मेरा नाम अलंकृता है. यह घटना तब की है जब मैं 12वीं कक्षा में थी. मेरे माँ-पिता जी का समय-समय पर गाँव जाना रहता था. मैं खुद अपने मुँह मियाँ-मिट्ठू तो नहीं होना चाहती, पर हकीकत यही है कि मैं दिखने में खूबसूरत हूँ, लड़के हमेशा से मेरे आशिक रहे हैं. मैंने काफी के साथ […]