सहेली ने मुझे चुदना सिखाया
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रीति है और जब में पहली बार कॉलेज में आई तो में बहुत खुश थी, क्योंकि में एक छोटे से शहर से हूँ जहाँ पर लड़कियों को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती थी और उनको बहुत ही बंधे हुए माहौल में रहना पड़ता है.
दोस्तों में हमेशा टीवी पर देखती थी कि लड़कियों के अपने अपने बॉयफ्रेंड होते थे जो उनको बाहर घुमाते और शॉपिंग कराते है. बहुत मज़े मस्ती करते है और वो उनको नये नये उपहार भी देते है, इसलिए मुझे बहुत मन था कि में भी किसी लड़कों से दोस्ती करूँ और मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड हो. दोस्तों वैसे बड़े शहर और कॉलेज का खुला माहौल देखकर में बहुत खुश और हैरान थी. दोस्तों मुझे खुलकर जीना, घूमना फिरना बहुत अच्छा लगता था, इसलिए में वहां पर रहकर बहुत ज्यादा खुश रहने लगी थी.
दोस्तों मेरी क्लास में बहुत सारे लड़के थे, लेकिन वो मेरी तरफ देखते भी नहीं थे, क्योंकि में उस समय गवांरो जैसी दिखती थी. सलवार सूट पहनना, चोटी बनाना और कहाँ शहर की लड़कियाँ अपने खुले बालों और जींस टी-शर्ट में दिनकर घूमना फिरना, इस बात का मुझमें बहुत अंतर था.
एक दिन में अपने हॉस्टल के रूम में रोने ही लग गई, क्योंकि मेरे साथ मेरे कमरे में रहने वाली वो लड़की जिसका नाम सुमन था वो एक बहुत सुंदर लड़की थी जिसके 3-3 बॉयफ्रेंड थे, वो कभी किस लड़के के साथ घूमने जाती तो कभी दूसरे लड़के के साथ घंटो फोन पर हंस हंसकर बातें करती उसने मुझे रोता हुआ देखकर वो मुझसे पूछने लगी कि क्या बात है? तुम इस तरह से रो क्यों रही हो? तो मैंने उसके बहुत बार पूछने पर उसको बता दिया कि में सुंदर नहीं हूँ इसलिए कोई भी लड़का मुझे मुड़कर देखता भी नहीं और मेरा तुम्हारी तरह एक भी दोस्त नहीं है.
फिर वो मेरी पूरी बात को सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और बोली कि तुम बहुत सुंदर हो बस तुम्हे थोड़ा सा निखारने की ज़रूरत है और वो मुझे अगले दिन अपने साथ मार्केट लेकर चली गई और फिर उसने मुझे कुछ कपड़े और हील्स लेकर दिए उसके बाद वो मुझे पार्लर लेकर चली गई जहाँ पर मेरा उसने हेयर स्टाईल, वेक्सिंग, फेशियल और ट्रीट्मेंट्स करवाए जिससे में कुछ ज्यादा ही चमक गयी और जब मैंने अपने आपको सामने लगे कांच में देखा तो में एकदम हैरान हो गई.
में अपने निखरे हुए सुंदर चेहरे को देखकर बहुत चकित हुई और में अपने आपको पहचान ही नहीं पाई में अब बिल्कुल फिल्म की किसी हिरोइन की तरह दिख रही थी. दोस्तों उसके बाद सुमन ने हमारे रूम पर पहुंचने के बाद मुझे ऊँची हील पहनकर चलना सिखाया और फिर उसने मुझे बताया कि कैसे किसी लड़के से बात करते है.
फिर उसके अगले दिन जब में अपने छोटे आकार के कपड़े, ऊँची हील्स पहनकर अपनी क्लास में गयी तो वहां पर सभी लोग मुझे देखकर एकदम हैरान हो गए और वहां पर सभी लड़कों के तो मुझे इस बदले हुए हॉट सेक्सी रूप में लंड खड़े हो गये. मुझे अब बहुत मज़ा आ रहा था और वहां पर सभी की नजरे बस मुझ पर ही टिकी हुई थी. वो सभी मुझे खा जाने वाली नजरों से घूर घूरकर देख रहे थे और यह सभी बातें मैंने रात को सुमन को बताई.
मैंने उस रात को पूरी तरह से खुलकर उससे बातें की. फिर सुमन तुरंत मेरी सभी बातों का मतलब समझ गई और तब उसने मुझसे पूछा कि क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स किया है? दोस्तों अचानक से में उसके मुहं से यह बात सुनकर बहुत चकित जरुर हुई, लेकिन मन ही मन खुश भी थी और फिर मैंने साफ साफ बता दिया कि मैंने ऐसा अभी तक कभी नहीं किया है, लेकिन में अब ऐसा करना चाहती हूँ और मुझे यह सब करने की बहुत इच्छा होती है.
में भी एक बार वो मज़ा लेना चाहती हूँ. फिर सुमन मेरी पूरी बात को सुनकर हंस पड़ी और अब वो मुझे बताने लगी कि उसने ऐसा बहुत बार किया है और वो सब करने में बहुत मज़ा आता है. उसके बाद वो मुझे बताने लगी कि लड़कों को क्या क्या अच्छा लगता है और वो लड़कियों को कितने मज़े करवाते है? फिर कुछ देर बाद उसने मुझसे कहा कि अगर में चाहूं तो वो मुझे भी कुछ ऐसे लड़कों से मिलवा सकती है जो मुझे वैसे ही मोज मस्ती करवा देंगे.
फिर में उसके मुहं से यह बात सुनकर खुश हो गयी और मैंने उससे कहा कि प्लीज मुझे उससे तुम अब जल्दी से मिलवाओ. दोस्तों उस रात मुझे ठीक तरह से नींद ही नहीं आई, क्योंकि में पूरी रात लड़कों के बारे में सोचती रही और में उनके साथ घूमने फिरने मज़े मस्ती करने के सपने देखने लगी.
फिर उसके अगले दिन सुमन ने मुझे एक मिनी स्कर्ट और छोटे आकार का टॉप पहनाकर तैयार होने को कहा और उसने मुझे बहुत सुंदर जालीदार लाल कलर की ब्रा और पेंटी पहनने को दी और फिर मुझसे कहा कि में इस ड्रेस के नीचे यह सब पहन लूँ. दोस्तों सच पूछो तो मुझे वो ब्रा और पेंटी पहनकर एक नयी नवेली दुल्हन की तरह अहसास आने लगा था. में बहुत खुश थी. फिर मैंने अपने बाल सेट किए और सुमन ने मेरा चमकता हुआ सा मेकप कर दिया.
दोस्तों मैंने इससे पहले कभी इतनी गहरी कलर की लिपस्टिक और कभी ऐसा मेकअप भी नहीं किया था. मुझमें उस समय बहुत उत्सुकता थी और जब हम दोनों हमारे हॉस्टल से बाहर निकले तो मैंने देखा कि बाहर दरवाजे पर एक कार खड़ी हुई थी, जिसमें दो लड़के बैठे हुए थे उन्होंने कार से सीधे नीचे उतरकर हमें हग किया और फिर माथे पर किस किया.
मेरे तो जैसे पूरे बदन में एक अजीब सा करंट दौड़ गया. फिर उसके बाद हम कार में बैठ गए और वो हमे मॉल लेकर गये जहाँ पर हम ने शॉपिंग की और खाना खाया. शाम को वो हमें एक बार में लेकर चले गये और मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि सभी लोग शराब पी रहे थे और लड़कियाँ भी शराब पीकर लड़कों के साथ डांस कर रही थी.
दोस्तों पहले तो मुझे यह सब देखकर बहुत अजीब सा लगा, लेकिन मेरी दोस्त के समझाने पर अब थोड़ा सा अच्छा लगने लगा था. सुमन के फ्रेंड ने मुझे एक ड्रिंक दिया और में बिना सोचे समझे वो पी गयी. ऐसे करते करते मैंने कई बार ड्रिंक ले लिए और अब मुझे नशा सा होने लगा था. अब सुमन ने मुझसे कहा कि वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ जा रही है और उसका वो दोस्त मुझे हमारे हॉस्टल तक छोड़ देगा.
दोस्तों उस समय मुझे बहुत नशा हो गया था और में नशे में झूम रही थी. फिर तभी सुमन का वो दोस्त जिसका नाम पवन था, उसने मुझे मेरी कमर से पकड़ा और फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या में ठीक हूँ? तो मैंने उसके गले में अपनी गोरी गोरी बाहें डाली और उसकी तरफ मुस्कुराने लगी. अब पवन नाम का वो लड़का मुझे अपनी बाहों का सहारा देकर मुझे अपने साथ लेकर बार के बाहर आ गया और फिर उसने मुझे कहा कि प्रीति डार्लिंग तूने बहुत ड्रिंक कर ली है चलो में तुम्हे तुम्हारे हॉस्टल तक छोड़ देता हूँ.
फिर मैंने कहा कि नहीं मुझे हॉस्टल नहीं जाना, मुझे तुम्हारे साथ रहना है और मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए क्या में सेक्सी नहीं हूँ पवन? यह सब उससे कहकर में उसको किस करने लगी पवन ने मुझसे कहा कि हाँ तुम बहुत सेक्सी हो प्रीति अगर तुम चाहती तो में तुमसे सेक्स करना चाहता हूँ. फिर मैंने भी अब तुंरत हाँ में अपना सर हिला दिया और मेरा जवाब सुनकर वो मुझे पास के ही एक होटल में ले गया. उसने मुझे बेड पर गिरा दिया और फिर वो अपने कपड़े खोलने लगा.
कुछ देर बाद उसको अपने सामने नंगा देखकर मेरी तो सारी पी हुई दारू एक ही बार में उतर गई और में जोश में आ गयी, जिसकी वजह से मेरी पेंटी एकदम गीली हो गयी. पवन मुझे पागलों की तरह लगातार किस करने लगा. फिर जैसे ही वो मेरी गर्दन पर किस करने लगा तो में एकदम पागल सी हो गयी और में भी उसको चूमने लगी. तभी उसने मेरी ड्रेस को उतार दिया और वो मुझे लाल कलर की पेंटी ब्रा में देखकर बोला कि तुम तो बहुत मस्त लग रही हो.
मैंने पहले कभी इतनी सेक्सी लड़की नहीं देखी यार और तुम अब तक वर्जिन कैसे बच रही हो, तुम्हे किसी ने चोदा क्यों नहीं? दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनकर में उसके कानों पर काटने लगी और उसने मेरी पेंटी, ब्रा को भी उतार दिया. अब में उसके सामने पूरी नंगी थी.
दोस्तों अब पवन मुझे ऊपर से लेकर नीचे तक चूमने, चाटने लगा था, जिसकी वजह से मुझे बहुत अलग हटकर महसूस हो रहा था और में उसका वो मदहोश कर देने वाला अहसास महसूस कर रही थी तभी उसने मेरे होंठो को किस किया और बहुत देर तक वो अपनी जीभ को मेरे मुहं में घुमाता रहा जैसे कि उसे स्मूच करने में बहुत मज़ा आ रहा हो. अब कुछ देर बाद उसने मेरे पेट को चूमना शुरू किया और में छटपटाने लगी और फिर उसने अपनी दो उँगलियाँ मेरी चूत पर घूमाना शुरू किया.
फिर कुछ देर चूत को सहलाने के बाद उसने मेरी चूत में अपनी उँगलियों को डाल दिया. अचानक से हुए इस काम की वजह से मेरे मुहं से आह्ह्ह्हह्ह स्सीईईईईईइ की आवाज बाहर निकलने लगी. अब वो मुझसे बोला कि प्रीति तुम्हारी चूत तो बहुत हॉट और टाईट भी है तुम अब तक कहाँ थी? वाह आज तो मुझे तुम्हारे साथ चुदाई का मज़ा आ जाएगा दोस्तों इतना कहकर उसने जल्दी से अपना लंड मेरी चूत के मुहं पर रखा और धक्का देने लगा.
फिर में ज़ोर से चीखने लगी, लेकिन वो बिना कुछ सुने धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर डालता गया और उसका लंड मेरी छोटे आकार की चूत को चीरता हुआ लगातार अंदर बाहर हो रहा था, जिसकी वजह से मुझे दर्द के साथ साथ चुदने का वो मज़ा भी मिलने लगा था जिसके लिए में बहुत समय से तरस रही थी.
दोस्तों में मन ही मन बहुत खुश थी और अब उसने मुझे लगातार जोरदार धक्के देकर चोदना शुरू किया और धक्को के साथ ही साथ वो मेरे बूब्स को अपने मुहं में डालकर खींचने लगा और में पूरी तरह से गरम हो चुकी थी, जिसकी वजह से कुछ ही मिनट में मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया और में झड़ गई.
दोस्तों में कभी भी उस अहसास को किसी भी शब्दों में नहीं लिख सकती, जिसको मैंने पहली बार महसूस किया था वो बिल्कुल हटकर था और कुछ देर बाद उसका भी पानी निकल गया और मुझे उसकी गरमी अपनी चूत के अंदर तक महसूस हुई.
फिर कुछ देर बाद पवन ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और मेरे मुहं के सामने लाकर वो मुझसे बोला कि ले चाट इसे. मैंने उसके लंड को बहुत ध्यान से देखा वो सफेद रंग के चिपचिपे वीर्य से पूरा सना हुआ था और फिर मैंने उसको चाट चाटकर साफ कर दिया. उसके बाद वो मुझे हग करके लेट गया और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में सो गए.
फिर दूसरे दिन सुबह उसने मुझे उठाया. में उठी और मेरा पूरा बदन हल्का हल्का दर्द हो रहा था. अब उसने बिना कुछ कहे एक बार फिर से मेरी चूत को फैलाकर लंड को अंदर डाल दिया और हल्के हल्के धक्के देकर वो मुझे चोदने लगा.
कुछ देर बाद उसने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया और वो अब मुझे तेज लगातार धक्के देकर चोदता रहा और में उसका पूरा पूरा साथ देती रही. फिर कुछ देर की चुदाई के बाद उसने एक बार फिर से मेरी चूत में अपनी कुछ बूंदे वीर्य की गिरा दी और फिर हमने साथ में नहाकर पकड़े पहनकर तैयार हो गए.
उसके बाद उसने मुझे मेरे हॉस्टल तक छोड़ दिया, वो कुछ दूरी से मुझे बाय कहता हुआ चला गया. फिर जब में अपनी बदली हुई चाल के साथ अपने हॉस्टल पहुंची तो मेरी इस हालत को देखकर ही सुमन तुरंत समझ गई कि अब में भी वर्जिन नहीं रही और मेरी बदली हुई चाल कल रात को हुई मेरी चुदाई का एक नतीजा है. अब वो मुझसे बीती रात की पूरी कहानी विस्तार से पूछने लगी और में बताते हुए शरमाकर लाल हो गयी.
उस दिन में रूम में ही रही और पूरे दिन में बस सोती रही. फिर तब जाकर मेरी चूत का दर्द थोड़ा कम हुआ, लेकिन उसी रात को सुमन ने मुझसे कहा कि चलो तैयार हो जाओ. अब हम बाहर चलते है और मैंने उससे कहा कि मुझे चलने से दोबारा दर्द होगा.
फिर उसने कहा कि उसे जब तक होना था वो हो गया और अब तो तुम्हारे मज़े करने के दिन है. अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा. पहली चुदाई के बाद सब दुःख दर्द डर खत्म हो जाता है और अब तुम आज से मेरी तरह हो एकदम निडर और वो मुझे एक रेस्टोरेंट में लेकर चली गयी जहाँ पर पवन पहले से ही अपने कुछ दोस्तों के साथ बैठा हुआ था.
फिर पवन ने मुझे देखकर आँख मारी और वो मुझसे पूछने लगा कि क्यों कैसा रहा तुम्हारा वो कल रात का पहला अनुभव? दोस्तों में उसकी यह बात सुनकर बिना कुछ बोले थोड़ा सा शरमाई और मुस्कुराने लगी. फिर पवन का एक दोस्त बोला कि यार तुम अब हमारे बारे में भी कुछ सोचो तुम्हे जो करना था कर लिया, लेकिन हम क्या करे? तो उनके मुहं से यह बात सुनकर पवन ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और फिर वो मेरी तरफ देखने लगा. फिर उसने मुझे अपने एक दोस्त के साथ जाने का इशारा किया में उसके इशारे को बहुत अच्छी तरह से समझकर मन ही मन ना जाने क्यों हिचकिचाने लगी.
तभी सुमन ने मेरी तरफ स्माइल किया और वो मुझसे कहने लगी कि हाँ जाओ प्रीति, तुम इनके साथ अपनी जिंदगी के पूरे मज़े लूट लो कर लो अपने मन की हर एक इच्छा को पूरा और कब तक ऐसे प्यासी तरसती रहोगी? आज अपनी आग को पूरी तरह से बुझा लो.
दोस्तों में अपनी सहेली की बात को सुनकर पवन के दोस्त राजेश के साथ उठकर चली गई और वो मुझे अपने साथ पास ही में एक अपार्टमेंट में ले गया और वहां पर उसने मुझे सारी रात चोदा. मैंने भी उसके साथ साथ चुदाई के पूरे मज़े लिए और में बहुत संतुष्ट थी.
मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था. दोस्तों में अब अपने आपको बहुत अलग महसूस करने लगी थी और उसने मुझे बहुत अलग अलग तरीकों से चोदा और मेरी चूत को शांत किया. दोस्तों तब से लेकर अब तक में और सुमन ऐसे ही हर रात को बाहर जाते है और हर बार हम एक नये लंड से अपनी चूत को चुदवाते है और बहुत जमकर सेक्स के मज़े लेते है.
nice