ससुर जी ने सासु माँ समझ के मुझे चोद दिया
दोस्तों मैं भी आपके जैसा ही इस वेबसाइट (नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम) की रेगुलर पाठक हु, आज मुझे कुछ लोगो की कहानिया पढ़कर लगा की पिछली गर्मियों में जो मेरे साथ हुआ वो आपलोगो के साथ शेयर करूँ, ये सोच कर ही इतना दिन हो गया की मैं अपनी बात बताऊँ की नहीं, मेरे मन में दुबिधा थी, आखिरकार मैंने सोच लिया की ये कहानी आपलोग को भी बताऊँ.
मेरा नाम पुष्पा है मैं जयपुर की रहने बाली हु, मेरी उम्र 24 साल है, मैं साधारण कद काठी की औरत हु, अभी तक मुझे कोई बच्चा नहीं हुआ है शादी के ३ साल हो गए है, मैं बहुत खूबसूरत महिला हु, मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते है, मैं भी अपने पति को बहुत प्यार करती हु, आज तक मेरे मन में किसी और पुरुष के प्रति कोई गलत विचार नहीं आया है, पर उस रात को मैनी भी बहक गई या तो यूं कहिये की मैंने अपने परिवार की इज्जत को बचाने के लिए भी चुद गई.
एक दिन की बात है, मेरे पति कंपनी के काम से बाहर गए थे तीन दिन के लिए, घर में मैं मेरे ससुर जी और मेरी सासु माँ थी, शाम को ससुर जी की पार्टी थी उनके दोस्त के यहाँ तो वो वह चले गए घर में मैं और मेरी सासु माँ थी, तभी पड़ोस में एक औरत को बच्चा होने बाल था इसलिए उनके घर से बुलाने आ गया और माँ जी हॉस्पिटल चली गई,
गर्मी का दिन था, रात के दस बज रहे थे, बिजली चले जाने की वजह से निचे कमरे में काफी गर्मी हो रही थी, तो मैं छत पे चली गई, माँ जी और ससुर दोनों छत पे ही सोते है उन दोनों के लिए अलग अलग चारपाई लगा है, तो मैंने माँ जी के चारपाई ले लेट गई, और मुझे कब नींद आ गई पता ही नहीं चला, और मैं सो गई. रात के करीब ११ बज रहे थे, तभी ससुर जी आये वो बहुत ही जयादा शराब पिए हुए थे, मैं नींद में थी, सासु माँ की चारपाई पे सोने की वजह से शायद ससुर जी को लगा की सासु माँ है.
वो लड़खड़ाते हुए मेरे ऊपर लेट गए, और मेरी चूचियों को दबाने लगे, मैंने जग गई देखि की ससुर जी मेरे ऊपर लेते है और चूचियाँ दबा रहे है, ससुर जी की पकड़ काफी अच्छी थी, वो रिटायर्ड आर्मी अफसर है, मैं टस से mas नहीं हो पा रही थी, मैंने कहा छोडो प्लीज, तो ससुर जी बोले आज नहीं छोड़ूंगा तुझे, आज तो चोद के ही रहूँगा सावित्री बहुत दिनों से नहीं चोदा हु, आज तो चोद के रहूँगा देख सावित्री आज मेरे लण्ड कितना बड़ा और मोटा है, तू कहती थी ना की मैं संतुष्ट नहीं कर पता हु आजकल आप बूढ़े हो गया हो, पर आज मैं तुम्हे संतुष्ट करूँगा सावित्री, आज मैं शिलाजीत ही खा के आया हु, आज मैं जवान हो गया हु,
ये सब कहते कहते उन्होंने मेरी नाइटी की ऊपर कर चुके थे, मैं हिल भी नहीं पा रही थी, अगर मैं शोर मचाती तो बगल बाले छत पे भी लोग सो रहे थे, मैं सोची की मेरी तो इज्जत जाएगी और ससुर जी की इज्जत समाज में बहुत अच्छी है वो एक दम से ख़राब हो जाएगी, इस वजह से मैं भी सोची की चुप रहती हु किसी तरह से निकल जाउंगी और अपने कमरे में चली जाउंगी पर ये सब सोचते सोचे बहुत देर हो चूका था, मैं मजबूर थी उनकी पकड़ से, तब तक वो अपना लण्ड मेरी चूत में घुसा चुके थे.
ससुर जी का लण्ड बहुत ही मोटा और लंबा था, मेरे चूत में टाइट समा गया था, ससुर जी कह रहे थे सावित्री आज तो तेरी चूत बड़ी ही टाइट लग रही है ऐसा लगा रहा है जैसा की मुझे सुहागरात में आज से 28 साल पहले फील हुआ था, और तेरी चूचियाँ भी बड़ी और तनी हुई है, क्या बात है सावित्री, ओह्ह्ह्ह्ह आअज तो मजा गया, और वो जोर जोर से मेरे चूत में अपना लण्ड पेलने लगे, मैं चुपचाप चुदवाती रही क्यों की जो होना था सो हो चूका था, मैंने सोच लिया की जैसा ही उनकी चुदाई खत्म होगी निचे चली जाउंगी, ससुर जी नशे में है उनको पता ही नहीं चल पा रहा है की सासु माँ की नहीं वो अपने बहू की चुदाई कर रहे है.
उसके बाद वो तो मेरी चूत और चूचियों पे टूट पड़े, वो मेरी चूची को मसल रहे थे और जोर जोर से गांड को उछाल उछाल के अपने लण्ड को मेरे चूत में गाड़े जा रहे थे, सच पूछिये तो दोस्तों उनकी चुदाई मेरे पति से भी मस्त था, मेरा पूरा शरीर हिल रहा था उनके चुदाई के झटके से मुझे भी जोश चढ़ गया था, मैंने भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी, एक जो सबसे बड़ी बात थी की उनकी टाइम काफी ज्यादा थी चोदने की तब तक मैं दो बार झड़ चुकी थी पर वो अभी तक हाय हाय हाय करते हुए चोदे जा रहे थे.
अचानक एक लम्बी से आअह ली और उनका सारा माल मेरे चूत के अंदर ही चला गया, और वो निढाल हो के साइड में हो गए, और तुरंत ही पांच मिनट में नींद आ गई और वो सो गए, मैंने तुरंत ही निचे आ गई और सो गई.
सुबह हुआ सब कुछ नार्मल था, वो वैसा ही इज्जत मेरी कर रहे थे जैसा पहले करते थे, वो नशे में थे इसवजह शायद उनको पता ही नहीं चला था रात की चुदाई का, आपको ये कहानी कैसी लगी जरूर रेट करें. मुझे ख़ुशी होगी, पर आपकी कहानी पढ़ने के फिर से मैं इस वेबसाइट पे जाऊर आउंगी, आप भी आइये और मजा लीजिये,