकी बेटियाँ भी कयामत थीं। उनकी एक झलक पाते ही लडके मुठ मारे बगैर नहीं सो सकते होगें और सोएँ भी कैसे, यह हाल मेरा भी तो था…
मिनाक्षी की उम्र मुझसे दो साल कम, 19 की थी और पूजा उससे एक साल छोटी थी।
मुझे जन्नत का मजा मिनाक्षी ने दिलवाया!!!
तो अब मैं असल कहानी पर आता हूँ…
वर्मा परिवार का हमारे साथ लगाव था, मेरे घर हम दो भाई और मम्मी-पापा हैं।
मेरा भाई विदेशी टूर कम्पनी में काम करता है और मुंबई ओफिस का हैड है। वो वहीं रहता है। पापा मेरे प्राईवेट कम्पनी में काम करते हैं तथा मम्मी भी… दोनों सुबह ओफिस जाते हैं और देर शाम को आते हैं।
मेरा कमरा बाहर गेट के पास है तथा मम्मी-पापा का घर के अंदर। उस दिन मैं घर पर अकेला था और टी वी देख रहा था। तभी मुवी में एक सैक्सी सीन आया और मैं अपना 10 इंची लण्ड निकाल कर सहलाने लगा!!!
मेरे घर का मुख्य गेट खुला हुआ था, इसका मुझे अहसास ही नहीं था कि कब उसमें से मिनाक्षी अंदर आई और मुझे लण्ड से खेलते हुए देखने लगी!!!
अचानक उसके पैरों से कुछ टकराया और आवाज़ सुनकर मेरी मस्ती टूटी। मैंने पीछे देखा तो मिनाक्षी खडी मेरे लण्ड को घूर रही है!!
मैंने फट से अपना लण्ड अंदर किया और पूछा – कैसे आना हुआ, मिनाक्षी? तो वह बोली – मैं तो न्यूज पेपर लेने आई थी।
मैं उसे न्यूज पेपर देने लगा, तो उसने मेरा हाथ पकड लिया।
मैं एक बार घबराया तभी उसने मुझे खींच लिया, मैं सीधा उसके सीने से टकरा गया। उसने मेरे लण्ड पर हाथ रख कर कहा – हथियार, तो तगड़ा है!!! कभी इस्तेमाल भी किया है, या बस वैसे ही हाथ से काम चला रहे हो…
मैं सकपकाया पर होश में आते ही समझ गया की आम पक कर खुद झोली में आ गिरा है, तो चख क्यों नहीं लेता!! !!!
मैंने उसका सिर पकड कर उसके होंठों पर किस करते हुए कहा – तेरे जैसा कोई माल नहीं मिला, जान… इस्तेमाल कैसे करता…!!
मैंने सोचा कि जब उसे खुद ही कोई प्रॉब्लम नहीं है तो मैं क्यों पीछे हटूँ और उसे चूमने लगा।
मैं भी खुश हो गया और धीरे धीरे उसके कपड़े उतारने लगा और साथ ही उसके होंठों पर चूमने लगा क्योंकि यह मेरा पहला सेक्स अनुभव था तभी मिनाक्षी ने मुझे धक्का दिया और कहा – जानवर है, क्या…?? आराम से कर!! आज तो मैं तेरी हूँ।
मैंने कहा- सॉरी… !! और इतने में मिनाक्षी ने अपना सूट उतार दिया। मैंने कहा – मिनाक्षी, इतने बड़े बड़े स्तन हैं, आपके… !!
मैं उनको हाथ में लेकर चूसने लगा और दबाने लगा। मिनाक्षी भी जोश में आ चुकी थी और मुझसे चिपक गई थी।
मेरा तो सपना साकार हो गया था!!!
मैंने मिनाक्षी को धीरे धीरे पूर्ण नग्न कर दिया और खुद भी नंगा हो गया… फिर क्या था, मैंने जैसा ही अपना लण्ड निकाला मिनाक्षी बोली- हे राम… !! इतना मोटा? साले, तूने आज तक कितनी लड़कियों को चोदा है?
मैंने कहा – किसी को नहीं!! वो बोली – चल आज, चोद… !! खुद भी मजा ले और मुझे भी मजा दे!!! !!
मैंने कहा – तो देर किस बात की। मैं उसे चूमने लगा और उसने मेरा लण्ड हाथ में ले लिया और आगे पीछे करने लगी।
मुझे काफी मजा आ रहा था। मैं उनके बोबे दबा रहा था और होंठ चूस रहा था…
फिर वो बोली- साले, केवल चूसेगा ही या खायेगा भी… ?? मैं बोला – साली, बड़ी जल्दी है तुझे… चल घोड़ी बन जा, साली रांड… !! जल्दी कर… मुझे तो तुझसे ज्यादा जल्दी है, रंडी…
वो बोली – अच्छा, ऐसी बात है तो लो… और वो घोड़ी बन गई, मैं उसे पेलने लगा।
वो बोली – थोड़ा तेज नहीं चोद सकता… ?? और मैंने झटके तेज कर दिए और उसे चोदने लगा!!
थोड़ा धीरे !! उई माँ… मर गई साले! थोड़ा धीरे!! …
मैंने कहा- अब पता चला साली रंडी, तेरी गाण्ड का तो आज मैं बुरा हाल बना कर छोड़ूंगा!!
वो भी कहने लगी – हाँ कुत्ते… !! और मेरा साथ देने लगी… मैं उसकी चूत जोर जोर से चोदने लगा। अब वो मजे से चुदने लगी!!! !!
बीस मिनट तक मैं उसे चोदता रहा… मैंने उसे अलग अलग ढंग से चोदा!! 20-25 मिनट बाद जब मेरी छूट होने को आई तो मैंने लण्ड बाहर कर उसके मुँह पर पिचकारी मारी और उसने मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और सारा वीर्य चाट गई… !!
फिर मैं उससे चिपक गया।
हम दोनों एक दूसरे के साथ देर तक चिपके रहे। इतने में मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया और मैंने कहा – मिनाक्षी, एक बार और हो जाये… ??
वो बोली – हाँ हाँ!! क्यों नहीं? नेकी और पूछ पूछ !! … आजा मेरे राजा, फाड़ दे अपनी मिनाक्षी की चूत!!
उस दिन मैंने मिनाक्षी को पाँच बार चोदा… नए नए स्टाइल में!!! और उसके बाद हमारे बीच सिलसिला चल पडा।
उसे जब भी मौका मिलता, वो मेरे घर आ जाती या फिर मुझे मौका मिलता तो मैं उसके घर…
हम जमकर चुदाई करते, फिर एक दिन पूजा ने हमे रगें हाथों पकड लिया और फिर क्या हुआ यह अगली कहानी में…
आप सब मुझे मेल अवश्य करें। आपकी मेल की इतंजार करूँगा –