मेरा नाम नम्रता तिवारी है। मैं पिछले कई सालों से stanki2000.ru की नियमित पाठिका रहीं हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ती हूँ और मजे नही लेती हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रही हूँ। मैं उम्मीद करती हूँ कि यह
मैं रीता सिंह एक बार फिर से आप सभी लोगों का स्वागत करती हूं अभी तक आपने मेरी पिछली story दामाद जी के साथ sex कहानी एवं मिश्रा जी के अकेलेपन का फायदा उठा कर चूत चुदाई को पढ़ा और बहुत ही प्यार दिया। आज मैं आप लोगों को अपने
stanki2000.ru के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार । यहाँ पर में यह पहली कहानी लिख रहा हूँ।मेरा नाम राजीव हे।हम संयुक्त परिवार में रहता हूं।मेरे परिवार में सब कोई बहुत मिलजुल कर रहते है।मेरे अंकल की एक लड़की है उसका नाम नेहा है।जो देखने में बहुत खूबसूरत है।वह हमसे एक
मेरा नाम रवी हे. मे रांची का रहाणेवाला हु, मेरे पापा defence मे job करते हे. मेरे family मे total पाच लोग हे यानेके मे, मेरे दो बडी बहने और मेरे mummy पापा. मेरा real experience आप लोगोसे share करने से पहले में आपको मेरी family के बारे मे कुछ
मेरा नाम Sex नीलू है और में रायपुर के एक कॉलेज में पड़ती हूँ Story मेरे घर में मेरा छोटा भाई और मम्मी पापा है। दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक कहानी सुनाने जा रही हूँ.. जिसने मेरे जीवन को एकदम बदल कर रख दिया और यह घटना
मैं अपने मामा राधेश्याम के यहाँ की रहता था और पढाई करता था। मेरे मामा देवरिया में रहते है। मेरा अपना घर गाँव में था, इसलिए मैं मामा के घर देवरिया आ गया और यही पर मैंने १२वीं में नाम लिखा लिया। जब मामा की शादी हुई थी तो क्या
दोस्तो मेरा नाम वरुण है। में पुणे मुंबई का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 19 साल है। में बी.कॉम. प्रथम वर्ष का स्टूडेंट हूँ। मेरी लम्बाई 5.8 इंच है। रंग गोरा लंड का साइज़ 8 इंच है। मेरी फेमिली मे 4 मेंबर है। मेरे पापा श्याम तलपडे जिनकी उम्र 40
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है। दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने वाला हूँ जिसमे मैंने अपनी गर्भवती साली को चोदा और अब में उस घटना को थोड़ा विस्तार से सुनाता हूँ। दोस्तों में 25 साल का शादीशुदा लड़का हूँ और मेरी शादी तीन महीने
हेलो दोस्तों में राज शर्मा फिर हाजिर हु अपनी नई कहानी लेकर. दोस्तों ये कहानी कुछ समय पहले की हमारे घर के पास वाले मकान में एक भाभी रहने आई उसका नाम आरती था। थोड़े दिन मेने उस पर ध्यान नहीं दिया। मगर एक बार हम सब दोस्तो की महफ़िल
मेरा नाम अंकित है और में पुणे में रहता हूँ जो कि महाराष्ट्र में आता है। यहाँ हर साल हज़ारो बच्चे पूरे हिन्दुस्तान से पढ़ाई और नौकरी की तलाश में आते है और में भी उनमें से एक था। मेरे परिवार से मुझे ज्यादा मदद नहीं मिलती थी तो मैंने