मेरी साली हमारे साथ 1 साल से रह रही हे. मेरी बीवी माल हे पर साली उससे मस्त माल हे. उसके बूब्स थोड़े छोटे हे पर गांड गजब हे.में हमेशा से उसे पसंद करता था पर जबसे वो साथ आके रहने लगी उसके चाल चलन और उसके कपडे देख उसे
Hindi Sex यह कहानी के तिन किरदार हैं. Stories मैं, कुसुम भाभी और मेरे बड़े भाई निखिल. कुसुम भाभी हमारी पड़ोसन हैं जिसकी गोल गांड और उभरती जवानी ने सभी को हैरान कर के रखा हैं. उसके पति का नाम भूपेन हैं जो सिटी में कारखाना चलाता हैं. वो सिटी
हाय दोंस्तों, मैं ईशान आपको अपनी प्यार मुहब्बत की कहानी सुना रहा हूँ। मैं और मेरी गर्लफ्रेंड कोमल पिछले 3 सालों से नागपुर में रह रहे है। हम दोनों फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रहे है। हम दोनों अब एक ही घर में रहने लगे है। हम दोनों लिविंग रिलेशनशिप
मित्रो मैं दिनेश अपनी सेक्सी कहानी लेकर हाजिर हूँ। मैं 25 साल का हो गया था और कोई चूत नहीं मिल रही थी। मैं एक स्कुल में पढ़ाता था और वहां कई टीचर्स पढ़ाती थी। पर साली सब की सब कहीं ना कहीं फसी हुई थी। मैंने अपने दोस्त महेश
हेलो दोंस्तों मैं माधुरी आपको नमस्कार करती हूँ। मेरा तो हमेशा से यही यकीन रहा है कि अगर आप एक जवान औरत है तो आपको हर रात लण्ड चाहिए होता है। बस दोंस्तों ऐसी ही अपनी कहानी है। कुछ साल पहले मेरे पापा ने मेरी शादी अमेठी के एक खाते
मेरा नाम विनीता है, आज मैं आपको अपनी एक बड़ी ही हॉट चुदाई की कहानी सूना रही हु, ये चुदाई की कहानी मेरे और मेरे बड़े भैया रणवीर के बारे में है, आप को मेरी ये कहानी बहूत ही ज्यादा हॉट लगेगी, क्यों की आज भी वो दिन जब याद
हैल्लो दोस्तों, में आप लोगों का ज़्यादा समय नहीं लेना चाहता हूँ इसलिए में सीधा अपनी आज की सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। दोस्तों यह बात तब की है जब मेरी दीदी और जीजाजी गुडगाव के सूरत शहर में रहते थे। मेरे जीजाजी एक सरकारी ऑफिस में नौकरी करते
हेलो दोंस्तों, मैं किशन आपको अपनी आपबीती सुना रहा हूँ। ये 2 साल पहले की बात है। मैं बहुत ही भोला भाला था। मैं कुछ नहीं जानता नहीं था। मैं बुर चोदन और चूत चोदन से अंजान था। जब मैं किसी लड़की को किसी लकड़े के साथ हाथ में हाथ
हेलो दोस्तों , मैं सुखबीर आपको अपनी कहानी सुना रहा हूँ मैं एक बहुत ही गरीब घर से हूँ l मेरे पिता बचपन में ही गुजर गये थे , पीछे २ जवान बहने और मुजको छोड़ गए थे । जब हमारे घर का खर्च चलना मुस्किल हो गया तो माँ ने
नमस्कार दोंस्तों, मैं रानी आपको अपनी आप बीती सुना रही हूँ। मैं झांसी की रहने वाली हूँ। मैं। मैं bsc पास हूँ। कुछ साल पहले सन 2016 में जनवरी महीने में दोंस्तों सफाई कर्मी की भर्ती निकली तो मैंने भी भर दी। दोंस्तों, नौकरी का ऐसा अकाल चल रहा था