हाई, मेरा नाम दीप्ती है फ्रॉम ग्वालियर. मैं २१ इयर की हु. मैं बी. कॉम. फाइनल इयर में हु. वहां मैं पहले हॉस्टल में रहती थी, फिर मैंने अपनी एक फ्रेंड के साथ एक कमरा किराये पर ले लिया. मेरा रंग गोरा, हाइट ५.४ है और मेरा फिगर ३२ डीडी – २९ – ३४ है. मेरी एस और थिंग की फिटिंग बहुत सेक्सी लगती है जीन्स में. मुझे शौपिंग करने का बहुत शौक है. सो दिल्ली में एक्स्ट्रा पेसो के लिए बाहर चुदवा लेती थी. मेरी फ्रेंड रंडी थी और वो रोज़ किसी ना किसी से चुदती थी. और जब मुझे पैसे चाहिए होते थे, तो वो मेरे लिए भी कस्टमर करवा देती थी. मैं ८००० – १०००० में पूरी रात के लिए चुदवाने…
लंड की कीमत 1000 से आपको लग रहा होगा, कि किसी ने किसी वेश्या को चोदा होगा. लेकिन ये कहानी किसी वेश्या की नहीं मेरी है, जब मुझे नौकरी पाने के लिए एक औरत को चोदना पड़ा. अब मै 50 के ऊपर हु, लेकिन ये कहानी तब की, जब मै 22 साल का था और मै फोटोग्राफी का शौक रखता था. बड़े शहर जाकर अपने इस शौक को अपने भविष्य में बदलना कोई बच्चो का खेल नहीं था, फिर भी मै अपने पुरे घरवालो से लड़कर बड़े शहर आ गया. मै अपने शहर में पढाई में अव्वल था और मेरे पिता जी और मेरे मास्टर जी ने मुझे हमेशा ही, किसी सरकारी नौकरी के सपने दिखाए थे, लेकिन जब मेरी 18वे जन्मदिन पर मुझे…
मल्लू आंटी को चोदने की कहानी सुनने के लिए आप हमेशा ही बड़े बेताब रहते है. आज मै आपको अपनी चाची, जो एक मल्लू है, उनकी कहानी सुना रहा हु. हम लोग दक्षिण इंडिया में रहते है और हमारे यहाँ की औरतो को मल्लू बोला जाता है, इस लिए मेरी चाची एक मल्लू आंटी है, वो करीब 38 साल की होंगी और मै उस समय 20 का था और कॉलेज में था.
हेलो दोस्तों मेरा नाम इन्द्रजीत हैं और मैं नवी मुंबई का रहने वाला हूँ. मैं लम्बा ऊँचा और मजबूत बॉडी वाला हूँ. मैं पहले से ही चुदक्कड ख़यालो वाला हूँ और इसलिए आज मैंने अपनी एक हॉट इंडियन कहानी आप लोगो को भेजने का डिसाइड किया.
यह कहानी मेरी और मेरी पड़ोसन भावना की है ! भावना की उम्र २८ वर्ष है रंग गोरा और मोटे – मोटे बूब्स, लाल होट जैसे की एक दम रस भरे है. साडी पहनती है तो एकदम हिरोइन लगती है. जो भी देखता है वो उसका दीवाना हो जाता है. उसे देख के अच्छे अच्छो के लंड खड़े हुए हैं और कितने लोगों के अपनी बीवियों से झगड़े हुए हैं.मै भावना को बचपन से जानता हूँ. मै और भावना एक दुसरे के घर आते जाते रहते थे. मेरी और भावना की अच्छी बनती थी. पहले मै भावना के बारे में कभी भी कुछ भी गन्दा नही सोचता था. भावना के साथ मेरी अच्छी दोस्ती थी और वो बहुत ही खुले विचारो की थी. मै…
हेलो मेरा नाम रीना ( बदला हुआ ) है . में एक खुशहाल शादीशुदा छत्तीस साल की महिला हूँ और एक घरेलु महिला हूँ , में दिखने में सिंपल हूँ कोई ज्यादा ख़ास नहीं हूँ मेरा रंग भी सांवला है हालाँकि मेरे फीचर्स और फिगर ठीक है थोड़ी मोटी हूँ लेकिन औरतों में थोड़ा मोटापा अच्छा ही दिखता है. मेरे दो बच्चे है एक बेटा जो आठ साल का है और एक बेटी है चार साल की. मेरे पति प्राइवेट नौकरी में है वो मेडिकल लाइन में एम .आर. है और उनकी सैलरी भी अच्छी है मतलब हम पैसे से भी अच्छे है. मेरे पति मुझसे चार साल बड़े है उनकी उम्र चालीस साल है .
विपुल और मैं बहुत ही अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक साथ ही भी घुमा करते थे. हालांकि मेरे और भी कई दोस्त थे जिनके साथ में रहता था पर उनमें से सबसे अच्छा और करीबी दोस्त एक विपुल ही था मेरा. मुझे उसके और उसके परिवार के बारे में भी सब कुछ पता था क्यूंकि हम दोनों का रोज एक दूसरे के जो घर आना जाना बनता ही रहता था. मैं एक दिन जब उसके घर में गया तो देख की एक मस्त आकर्षक लड़की आई हुई थी उसके घर पर जब मैंने उससे पूछा तो पता चला की वो उसकी चचेरी बहन थी और बस मैं एक बारी में ही अपने दोस्त को अपना साला बनाने के लिए तैयार हो चूका था.…
हाई, मेरा नाम क्या हैं वो नहीं कहूँगी क्यूंकि मैं पंजाब के एक अच्छे घर की छोटी बहु हूँ. यह कोई कहानी नहीं हैं बल्कि एक सच्ची घटना हैं जो डेढ़ साल पहले घटी थी. मैं अपने नौकर के साथ संभोग किया था पहली बार अपनी जेठानी के साथ मिल के. नौकर ने हम दोनों को संतुष्ठ किया था क्यूंकि जेठानी ने उसे वाएग्रा की गोली जो खिलाई थी. तो आयें मैं आप को बताऊँ की मेरी चुदाई कैसे हुई उस दिन और कैसे नौकर श्याम ने हमें जम के चोदा.
गावं की गोरी को चोदने का मज़ा ही अलग होता है. उसकी कँवारी मस्त चिकनी चूत पर जब आदमी का मस्त मोटा लंड रगड़ता है, तो उसके कामुक गरम बदन को अकड़ता देखकर, वो जवान मर्द और भी मस्त होकर लड़की या औरत की चूत का भोसड़ा बना देता है. क्या हुआ? ये सब मुझेकैसे पता? अरे! मेरी चिकनी चूत को मेरे गावं के स्कूल के मास्टर ने रगड़ा था और उस कमीने ने मुझे लंड का ऐसा स्वाद लगाया, कि शादी के बाद भी मेरा मन केवल पति के लंड से नहीं भरता, मेरी नज़र हर जवान मर्द को घूरती है और उसके लंड की लम्बाई और मोटाई को नापती रहती है.मेरा नाम कमली है, मुझे पढ़ने का शौक था और गावं ने…
मै १८ साल ही हुआ था, कि मुझे सेक्स का लाइसेंस मिल गया था. लेकिन, गाडी का नहीं पता था, कि कब, कौन और कहाँ मिलेगी? लेकिन, मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी, कि मुझे कुँवारी चूत मेरे ही घर में मिली और मेने अपना और उसने अपना कौमोर्य् खोया. निशा, निशा मेरी टूशन टीचर थी और २१-२२ साल की रही होगी. कोई खास गोरी या आकर्षक तो नहीं थी, लेकिन बहुत पढ़ाकू थी. उसकी मम्मी और मेरी मम्मी दोनों साथ में ही काम करती थी और मेरी मम्मी ने आंटी को बोलकर निशा को मुझे पढ़ाने के लिए बोला. पहले-पहले तो मेरी निशा से नहीं पटी; लेकिन, बाद में मुझे उसके साथ मज़ा आने लगा. बिलकुल भी बोरिंग नहीं थी वो. बस आज के…