मेरा नाम अभिराज है.. और मैं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ और अभी चंडीगढ़ में कार्यरत हूँ। मैं अन्तर्वासना को लगभग आठ साल से पढ़ रहा हूँ। मैंने अन्तर्वासना के लगभग सारी की सारी कहानी पढ़ी हैं, बहुत सी कहानियाँ सच्ची लगीं। आज मुझे भी दिल किया कि अपनी कहानी आप
हाय फ्रेंड्स मेरा नाम जतिन है और मैं अभियांत्रिकी का छात्र हूँ। मैं खाते पीते घर से हूँ.. इसीलिए मैं एक एथलेटिक और भरे हुए बदन का मालिक हूँ और दिखने में भी मैं एक आकर्षक लड़का हूँ। हर रोज जिम जाना मुझे अच्छा लगता है और ये मेरी हॉबी
मेरा नाम रुद्र है। मेरी ऊँचाई 5′ 8″ है। मैं ना ज्यादा मोटा.. न ही पतला हूँ.. दिखने में स्मार्ट हूँ। मेरे लंड का नाप 6.3” लंबा और 2.5” गोलाई में मोटा है। हर लड़के की तरह मुझे भी चुदाई का शौक है। मित्रो, यह घटना दो साल पुरानी है।
College Room me Sneha ki Pahli Chudai प्रिय पाठको ! अब तक की मेरी सभी कहानियों को पढ़ने और सराहने के लिए आप सभी का आशिक राहुल की तरफ से शुक्रिया ! आपके उत्साहवर्धक ईमेल के लिए धन्यवाद और अन्तर्वासना के जरिये जो सच्ची दोस्तियाँ हुई है उसके लिए सभी
मुझे चुदाये हुए काफ़ी दिन हो गये थे। मेरा निशाना अब मेरा भाई था। अचानक ही वो मुझे सेक्सी लगने लगा था। घर पर पज़ामें में उसका झूलता लण्ड मुझे उसकी ओर आकर्षित करता था। उसे छुप कर नहाते हुए देखना मेरी आदत बन गई थी। जब कभी वो बाहर
मेरे पापा और ताऊ जी दो भाई हैं। ताऊ जी मुंबई में रहते थे और हम लोग गाँव में रहते थे। ताऊ जी हर साल गाँव आते थे यह घटना करीब आठ साल पहले की है, ताऊ जी की दो लड़कियाँ हैं, उस समय बड़ी वाली सोनम दीदी 22 साल
दोस्तो, आज मैं आपको एक और सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो अनजाने में मुँह-बोली बहन की चुदाई से ख़त्म हुई। विदर्भ के वर्धा जिले में मेरे दूर के रिश्तेदार रहते हैं, जिनके लड़के की शादी अमरावती से सटे एक गाँव खेड़े में तय हुई थी। जिस लड़की के
मेरा नाम मोहक है और मैं बी.टेक के फाइनल ईयर का स्टूडेंट हूँ। मैं नौकरी के लिए चुना जा चुका हूँ। मेरा रंग एकदम गोरा है.. मेरी आँखें और बाल भूरे हैं.. और मेरा लण्ड 7 इंच का है। मैं अन्तर्वासना पर काफ़ी कहानियाँ पढ़ चुका हूँ.. तो सोचा अपना
मेरा नाम सागर है, मैं राजस्थान के कोटा का रहने वाला हूँ। मैंने antarvasna.com पर बहुत सारी कहानियाँ पढ़ी हैं। आज मैं मेरी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। बात उन दिनों की है.. जब मैं पढ़ाई पूरी करके अपनी बुआ के यहाँ घूमने के लिए जयपुर गया था। आप
एक दिन मैं काम से शहर गया था और दोपहर के समय लौट आया और आकर मैंने अनीता से पूछा- सब घर के लोग कहाँ गए हैं? तब उसने कहा- सब लोग खेत में गए हैं। सुनकर मैं बहुत खुश हुआ। वह पानी लेकर आई.. पानी पीने के बाद मैंने