मैं चूत का पुजारी
हेल्लो फ्रेंड्स! मेरा नाम प्रशांत है और मैं उड़ीसा में रहता हूँ और बी.कॉम द्वितीय वर्ष का स्टूडेंट हूँ. मेरा होम टाउन BBSR में है. अभी मेरी उम्र 21 साल है ये कहानी 6 महीने पहले की है.
ये एक रियल इंसिडेंट है, अगर स्टोरी अच्छी लगी तो जरुर रिप्लाई देना. अगर किसी लड़की को सेक्स चेट करनी हो तो मेल करना.
ये मेरी लाइफ का पहला सेक्स है. अब आपको बोर ना करते हुए कहानी पर आटा हूँ.
मेरी एक कजिन सिस्टर है जिसका नाम है ख़ुशी. वो एक माल है.. क्या गांड है भाई.. मैं तो उसकी गांड की दीवाना हूँ. भरे हुए चुचे जिसका देखते ही मुह में पानी आ जाता है.
वो मेरी चाचा की बेटी है जो मेरी क्लासमेट है. कई लड़के उस पर लाइन मारते है लेकिन वो शांत और शर्मीली टाइप की है तो किसीको लाइन नहीं देती है.
पहली बार में उसको विंटर के सीजन में नंगा देखा था. जब ठण्ड की वजह से वो बाहर नहा रही थी, क्या चुचे थे पहली बार रियल में किसी जवान लड़की के चुचे देखे थे. उसी दिन से में उसे चोदने का सपना देखने लगा.
वो मुझे अपना भाई जैसा मानती थी. उसी का फायदा उठाते हुए मैं उसकी चुचे गांड छूता था अंजान बनकर. एक बार जब वो लगा रही थी तो उसके चुचे देखे.. सॉरी दोस्तों उसकी साइज़ बताना तो मैं भूल ही गया. उसका साइज़ है 34-30-32.
ये बात अगली साल गणेश चतुर्थी की है पहली रात की बात है जब हम हमारे क्लब हाउस को सजा रहे थे. हम कुछ दोस्त करीब 8. 5 लड़के और 3 लड़की सजा रहे थे. हम दोनों ने घर पर बोला था हम उधर सो जायेंगे.
क्योंकि क्लब हाउस हमारे घर के पास ही था तो हमारे घर वाले को कोई प्रॉब्लम नहीं था. लेकिन बाकी सब 11 बजने से पहले चले गए और हमें बहुत कुछ सजाना था. तो हम दोनों रुक गए.. सजाते सजाते 12.30 बज गए..
उसी टाइम मेरे दिमाग में एक आईडिया आया की क्यों इसको आज चोदा जाए.. मेरे पास कुछ ब्लू फिल्म थे मोबाइल पर.. मैं उस फोल्डर को खोल कर टेबल पर रख दी और बाथरूम कह कर चला गया. और 2 मिनट बाद का अलार्म सेट कर दिया. जैसे मैं गया अलार्म बजा तो बंद करने को गया तो फोल्डर को देखा तो ओपन किया तो ब्लू फिल्म चलने लगी.
तो वो झट से बेक करके मुझे ठंडा मैं आके छुप गया था. जैसे वो देखा की कोई नहीं है वो ब्लू फिल्म देखने लगी और गरम होने लगी.
उसकी चूचियां टाइट होने लग गयी.. वो बार बार अपनी चूची दबा रही थी और चूत को ऊपर से सहला रही थी.
मैं इसका फायदा उठाके उसको पीछे से पकड़ लिया. वो घबरा गयी. और बोली की तुम ये क्या कर रही हो छोडो मुझे, मैं तुम्हारी बहन हूँ और चूसने की कोशिश की.
लेकिन मैं कहा मानने वाला था. उसकी लिप में अपना लिप रख दिया ब्लू फिल्म देखने की वजह से वो जादा रेसिस्ट नहीं की और कुछ देर बाद रेस्पोंद करने लगा.
मैं जाकर दरवाजा बंद कर लिया. और फिर से किस करने लगा. हमारी किस कुछ 10 मिनट तक चली.. फिर मैं टॉप के ऊपर से चुचे दबाने लगा.
वो सिसकारियां निकल रही थी उह्ह्ह… अह्ह्ह्ह… दबाव प्रशांत..
उम्म्म्मा….
मैं बोला की रंडी रूक जा तुझे असली मजा दूंगा क्या चुचे है रे तेरे..
मैं उसकी ड्रेस खोल दिया तो वो रेड ब्रा और पेंटी मैं परी लग रही थी. मैं भी सिर्फ अंडरवियर में आ गया. मेरा सांप देवता भी फन फ़ना रहा था. उसका ब्रा उतारते ही उसके दोनों चुचे आजाद हो गए.. क्या चुचे थे… मर जाऊं मैं..
ये देखते ही मैं उसके ऊपर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा और उसकी चुचे को चूसने लगा.
उह्ह्ह… अह्ह्ह्ह… चुसो मेरी राजा जोर से बहुत मजा आ रहा है.. अह्ह्ह…
मैं एक चूची चूसता तो एक को दबाता. मैं तो जैसे जन्नत में था.
फिर उसने मेरी चड्डी उतारी तो चोंक गयी.. इतना बड़ा.. मैं उसको चूसने को बोला तो मना करने लगी. मैं फ़ोर्स किया तो मान गयी पहले धीरे धीरे चूसा. बाद में मजा आने पर जोर जोर से चूसने लगी.
उसकी जीभ के स्पर्श से मेरी 1 इंच और बढ़ गयी थी. मैं उसकी पेंटी उतारी तो मेरे सामने उसकी गुलाबी वर्जिन चूत थी. जिससे देख के में पागल हो गया.
उसकी हलके हलके बाल थे जो उसे और सेक्सी बना रहे थे.. मैं पागलो की तरह चूसने लगा वो मजे से साउंड निकाल रही थी अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह ममा अमाआआ…
जोर से चुसो मैं मर जाउंगी अह्ह्ह्ह… अब बर्दाश्त नहीं होताडाल दो प्लीज.. मैं उसे थोडा और तडपाना चाहता था तो मैं देर करने लगा.
वो रोने लगी की डालो अब.. मैं उसको सुलाया एक टांग ऊपर करके मेरी लंड को पोज़ में लाके डालने लगा. वर्जिन होने की कारण नहीं जा रही थी टोपा अन्दर गयी तो उसकी आँखे बड़ी बड़ी हो गयी और बोलने लगी की निकालो..
मैं नहीं माना और किस करके धीरे धीरे डालने लगा आधा लंड घुसा था की खून निकलने लगा. फिर एक जोरदार शॉट मारा और पूरी लंड अन्दर चला गया.
उसकी चीख निकलने लगी थी की मैं अपना होंठ उसके होंठ पर रख दिया. थोड़ी देर रुकने के बाद में शूट चालू किया उसकी दर्द कम हो गयी थी और धीरे धीरे मजा आ रही थी.
मैं शॉट तेज़ करने लगा. वो गांड उठा उठा कर चुदा रही थी, और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. उसकी चूत की रस से पच्च पच्च की साउंड आ रहा था. और मेरी रफ़्तार तेज हो रही थी.
फिर मैंने उसको उल्टा किया और डोगी स्टाइल में लिटाया और 15 मिनट चोदने लगा.
फिर मैं पीछे सो गया और उसको अपना लंड के ऊपर बैठा के चोदने लगा. वो ऊपर नीचे होकर चुद रही थी. मेरी निकलने की बारी थी.
तो मैं उसको बोला हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था तो मैं उसको हटाया और मूह में सारा माल डाल दिया. मैं उसकी चिकनी गांड देख कर गांड मारने को बोला तो वो मना करने लगी और बोली की फिर कभी आ जाओ जितनी चाहे चूत मार लो पर गांड नहीं.. उस रात दो बार और चुदाई हुई.