गर्लफ्रेंड ने ख़ुशी ख़ुशी अपनी चूत चुदाई,, हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सचिन हैं। मैं बांदा जिलें मे रहता हूँ। मेरी उम्र 25 साल है मैं देखने में ज्यादा स्मार्ट तो नहीं लगता। लेकिन सेक्स के प्रति मेरी रुचि दिन ब दिन बढ़ती ही गई। मैंने 18 साल की उम्र से ही मुठ मारना शुरु कर दिया था। बचपन से ही मेरे दोस्त मेरे को यह सब करना सिखा दिए थे। छोटी उम्र में भी मेरे बड़े बड़े दोस्त थे। उन्हें यह सब कुछ पता था। उस समय मेरा एक दोस्त मेरे से 10 साल का बड़ा था। उसकी शादी हो चुकी थी। जब भी वो अपनी बीबी का काम लगाता था तो बहोत सारी फोटो खींच लेता था। फिर वह मेरे को अकेले में दिखाता था। मेरे को यह सब देखने में बहुत मजा आता था। हफ्ते में दो तीन बार तो ऐसा वह कर ही जाता था। उसी ने मेरे को लंड हिलाना सिखाया। वह मेरे को हर दिन कुछ नया सेक्स का पाठ पढ़ाता था।
मैं भी उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों में आने लगा। उसने मेरे को पूरी तरह से ट्रेंड कर दिया था। घर पर आकर मैं एक दो बार अपना लंड हिला हिला कर मजा लेने लगा। धीरे धीरे मेरी उम्र बढ़ती गई उसके साथ मेरा जोश भी बढ़ता गया। मैं लड़कियों की तरफ आकर्षित होने लगा। मेरा मन उनको चोदने को करने लगा। चुदाई की यह तड़प धीरे धीरे मेरी बढ़ती ही जा रही थी। मेरे को अभी एक चूत की जरूरत लगने लगी। फ्रेंड्स मैंने चूत का इंतजाम कैसे किया। यह मैं आपको अपनी इस कहानी में बताता हूं। यह मेरे जीवन की सच्ची घटना है।
दोस्तों में 18 साल से 22 साल तक हो गया लेकिन अब तक मैं सिर्फ मुठ ही मार रहा था। यह बात उन दिनों की है। जब मैं 24 साल का था यानी कि अब से 2 साल पहले की है। मैंने बैंक की तैयारी के लिए कोचिंग किया हुआ था उस कोचिंग में ढेर सारी लड़के-लड़कियां पढ़ने आते थे। मेरे को उस मैच में एक लड़की पसंद आई। जिसका नाम सायरा था। वह देखने में तो बहुत ही गजब की माल थी। मेरा लंड उसे देखकर खड़ा हो जाता था। कुछ दिनों तक ऐसे ही चलता रहा लेकिन अब मेरा जोश मुझसे बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था। एक दिन मैंने उसे प्रपोज करने का प्लान बनाया। मैं गली में खड़ा था उसका घर उसी गली से थोड़ा आगे था। मैंने कुछ देर वहां पर खड़ा होकर उसका इंतजार किया। आखिरकार वह मेरे सामने आ ही गई मैं उससे अपने प्यार का इजहार करने लगा।
सायरा भी लंड के लिए तड़पती हुई लग रही थी। उसने बिना किसी सवाल जवाब की ही मेरा प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया। मैं बहुत खुश था धीरे धीरे मेरी उससे बात आगे बढ़ने लगी। मैं कभी-कभी उसकी चूची को दबा कर किस भी कर लेता था। लेकिन मेरे को तो चूचे के साथ-साथ चूत की भी जरूरत थी। मैंने धीरे-धीरे उससे रोमांटिक बातें करनी शुरू कर दी। एक दो बार फोन सेक्स भी किया। बस अब उसे बेडरूम तक लाना बाकी रह गया था। मेरे घर पर मेरे अलावा मेरे बड़े भाई रहते थे, जो कि एक मेडिकल कंपनी में काम करते थे। दवाइयों के सिलसिले में वह अक्सर बाहर जाया करते थे। भैया को कुछ दिन के लिए किसी काम से बाहर जाना था ऐसा मेरे साथ अक्सर होता रहता था। मैंने सोचा क्यों ना इस समय का फायदा उठाया जाए। दूसरे दिन भैया चले गए मैं घर पर ताला लगाकर कोचिंग चला आया।
सायरा उस दिन बडी कट्टो माल दिख रही थी। मेरा मूड तो उसे देखते ही खराब हो गया। मैंने खुद को किसी तरह से संभाला।
सायरा: हाय……
मै: हाय…
सायरा: कैसे हो??
मै: क्या बताऊँ कैसा हूँ। सुबह से कुछ भी खाया पिया नहीं हूँ??
सायरा: क्यों मम्मी ने कुछ नहीं बनाया??
मैं: मम्मी यहाँ रहती ही कहाँ है। भैया थे वो भी बाहर चले गए हैं
भूखा होने का नाटक करना तो मेरा एक बहाना था असल में तो मैं उसे अपने घर तक ले जाना चाहता था। मैंने उससे झूठ बोला कि मैंने कुछ नहीं खाया था क्योंकि मेरा यहां मेरे भैया नहीं कामवाली बाई सारा काम करती थी जो कि सुबह सुबह खाना बना कर चली गई थी
सायरा: चलो मै तुम्हारे घर खाना बना देती हूँ और इसी बहाने तुम्हारा घर भी देख लूंगी
मैने मन ही मन खुश होते हुए हाँ में हाँ भर दी। उसने अपने मुह पर दुपट्टा बाँधा और मेरे बाइक पर बैठ गयी। पांच मिनट के अंदर मै उसे अपने घर लेकर आ गया।
सायरा: वाओ…. कितना प्यारा घर है तुम्हारा???
मै मन ही मन उसकी चूत की झाड़ियों को देखने की कल्पना कर रहा था। मैं उसे अंदर ले गया। किचन में जाकर खाना बनाया। हम दोनो ने खाना खा कर बाते की। मेरी नजर बार बार उसके लाल लाल गुलाब जैसे होठों पर ही जा रहा था। मैंने तो सिर्फ उसे नार्मल किस किया था लेकिन आज मेरा मन उसके साथ फ्रेंच किस करने को कहने लगा। उसने उस दिन सफेद रंग का सलवार और कमीज पहने हुईं थी। देखने में उस दिन बिल्कुल परी लग रही थी मैं खुद को संभाल नहीं पा रहा था उसकी चूत को देखने की तड़प बढ़ती जा रही थी। मेरी नॉर्मल बातें धीरे-धीरे रोमांटिक होती है।
हम दोनों रोमांटिक बातें करके गर्म होने लगे। शायद उसका भी मन चोदने को होने लगा था। मैंने भी मौके का फायदा उठाया। उसके पास जाकर उससे चिपकते हुए उसके गुलाबी गालों पर किस कर लिया। उसने भी तुरंत जवाब दे डाला। सायरा ने भी मेरे गालों पर किस कर लिया। मैंने सायरा से सेक्स के बारे में बात की। वह भी मेरी बातों से संतुष्ट हो गई। हरी सिग्नल मिलते हैं मैंने अपना काम शुरू कर दिया। मैं उसको अपने से चिपका कर किस करने लगा। अब तक का नार्मल किस फ्रेंच किस में बदल गया था मैं उसके होंठों पर लगे। लाल लाल लिपिस्टिक को चूस चूस कर छुड़ा रहा था। सारी लिपस्टिक छूटते ही उसकी गुलाबी होंठ और भी ज्यादा आकर्षक लगने लगी। मैं उसको दोनों होठों को बारी बारी पीने लगा। वह भी मेरा साथ देने लगी। सायरा भी कुछ कम ना थी। वह भी मेरे होठों को पीने लगी। हम दोनों एक दूसरे की होठ को चूस कर मजा लेने लगे।
सायरा काफी एक्सपीरियंसड लग रही थी। जिस तरह से मेरे होंठों को चूस रही थी उससे साफ साफ जाहिर होता था वह पहले भी किस कर चुकी थी। खैर मेरे को क्या लेना देना था। मेरे को तो सिर्फ उसकी चूत चाहिए थी। साला मुठ मारने से तो किसी रंडी को चोदना ही अच्छा था। मैंने उसके गले पर किस करके उसे गर्म कर दिया। उसकी समीज को ऊपर उठा कर निकाल दिया। समीज के अंदर उसने लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी। लाल रंग की ब्रा में उसका बदन और भी ज्यादा जबरदस्त दिख रहा था। उसके बड़े-बड़े चूचे ब्रा से बाहर निकलने को तैयार थे। मैंने ब्रा की हुक खोल कर चूचो को आजाद कर दिया। दोनों चूचे को मसलते ही वो “……अई…अई….अ ई……अई….इसस्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” की सिसकारियां भरने लगी।
उसकी आवाज को सुनकर मेरा लंड खड़ा होने लगा। मैंने उसके दोनों चूचो को दबा कर पीना शुरू किया। उसके बूब्स पर काले रंग का निप्पल बहुत ही आकर्षक लग रहा था। कुछ देर तक मैंने उसके दूध को निचोड़ कर पिया। सायरा चुदने को तड़पने लगी। वह बिस्तर पर इधर-उधर करवटें बदलने लगी। मैंने अपना पैंट खोला और अपना लंड बचपन की तरह हिलाने लगा। धीरे धीरे मेरा लंड बड़ा और मोटा होता गया। सायरा यह सब नजारा देख रही थी। उससे रहा नही गया। उसने मेरे लंड को पकड कर हिलाना शुरू कर दिया। उसके हाथ के स्पर्श से ही मेरा लंड ऊपर ऊपर नीचे होने लगा। मेरा लंड कठोर होकर क्रीम रोल की तरह हो गया था। हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट कॉम उसने मेरे लंड को अपनी जीभ लगा कर चाटना शुरू कर दिया। कुछ देखा तो कुछ नहीं मेरे लंड को वैसे ही चाट कर मजा लिया। मैंने भी उसकी सलवार का नाड़ा खोला और नीचे सरका कर निकाल दिया। वो अब सिर्फ लाल रंग की पैंटी में मेरे सामने बैठी हुई थी। मैंने उसकी पैंटी को निकालकर उसे बिस्तर पर लिटा दिया। सायरा की टांगों को खोलते ही उसकी चिकनी चूत का दर्शन हो गया। उसकी चूत बड़ी ही रसीली थी। मेरे दोस्त ने बताया था लड़कियों की चूत चाटने पर कुछ ज्यादा ही गर्म हो जाती है और चुदने को तड़पने लगती हैं। मेरे को उसकी बात याद आ गई और मैंने अपना मुंह उसकी चूत पर लगा दिया। उसकी चूत पर जीभ लगाते ही वह चुदने को बेकरार होने लगी। वह बार-बार मेरा सर अपनी चूत में धकेलने लगी। मैंने उसकी चूत चाट चाट कर उसकी सिसकारियां निकलवा दी। वो जोर जोर से“..अहहह्ह्ह्ह ह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” की सिसकारियां भर रही थी। सायरा की चूत से माल बहने लगा। मैंने सारा माल चाट कर उसकी चूत से अपना लंड सटा दिया।
उसकी चूत पर अपना लंड को ऊपर नीचे करके रगड़ने लगा। सायरा ने अपने हाथों से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद से सटा दिया। वो मेरा लंड अपनी चूत में डालने लगी। मैंने भी धक्का मार दिया। मेरा आधे से अधिक लंड उसकी चूत में घुस गया। मेरे मोटे लंड के घुसते ही सायरा के मुंह से “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की चीखें निकलने लगी। सायरा की चूत में मेरा पूरा लंड हो चुका था। मैंने उसकी धीरे-धीरे चुदाई भी करनी शुरू कर दी। सायरा चीखती रही और मै अपना लंड पेल पेल कर उसकी चुदाई करता रहा। सायरा की चूत को फाड़कर उसे सम्भोग का पूरा मजा दे रहा था। सायरा की चूत मेरे गरमा गरम लंड को खा रही थी।
वो भी बड़े मजे ले लेकर चुदवा रही थी। सायरा की बुर में मैं अपना लंड कमर उठा उठा कर डाल रहा था। मैंने उसके के पेट पर लेटकर उसे चोदना शुरू किया। उसके दूध को पीते हुए मैं उसकी चुदाई कर रहा था। वो भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदवा रही थी। सायरा की चूत में मेरा लंड जल्दी जल्दी अंदर बाहर होने लगा। वह भी सेक्स का भरपूर आनंद उठा रही थी। सायरा की जोर से चुदाई करते ही वह “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” की आवाज निकालने लगती थी। मैंने सायरा को कुछ देर तक इसी पोजीशन में चोदा। उसके बाद मैंने सायरा को उठाकर उसे कुतिया बनने को कहा। सायरा को मैं डॉगी स्टाइल में चोदना चाहता था। मेरे कहते ही सायरा कुतिया की तरह झुक कर बैठ गई।
मैंने अपना लंड हिलाते हुए उसकी चूत पर रगड़कर छेद में डाल दिया। अपना लंड सेट करके उसकी चुदाई करनी शुरू कर दी। सायरा ने भी अपनी गांड मटका मटका कर चुदवाना शुरू किया। मैंने उसकी कमर को पकड़ कर जोर जोर से अपना लंड पेलना शुरू किया। सायरा मेरे लंड को जड़ तक खा कर“….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” की जोशीली आवाज निकाल रही थी। मेरे को उसे चोदने में बहुत मजा आ रहा था। आज मैं पहली बार किसी लड़की को चोद रहा था। संभोग में सायरा ने मेरा पूरा सहयोग दिया। उस के सहयोग से मेरे चोदने की क्षमता बढ़ती जा रही थी। मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। पूरा बिस्तर हिल हिल कर चर्र….चर्र…चर्र… की आवाज कर रहा था।
सायरा के दोनों लटकते दूध जल्दी-जल्दी हवा में झूल रहे थे। मेरे लंड की रगड़ को सायरा की चूत ज्यादा देर तक सहन नहीं कर सकी। सायरा ने अपना माल निकाल दिया। मेरा पूरा लंड गीला हो गया था। गीले लंड से भी मैंने सायरा की लगभग 10 मिनट तक चुदाई की और आखिरकार मैं भी उसकी चूत में झड़ गया। मेरे चूत में स्खलित होते ही सायरा मुंह के बल चित्त ही लेट गई। मैं भी उसकी गांड पर लंड सटा कर उसके ऊपर लेट गया। उस दिन मैंने कई बार चुदाई की। वह भी मेरे साथ चुदाई करके बहोत खुश थी। मैंने शाम तक उसकी बार बार चुदाई की। उसकी चूत चोदने से ज्यादा मजा तो सायरा की टाइट गांड चोद कर लिया। अब तक मैं सायरा को कई दिन अपने घर पर लाकर चोद चुका हूँ।