Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai Garmi ki us dopahar me sar par tapta sooraj meri pariksha le raha tha manjil abhi bhi door thi pyaas se gala sookh raha tha par pani bhi nahi tha mere pass pichle chaar dino se safar jari tha mera anjana safar aur anjani manjil thi raasta puri tarah se sunsaan pada tha bus garam loo hi thi jo saiy saiy karte huve kahar dha rahi thi mai aas laga raha tha ki kuch saadhan mil jaye to safar aasan ho jaye par aaj is raah ka mai eklota musafir hi tha
१६-१८ वर्ष की आयु काफ़ी नाज़ुक और नादान होती है. इस आयु मे ग़लतिया होना स्वाभाविवक है. मैं मुकेश दिल्ली के केंद्रीय विद्यालय मे पढ़कर १२ की परीक्षा २००८ मे पास की. मैं उस वक़्त १७ वर्ष का जिम बॉडी वाला ५ फीट १० इंच लंबा युवा हो गया था. जिम मे पसीना खूब बहाता था , परंतु घर वालो ने मुझे इंजिनियरिंग करने को कहा. एक मध्यमवर्ग के सपने काफ़ी होते है. मैं भी मध्यमवर्ग से हूँ. आगे इंजिनियरिंग की तैयारी करने की ठान कर दिल्ली से कोटा की यात्रा आरंभ की. निज़ामुद्दीन से कोटा के लिए जनष्ताब्दी गाड़ी है . जो रात्रि में ८.१० बजे कोटा स्टेशन पहुँचा देती है.
दोस्तो मैं मुकेश , आपका दोस्त. अपनी पिछली कहानी को आगे बढ़ाते हुए. आंटी पूरी तरह नंगी थी. बालो ने चुचियो को ढकने की नाकाम कोशिश की थी. और योनि साबुन से छिपी हुई थी. लाल रंग का तराशा गया बदन , होंठो की लालिमा , तीखे नयन , बड़े आकर के नितंब , लग रहा था की कोई परी नंग होके धरती पे आ गयी है. मे थोड़ी देर तक बस देखता रहा उस खूबसूरती को. तभी आंटी ने कहा कभी किसी औरत को नंगा नही देखा?…
इकलौता लड़का होने के कारण मेरे घर के अमूमन हर काम का बोझ मेरे ही सर पर था और वैसे देखा जाए तो ये काम करता भी कौन क्यूंकि पापा बिज़नस में लगे रहते थे और मम्मी अपनी समाजसेवा और कमिटी वाली सहेलियों के साथ में. देखा जाए तो एक तरह से अच्छा ही हुआ मैं एक ज़िम्मेदार इंसान बना और अब मुझे हर तरह के काम की माहिती है. और अपने इसी टैलेंट के चलते मुझे जवान होते ही जवानी का ज़बरदस्त अहसास मिला और उसके बाद तो जैसे लाइन ही लग गई.
हेलो फ्रेंड्स, माय नेम इज शुभम एंड माय एज इज २१. मेरे लंड का साइज ७ इंच है. मैं पंजाब जालंधर का रहने वाला हु. ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी है हिंदी में. सॉरी आपका वक्त ख़राब ना करते हुए, में सीधे स्टोरी पर आता हु. मेरी आंटी का नाम ऋतू है. यहाँ मैं उनका चेंज सिक्योरिटी की वजह से. वैसे क्या रखा है. आप सब को और मुझे जो भी यहाँ पर है, उन्हने सिर्फ चूत की मलाई खाने से मतलब है. उनकी एज ३२ साल है. ये बात एक साल पुरानी है. मेरी आंटी का फिगर तब ३४ – ३२ – ३६ का होगा। उन्होंने अपने को बहुत ही ज्यादा मेन्टेन किया हुआ था.
तो ये बात 27 जुलाई की है जब मुझे नॉएडा से अपने घर कानपूर जाना था और कुछ ज्यादा भीड़ ना होने से मुझे संगम एक्सप्रेस में रिजर्वेशन खली मिला, तो मैंने अपना रिजर्वेशन करवा लिया जो खुर्जा से कानपूर का मिला और मैं 7 बजे के करीब स्टेशन पहुँच गया और ट्रेन का वेटिंग रूम में बैठ कर इंतज़ार कर रहा था. फिर कुछ देर बाद वेटिंग रूम में एक लेडी आई और मेरे बगल में बैठ गयी और वो देखने में क्या गजब लग रही थी उसने लाइट पीले रंग की साड़ी पहनी हुई थी और उसके बूब्स क्या कमाल लग रहे थे.
हेल्लो दोस्तों! मेरा नाम नवी है और मैं पंजाब से हूँ और इस कहानी में मेरी सच्ची घटना है की कैसे मेने अपने दोस्त की माँ को चोदा, मेरे दोस्त का नाम बिशु है और वो मेरे घर के पास ही रहता है और वो मेरे से उम्र में बहुत छोटा है. तो पहले मुझे उसकी माँ में कोई इंटरेस्ट नहीं था पर फिर मुझे कहीं से पता चला की उसकी माँ तो एक नंबर की रंडी बन चुकी है और मुझे पता चला की उसकी चूत तो मेरे एक दोस्त ने भी मार ली है.
लोग जो कहते हैं कि जवानी सब पर निखार लाती है, सच कहते हैं. तब मैं १८ साल का था. जिस्म में खून उबाल मारता था, बहुत खेल-कूद करता था, कसरत करता था, मन में जोश था और औरत के जिस्म को जानने की बहुत इच्छा थी. ऐसा नहीं था कि मैं दिनभर यही सोचा करता था, लेकिन किसी औरत का जिस्म देखते ही मैं नज़र हटा नहीं पाता था, और मेरा सामान खड़ा हो जाता था. मैं ना ही बहुत अच्छा दिखता था, और ना ही ख़राब. एकदम साधारण सा. सिर्फ कसरत करनें के कारण शरीर थोड़ा अच्छा था. इसीलिए मैं सोच भी नहीं सकता था कि कोई लड़की मुझे पसंद करेगी. मेरे बहुत से दोस्तों नें लड़कियाँ पटा रखी थी, और अक्सर…
भल्ला सर हमारे कंपनी के नए सी ए थे और उनके आने से अच्छी खासी टाइटनेस हो गई थी सिस्टम में, अब किसी भी फाइनेंसियल अप्रूवल पर उन्ही के साइन होते थे. मेरे एकाउंट्स हमेशा से गड़बड़ थे तो सबसे पहले मेरी ही खिंचाई हुई, भल्ला सर ने मेरी तो मेरी बल्कि मेरे बोस्सेस की भी जमकर ले ली थी, और इसी लिए हर कोई भल्ला से बदला निकालना चाहता था. एक दिन मुझे पता लगा की भल्ला सर मेरी किसी फाइल को अगले वीक बुरी तरह उधेड़ने वाले हैं तो मैंने उन्हें मक्खन लगाने की सोची और इसीलिए मैं उनके घर एक स्कॉच की बोत्टेल ले कर वीकेंड पर पहुँच गया.
दोस्तों मेरा नाम शिवम हैं और मैं बिहार का रहनेवाला हूँ.ये सेक्स कहानी मेरी और मेरी बड़ी आ की हैं. आप का समय ख़राब का करते हुए मैं अब सीधा इस चुदाई की कहानी पर ही आता हूँ. मेरी बड़ी माँ एक गदराई हुई जवान औरत हैं उनका फिगर एकदम हॉट हैं एकदम टाईट गोल चुंचे और मसलवाली बड़ी गांड भी हैं उनकी. बड़ी माँ को देखते हुए किसी का भी लोडा खड़ा हो जाए ऐसा रंग हैं उसका, देखने वो किसी परी के जैसी लगती हैं.